Muzaffarnagar News: मिनी ट्रक और बाइक की टक्कर में बाइक सवार सौरभ और योगेश की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। जबकि प्रदीप गंभीर रूप से घायल हो गया, जिसको इलाज के लिए जिला सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
Farmer shot dead: मुजफ्फरनगर जिले के फुगाना में बस अड्डे के पास एक किसान की गोली मारकर हत्या कर दी गई। घटना को लेकर किसानों ने विरोध प्रदर्शन किया। पुलिस के अनुसार घटना शनिवार की रात हुई जब अज्ञात बदमाशों ने बस अड्डे के पास किसान सत्येंद्र कुमार (42) की गोली मारकर हत्या कर दी।
जिला अस्पताल के चिकित्सा अधिकारी डॉ. बाबूराम के अनुसार, दो गुट के लोग अस्पताल आए थे और जब एक समूह की मेडिकल जांच की जा रही थी तो भाकियू कार्यकर्ता दूसरे गुट की जांच की मांग करने लगे।
आरोपितों ने महिला के पति को पेड़ से बांध दिया। जिसके बाद चार आरोपितों ने महिला के साथ दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया। बाकी वहीं पर खड़े रहे। आरोपितों के जाने के बाद महिला ने पति के हाथ पैर खोले
अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश जय सिंह पुंढीर की अदालत ने मुजफ्फरनगर निवासी सुहैल और हसीन नामक भाइयों को वर्ष 2008 में नासिर के बेटे अबाद की हत्या का दोषी ठहराने के बाद सजा का ऐलान किया।
उत्तर प्रदेश के Muzaffarnagar के अंतर्गत आती है बुढ़ाना विधानसभा सीट (Budhana Assembly Seat). बुढ़ाना विधानसभा सीट में सिसौली गांव पड़ता है. सिसौली को किसानों की राजधानी भी कहा जाता है. सिसौली वही गांव है जहां किसान नेता Mahendra Singh Tikait का जन्म हुआ था. महेंद्र टिकैत के बेटे Rakesh Tikait सिसौली गांव से ही है जिन्होंने नए कृषि कानूनों के खिलाफ एक साल तक किसान आंदोलन (Farmer Protest) का नेतृत्व किया. इसके अलावा बुढ़ाना विधानसभा क्षेत्र यहां होने वाली गन्ने की पैदावार के लिए भी पहचाना जाता है. बुढ़ाना विधानसभा सीट 2012 में असित्व में आई. इस विधानसभा सीट पर मुस्लिम, दलित, जाट, कश्यप, त्यागी और पाल मतदाताओं की बहुलता है. 2012 में इस सीट पर पहली बार विधानसभा चुनाव हुए थे. जिसमें SP के नवाजिश आलम को जीत मिली थी. उन्होंने RLD के राजपाल बालियान को हराया था. लेकिन 2017 के विधानसभा चुनाव में BJP के उमेश मलिक ने इस सीट पर जीत दर्ज की. उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 की तारीखों का एलान कर दिया गया है. बुढ़ाना विधानसभा सीट पर वोटिंग 10 फरवरी को होगी. जिसे देखते हुए सभी दलों ने अपनी चुनावी तैयारियों को तेज कर दिया है. इसी चुनावी समर के बीच 'इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम की मुजफ्फरनगर जिले की बुढ़ाना विधानसभा सीट की जनता के बीच पहुंचा. जहां लोगों ने आगामी चुनाव को लेकर अपने विचार हमारे साथ साझा किए.
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (Uttar Pradesh Assembly Election 2022) की तारीखों के एलान के साथ ही राजनीतिक दलों में सियासी हलचल तेज हो चुकी है. चुनाव के मद्देनजर सभी दलों ने अपनी कमर कस ली है. मुजफ्फरनगर विधानसभा सीट जिले की 6 सीटों में से एक है. फिलहाल इस सीट पर भारतीय जनता पार्टी (BJP) के कपिल देव अग्रवाल मौजूदा विधायक हैं. कपिल देव अग्रवाल योगी सरकार में राज्यमंत्री भी हैं. उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के लिए भाजपा ने पहली सूची जारी कर दी है. जिसमें मुजफ्फनगर की सभी छह सीट पर भाजपा ने प्रत्याशी घोषित किए हैं. भाजपा ने इनमें 4 सीटों पर वर्तमान विधायक को टिकट दिया है, जबकि दो नए चेहरों को भी टिकट बांटा गया है. भाजपा ने वर्तमान विधायक एवं राज्यमंत्री कपिल देव अग्रवाल को फिर से मौका दिया है. 2017 में हुए विधानसभा चुनाव में उन्होंने SP के गौरव स्वरूप बंसल को हराया था. इस बार मुजफ्फरनगर विधानसभा सीट पर 10 फरवरी को चुनाव होगा. इसी चुनावी समर के बीच 'इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम की मुजफ्फरनगर विधानसभा सीट की जनता के बीच पहुंचा. जहां लोगों ने आगामी चुनाव को लेकर अपने विचार हमारे साथ साझा किए.
India TV का खास प्रोग्राम ‘ये पब्लिक है सब जानती है की टीम लगातार हर विधानसभा क्षेत्र में वैक्सीन सेंटर पर जाकर वहां के मौजूदा हाल को समझ रही है. इसी सिलसिले में टीम Muzaffarnagar, Uttar Pradesh पहुंची जहां मुजफ्फरनगर के CMO महावीर फौजदार निरीक्षण करने पहुंचे थे. CMO ने बताया कि मुजफ्फरनगर में बूस्टर डोज लगनी शुरू हो गई है. 15 से 18 साल के बच्चों को बड़ी संख्या में वैक्सीन लगाई जा रही है.
मुजफ्फरनगर में धर्मांतरण की एक दर्दनाक कहानी सामने आई है. धर्मांतरण का किस्सा लगभग 2016 में शुरू हुआ जब रीना नाम की एक महिला अपने पति की मृत्यू के बाद ईंट भट्ठे पर काम करने गई. इस दौरान उसकी मुलाकात ‘अंसार’ नाम के शख्स के साथ हुई. कुछ समय बाद दोनों ने शादी कर ली, लेकिन शादी के बाद रीना को अंसार प्रताड़ित करने लगा. रीना का धर्म परिवर्तन कराया, उसका नाम बदलकर ‘रीना’ से ‘जैनब’ कर दिया. यहां तक कि मना करने पर रीना के साथ मारपीट भी करता था. इस खबर की सच्चाई जानने के लिए India TV का खास शो ‘ये पब्लिक है सब जानती है’ की टीम मुजफ्फरनगर पहुंची और पीड़िता से बात की.
महिला ने आरोप लगाया कि आरोपी युवक पहले उसे कूकड़ा ले आया और इसके बाद उसके दोनों बच्चों का अपहरण कर लिया।
रिपोर्टर बाइक वाली ने राकेश टिकैत से की मुजफ्फरनगर का सियासी मिजाज जानने के लिए बातचीत।
आधा दर्जन से अधिक मजदूर गंभीर रूप से जख्मी हो गए हैं जिन्हें इलाज के लिए एसकेएमसीएच में भर्ती कराया गया है। ध
मुजफ्फरनगर के बुढ़ाना तहसील मुख्यालय पर शनिवार को संपूर्ण समाधान दिवस आयोजित किया गया जिसमें जिला स्तर के अधिकारियों को उपस्थित रहना था। विभिन्न विभागों के 11 अधिकारी बैठक में अनुपस्थित पाए गए जिसके बाद जिला मजिस्ट्रेट ने उनके वेतन रोकने के आदेश जारी किए।
वायु प्रदूषण न्यूनतम स्तर पर आने से मुजफ्फरनगर से हिमालय और शिवालिक श्रृंखला की चोटियां साफ नजर आने लगी हैं। बुधवार को बारिश के बाद मौसम साफ हुआ तो ऐसी चोटियों को कैमरे में कैद किया गया।
मुजफ्फरनगर में रविवार को किसानों की महापंचायत हुई, जहां मंच से सियासी नारेबाजी हुई। किसान महापंचायत के मंच पर 'योगी भगाओ, यूपी बचाओ' और 'मोदी भगाओ, देश बचाओ' के नारे लगे। मंच से सतनाम सिंह ने यह नारा लगाया।
किसान महापंचायत में किसानों के मुद्दे से हटकर किसान नेता राकेश टिकैत ने पीएम मोदी और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि जनता अब मोदी-योगी को बर्दाश्त नहीं करेगी।
किसान महापंचायत में किसानों के मुद्दे से हटकर किसान नेता राकेश टिकैत ने पीएम मोदी और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि जनता अब मोदी-योगी को बर्दाश्त नहीं करेगी।
किसान महापंचायत का नेतृत्व कर रहे राकेश टिकैत ने इंडिया टीवी से ख़ास बातचीत की। उन्होंने कहा कि उनका मकसद लोगों तक अपनी बात पहुंचना है और आंदोलन चलता रहेगा।
किसान महापंचायत का एजेंडा पूरी तरह से साफ हो गया है। इस महापंचायत में शामिल लेफ्ट नेता हन्नान मुल्ला ने कहा है कि उनका मकसद मोदी और योगी सरकार को हराना है।
आज मुज़फ्फरनगर में किसान महापंचायत चल रही है जिसमें देशभर से कई किसान संगठन शामिल हुए हैं। क्या यूपी चुनाव से पहले चलने वाले इस महापंचायत का एजेंडा योगी आदित्यनाथ के खिलाफ है? देखिए पूरी रिपोर्ट।
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