मिजोरम में म्यांमार के 600 सैनिक घुस आए हैं, जिसे लेकर मिजोरम की सरकार ने केंद्र सरकार को सतर्क किया है और गुहार लगाई है कि इन्हें जल्द-से-जल्द वापस भेज दें। जवानों को फिलहाल असम राइफल्स कैंप में आश्रय दिया गया है।
मिजोरम की लालदुहोमा सरकार केंद्र के सहयोग से म्यांमा के शरणार्थियों और मणिपुर के आंतरिक रूप से विस्थापित लोगों को मदद देना जारी रखेगी। मिजोरम के मुख्यमंत्री लालदुहोमा ने दिल्ली में गृहमंत्री अमित शाह से मीटिंग के बाद ये बात कही।
म्यांमार की सेना ने दुश्मनों के सामने हथियार डाल दिया है। म्यांमार की सरकार ने बताया है कि चीन सीमा से लगे उसके एक शहर पर दुश्मनों ने कब्जा कर लिया है। इसके बाद उसने अपने सैनिकों को वापस बुला लिया है।
म्यांमार में सैनिक शासन लागू होने के बाद से मिजोरम आए शरणार्थियों की समस्या पर आज दिल्ली स्थित गृह मंत्रालय में एक बैठक के दौरान चर्चा हुई। केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि हालात समान्य होने तक शरणार्थियों को वापस म्यांमार नहीं भेजा जाएगा।
भारत के मिजोरम में तैनात असम राइफल्स के कैम्प में म्यांमार के 151 सैनिकों ने शरण ली है। इन सैनिकों ने किसी तरह से म्यांमार से भागकर अपनी जान बचाई है। म्यांमार में इन सैनिकों पर स्थानीय गुटों ने हमला कर दिया था।
भारत का एक पड़ोसी देश दुनिया का सबसे बड़ा अफीम उत्पादक देश बन गया है। अफीम के कारोबार से होने वाली आमदनी इस देश की जीडीपी का 4.1 प्रतिशत है। पहले अफगानिस्तान पहले नंबर पर था।
कपिल सिब्बल ने इस हफ्ते की शुरुआत में नागरिकता मुद्दे पर सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट में दावा किया था कि असम कभी म्यांमार का हिस्सा था, जिसके बाद लोगों ने उनकी आलोचना शुरू कर दी।
भारत अपनी सीमा पर सुरक्षा को लेकर हमेशा सजग रहा है। भारत की सीमाओं पर प्रहरी दिन रात पहरा देते हैं। इसी बीच बॉर्डर पर अशांति को लेकर भारत चिंतित है। पड़ोसी मुल्क के साथ भारत ने बॉर्डर पर अशांति को लेकर अपनी चिंता जताई है।
लगातार गोलीबारी के बीच म्यांमार सेना के 29 और सैनिक तियाउ नदी पार कर मिजोरम की तरफ भाग निकले हैं। उन्होंने मिजोरम के चम्फाई में शरण ली। तियाउ नदी भारत और म्यांमार के बीच सीमा का कार्य करती है।
भारत के पड़ोसी देश पाकिस्तान के बाद अब म्यामांर में तेज भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 5.7 मापी गई है। इस भूकंप के झटके म्यामार के पड़ोसी देश थाईलैंड और लाओस में भी महसूस किए गए।
म्यांमार में फिर हालात बिगड़ने लगे हैं। सेना और लोकतंत्र समर्थकों के बीच संघर्ष की वजह से ये हालात बिगड़ रहे हैं। वहां फिर से लोकतंत्र समर्थ फोर्स और सेना के बीच जंग छिड़ गई है। लोकतंत्र समर्थक फोर्सेस ने इसे 'ऑपरेशन 1027' नाम दिया है।
सोमवार 23 अक्टूबर को भी म्यांमार में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे।
रविवार 22 अक्टूबर को नेपाल में कई चंद घंटों में भूकंप के दो बार तेज झटके महसूस किए गए। वहीं अब सोमवार सुबह म्यांमार में भूकंप की वजह से धरती कांप उठी।
भारत के पड़ोसी देश म्यांमार में जोरदार बमबारी से 30 लोगों की मौत की खबर है। बताया जा रहा है कि एक शिविर पर यह हमला किया गया है। इस हमले में करीब 60 लोग घायल हो गए हैं।
मिजोरम में हाल के कुछ ही हफ्तों में सैकड़ों करोड़ रुपये की ड्रग्स पकड़ी गई हैं और अक्सर इनकी तस्करी में म्यांमार के नागरिकों को लिप्त पाया गया है।
मिजोरम के चम्फाई जिले में एक बार फिर ड्रग्स की खेप पकड़ी गई है और एक विदेशी नागरिक को गिरफ्तार किया गया है। बता दें कि इस इलाके में विभिन्न विभागों की सक्रियता के चलते लगातार ड्रग्स की खेपें जब्त हो रही हैं।
मिजोरम में ड्रग तस्करों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए असम राइफल्स ने 30 करोड़ रुपये की मेथामफेटामाइन टैबलेट को जब्त किया है और एक विदेशी तस्कर को गिरफ्तार किया है।
कंगाल पाकिस्तान ने जो JF-17 फाइटर जेट म्यांमार को भेजे थे, वे कबाड़ निकले। इस वजह से म्यांमार पाकिस्तान से बुरी तरह नाराज हो गया है। इस गड़बड़ी पर पाकिस्तान से म्यांमार ने कड़ा ऐतराज जताया है। जानिए क्या है पूरा मामला?
आंतरिक कलह से जूझ रहे देश म्यांमार में भारी बारिश और बाढ़ की वजह से खदान धंसने का मामला सामने आया है। खदान में भूस्खलन की वजह से कई श्रमिक दब गए। इनमें से 25 लोगों के शव बरामद हुए हैं। कई लोग अब भी लापता हैं, जिन्हें ढूंढा जा रहा है।
म्यांमार की अपदस्थ नेता आंग सान सू की की सजा को सैन्य प्रशासन ने कम कर दी है। हालांकि इसे सिर्फ 5 वर्ष घटाया गया है। सेना ने तख्तापलट करने के बाद उन्हें 19 मामलों में दोषी ठहराकर 33 वर्षों के लिए जेल भेजा है। अब सजा को 5 साल कम किए जाने के बाद उन्हें 27 वर्ष जेल में रहना होगा। अभी वह 78 वर्ष की हैं।
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