AAPP के अनुसार पहली फरवरी से हुए तख्तापलट के बाद अबतक म्यांमार में 2156 लोगों को बंदी बनाया जा चुका है जिनमें 1837 लोग अभी भी जेल में हैं।
म्यांमार में सेना के तख्तापलट करने के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों पर सुरक्षा बलों की कार्रवाई में गोली लगने से रविवार को चार प्रदर्शनकारियों की मौत हो गई।
म्यांमार के सुरक्षा बलों ने पिछले महीने हुए सैन्य तख्तापलट के खिलाफ शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे लोगों पर घातक बल प्रयोग रोकने की संयुक्त राष्ट्र की अपील को दरकिनार कर बृहस्पतिवार को कम से कम 10 प्रदर्शनकारियों पर गोली चलाई, जिनकी मौत हो गई।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार बुधवार को विरोध प्रदर्शन को दबाने के लिए सेना ने गोलीबारी की है और उस गोलीबारी में 4 लोगों की जान चली गई है
म्यांमार में सेना के तख्तापलट के खिलाफ लोग मंगलवार को एक बार फिर कई शहरों में सड़कों पर उतर आए जबकि सुरक्षा बलों ने देश के सबसे बड़े शहर यांगून में प्रदर्शनकारियों को खदेड़ने के लिये उनपर आंसू गैस के गोले दागे।
म्यांमार में इस महीने की शुरूआत में हुए सैन्य तख्तापलट के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों पर पुलिस ने अपनी कार्रवाई बढ़ा दी है।
म्यांमार में तख्तापलट के खिलाफ लोगों का प्रदर्शन दिन-ब-दिन जोर पकड़ता जा रहा है। मांडले में पुलिस ने गोलियां चलाईं, जिसमें दो प्रदर्शनकारियों की मौत हो गई।
संयुक्त राष्ट्र में मानवाधिकार मामलों के एक विशेषज्ञ ने म्यांमार में तख्तापलट के विरोध में बड़े प्रदर्शनों के बीच देश में बड़ी हिंसा की आशंका को लेकर आगाह किया है। संयुक्त राष्ट्र के दूत टॉम एंड्र्यू ने कहा कि उन्हें यंगून में सैनिकों को भेजे जाने की खबरें मिली हैं।
म्यांमार के प्रभारी सैन्य अधिकारियों ने इस सप्ताह की शुरुआत में हुए तख्तापलट के बाद सोशल मीडिया पर पाबंदी का दायरा बढ़ा दिया है।
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने बृहस्पतिवार को कहा कि तख्तापलट करके म्यांमार की सेना ने जो सत्ता हासिल की है, वह उसे छोड़ दे।
म्यांमार में तख्तापलट के बाद सत्ता पर सेना के कब्जा करने के एक दिन बाद मंगलवार को संसद के सैकड़ों सदस्यों को उनके सरकारी आवास में नजरबंद कर दिया और उसके बाहर सैनिक तैनात कर दिये गये। वहीं, देश की लोकतंत्र समर्थक नेता आंग सान सू ची सहित वरिष्ठ नेताओं को हिरासत में ले लिया गया है।
बांग्लादेश में रिफ्यूजी कैंप्स में रह रहे म्यांमार के रोहिंग्या शरणार्थियों ने अपने स्वदेश में सैन्य तख्तापलट की निंदा की है।
म्यांमार में सेना ने सोमवार को एक बार फिर से तख्तापलट कर दिया है। म्यांमार की सेना जब देश में तख्तापलट कर रही थी, उस समय का एक वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस लाइव वीडियो में एक महिला तेज म्यूजिक के बीच एरोबिक्स क्लॉस करती रही और सेना ने संसद भवन पर कब्जा कर लिया।
म्यांमार में सेना ने तख्तापलट कर एक साल के लिए आपातकाल लागू कर दिया है जिसे देखते हुए भारत सरकार ने म्यांमार में रहने वाले भारतीयों के लिए अलर्ट जारी किया है।
सेना ने अनेक बार तख्तापलट की आशंकाओं को खारिज किया था लेकिन देश की नई संसद का सत्र सोमवार को आरंभ होने से पहले ही उसने यह कदम उठा लिया।
चीन ने अपने पड़ोसी देश म्यांमार में सैन्य तख्तापलट पर सभी पक्षों से संविधान और कानूनी ढांचे के तहत गतिरोध दूर करने और देश में राजनीतिक स्थिरता बनाए रखने का सोमवार को आह्वान किया।
म्यांमार की सेना ने घोषणा की है कि वह सोमवार को घोषित एक साल के आपातकाल के बाद देश में नए सिरे से चुनाव कराएगी।
म्यांमार से आ रही इन खबरों पर अमेरिका की तरफ से प्रतिक्रिया आई है। व्हॉइट हाउस की प्रवक्ता Jen Psaki ने कहा है कि बर्मा की सेना ने स्टेट काउंसलर आंग सान सू की और बर्मा में अन्य नागरिक अधिकारियों की गिरफ्तारी सहित देश की लोकतांत्रिक प्रक्रिया को कम करने के लिए कदम उठाने वाली रिपोर्टों से चिंतित है।
अब सवाल यह उठता है कि म्यांमार के विरोध के बावजूद चीन यह दीवार क्यों बना रहा है? चीनी मीडिया का दावा है कि इस दीवार के बनने से म्यांमार से होने वाली अवैध घुसपैठ पर लगाम लगेगा।
तटीय शिपिंग समझौते से भारतीय जहाज बंगाल की खाड़ी में सितावे बंदरगाह और कलादान नदी के बहुआयामी लिंक के माध्यम से मिजोरम तक पहुंच सकेंगे।
संपादक की पसंद
लेटेस्ट न्यूज़