फायदे के मामले में देश में शेयर केंद्रित ज्यादातर म्यूचुअल फंड का प्रदर्शन दिसंबर 2016 को समाप्त एक वर्ष के दौरान प्रमुख शेयर सूचकांकों की तुलना में कम रहा।
फरवरी में निवेशकों ने म्यूचुअल फंड में 30,000 करोड़ का निवेश किया और चालू वित्त वर्ष के पहले 11 महीनों में कुल निवेश 3.98 लाख करोड़ रुपए पर पहुंच गया है।
विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों एफपीआई ने कराधान को लेकर स्पष्टता के बीच इस महीने अब तक भारतीय पूंजी बाजारों में 14,600 करोड़ रुपए से अधिक का निवेश किया है।
ED ने NSEL (नेशनल स्पॉट एक्सचेंज लिमिटेड) स्कैम में कथित तौर पर मनी लॉन्ड्रिंग होने की जांच के सिलसिले में 135 करोड़ रुपये मूल्य के म्यूचुअल फंड्स जब्त किए हैं।
निवेशकों ने जनवरी माह में म्यूचुअल फंड की विभिन्न योजनाओं में 54,000 करोड़ रुपए का निवेश किया। आय व इक्विटी कोषों से जुड़ी योजनाओं में अधिक निवेश किया गया।
किसी ने आज से 10 साल पहले GOLD में 1 लाख रुपए का निवेश किया होता तो उसे 3 गुना से भी ज्यादा यानी 3.5 लाख रुपए मिलते।
SEBI ने म्यूचुअल फंडों को रियल एस्टेट निवेश न्यासों (रेइट) और बुनियादी ढांचा निवेश न्यासों (इनविट) में निवेश की छूट देने का निर्णय किया है।
बैंकिंग इक्विटी म्यूचुअल फंड्स ने 1 साल में सबसे अच्छा प्रदर्शन किया है। बीते एक साल में बैंकिंग इक्विटी फंड ने 18 फीसदी का रिटर्न दिया है।
एक्सपर्ट्स की इन्वेस्टर्स को मिडकैप म्यूचुअल फंड्स एसकोर्ट हाई यील्ड इक्विटी फंड, DSP ब्लैकरॉक माइक्रोफंड और HDFC स्मॉलकैप फंड पर दांव लगाने की सलाह हैं।
बचत और निवेश की शैली में भी शादी के बाद परिवर्तन होना स्वाभाविक है। अगर आप शुरु से ही बचत-प्रेमी हैं तो शादी के बाद भी नियमित बचत के अनुशासन को मत छोड़ें।
चालू वित्त वर्ष के शुरुआती छह माह में निवेशक Gold ETF से कुल मिलाकर 539 करोड़ रुपए की निकासी कर चुके हैं। सिर्फ सितंबर में 77 करोड़ रुपए की हुई निकासी।
RBI द्वारा रेपो रेट में कटौती करने से डायनामिक बॉन्ड फंड देंगे बेहतर रिटर्न। इस फंड ने तीन साल में औसत 11 फीसदी का रिटर्न दिया है।
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