म्यूचुअल फंड में, निकासी के लिए रिडेम्पशन शब्द का इस्तेमाल किया जाता है। इसका मतलब है, जब आप निवेश निकालना चाहते हैं, या अपना पैसा वापस पाना चाहते हैं, तो आप म्यूचुअल फंड को भुनाते हैं।
बिजनेस साइकिल फंड एक इक्विटी ओरिएंटेड ऑफर है जिसमें फंड इकनॉमिक साइकल के विभिन्न चरणों के आधार पर कंपनियों में निवेश करता रहता है। इस अवधारणा को बिजनेस साइकिल आधारित निवेश के रूप में जाना जाता है।
अभी भी बहुत लोग हैं जो यह नहीं जानते हैं कि म्यूचुअल फंड में निवेश करने के लिए वह अपना SIP अकाउंट कैसे खोलें। अगर आप भी उन लोगों में शामिल हैं तो परेशान होने की जरूरत नहीं है।
यह फंड बाजार में शीर्ष 250 कंपनियों में निवेश करता है। इसलिए आपको निवेश के उद्देश्यों को हासिल करने के लिए यह एक बेहतर फंड है। यह मूलरूप से इक्विटी केंद्रित फंड है।
साल भर ज्यादातर समय डगआउट में बिताने के बाद, लार्ज कैप म्यूचुअल फंड फिर से मैदान में जलवे बिखेरने लगे हैं और शानदार प्रदर्शन के साथ आगे बढ़ रहे हैं। निफ्टी 50 के लिए पिछला महीना दिसंबर जुलाई 2022 के बाद सबसे अच्छा महीना साबित हुआ है।
एसआईपी के जरिये निवेश में कंपाउंडिंग की शक्ति आपको समय के साथ अपने रिटर्न को बढ़ाने में मदद करती है। एसआईपी के जरिये इक्विटी फंड में निवेश करना समय के साथ पैसे बनाने का एक सुविधाजनक तरीका है।
आपको बता दें कि शुक्रवार को बीएइर्स Sesnex 969.55 अंक उछलकर 71,483.75 अंक पर बंद हुआ। वहीं, एनएसई Nifty 273.95 अंक चढ़कर 21,456.65 अंक पर बंद हुआ। शेयर बाजार में शानदार रैली से स्टॉक निवेशकों की बल्ले-बल्ले हो रखी है।
शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव से निवेशक हमेशा डरे हुए होते हैं। इसलिए आम निवेशक म्यूचुअल फंड का सहारा लेते हैं। हालांकि, कई म्यूचुअल फंड ने निवेशकों को निराश भी किया है। ऐसे में सही फंड का चयन करना बहुत जरूरी होता है।
म्यूचुअल फंड में SIP के जरिये निवेश को पॉपुलर बनाने के लिए मार्केट रेगुलेटर सेबी ने एसआईपी निवेश की न्यूनतम सीमा को 250 रुपये करने का फैसला किया है। इससे इसका दायरा और बढ़ जाएगा।
एक्सपर्ट का कहना है कि बाजार में तेजी या गिरावट के वक्त एसआईपी को बंद नहीं करें। अपना एसआईपी चालू रखें। एसआईपी आपको लगातार छोटी राशि भी निवेश करने में मदद करता है। नियमित निवेश की यह लंबी अवधि में निवेश की औसत लागत को कम करने में फायदेमंद होता है।
म्यूचुअल फंड की मल्टी एसेट एलोकेशन में निवेशकों का आकर्षण तेजी से बढ़ा है। यह एक ऐसी स्कीम है जिसने लगातार बाजार के हर चक्र और अन्य परिसंपत्तियों में निवेश कर निवेशकों को बेहतर रिटर्न दिया है।
टॉप 500 शेयरों के बाजार वॉल्यूम के प्रतिशत के रूप में म्यूचुअल फंड की होल्डिंग अब 2018 के उच्चतम स्तर को पार करने लगी है। कुल मिलाकर, शीर्ष 500 शेयरों से परे बाजार का माकेट कैप तेजी से बढ़ा है।
धनतेरस के मौके पर आप निवेश की बेहतरीन शुरुआत कर सकते हैं। ये शुरुआत आपके सुनहरे भविष्य की नींव साबित हो सकती है। कई ऐसे ऑप्शन हैं जिसमें आप पैसा लगा सकते हैं।
म्यूचुअल फंड पर बेहतर रिटर्न पाने के लिए जरूरी है कि सही फंड का चुनाव किया जाए। हालांकि, बहुत सारे निवेशक सही फंड का चुनाव नहीं कर पाते हैं और बाद में मायूस हो जाते हैं। इसलिए किसी भी फंड में निवेश से पहले उसका रिकॉर्ड जरूर चेक करें। ऐसा कर आप सही रिटर्न ले पाएंगे।
जानकारों का कहना है कि करवाचौथ (Karwa Chauth) सिर्फ प्यार का जश्न मनाने का दिन नहीं है बल्कि यह एक साथ मिलकर अपने भविष्य की योजना बनाने का भी मौका है।
म्यूचुअल फंड निवेश में बिना सोचे-समझे निवेश करना नुकसान दे सकता है। इसलिए हमेशा निवेश से पहले फंड के विषय में जानकारी लेना चाहिए। ऐसा कर आप न सिर्फ सही फंड का चुनाव कर पाएंगे बल्कि अपने निवेश पर बंपर रिटर्न भी पा सकेंगे।
म्य़ुचूअल फंड्स के यूनिट बेचे बिना लोन की सुविधा का फायदा लेने के लिए एप्लीकेंट को 18 साल से ज्यादा उम्र का होना चाहिए। आप मिनिमम 25000 रुपये और मैक्सिमम 5 करोड़ रुपये तक का लोन ले सकते हैं।
अगर म्यूचुअल फंड्स निवेशक एक जरूरी काम को पूरा नहीं करते तो उनके अकाउंट्स को फ्रीज कर दिया जाता। निवेश की रकम को वह निकाल नहीं पाते।
अगले महीने से विदेशी खर्चों पर नया टीसीएस नियम (New TCS rule) भी लागू होगा। स्मॉल सेविंग्स अकाउंट के लिए भी नए नियम होंगे लागू।
Investment को लेकर पिछले कुछ सालों में लोग बेहद अवेयर हुए हैं। जाहिर है जरूरत पड़ने पर यही निवेश काम आता है। समझदारी से किया गया Investment आपको शानदार रिटर्न दे सकता है।
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