AMFI के आंकड़ों के मुताबिक निप्पॉन इंडिया लार्ज कैप फंड स्कीम के डायरेक्ट प्लान ने निवेशकों को पिछले 1 साल में 40 प्रतिशत से ज्यादा रिटर्न दिया है।
एसआईपी शुरू करने से पहले फाइनेंशियल गोल फिक्स करें। फाइनेंशियल लक्ष्य निर्धारित करना एक निवेशक के लिए उनकी यात्रा में एक प्रेरक शक्ति के रूप में कार्य करता है।
म्यूचुअल फंड यूनिट्स को दो तरीकों से रखा जा सकता है, या तो फिजिकल फॉर्म में या डीमैटरियलाइज्ड फॉर्म में। डीमैट अकाउंट आपके शेयरों और दूसरी सिक्योरीटिज को इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म में रखने के लिए एक खाता होता है।
म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री में निवेश में लगातार इजाफा हो रहा है। जून में यह आंकड़ा 40,608 करोड़ रुपये पर था। मई में 34,697 करोड़ रुपये का इनफ्लो आया था। इसमें 9,563 करोड़ रुपये का एनएफओ निवेश था।
म्यूचुअल फंड/आरटीए से मिले कम्यूनिकेशन/अलर्ट की समीक्षा करें। जरूरतों के मुताबिक कार्य करें, अगर आपके फोलियो में कोई संदेहजनक लेनदेन/परिवर्तन हुआ है तो रिपोर्ट करें।
अगर कोई व्यक्ति किसी म्यूचुअल फंड में निवेश करने के लिए पेटीएम प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल कर रहा है, तो न्यूनतम दैनिक SIP राशि 21 रुपये है। वहीं एक दिन के लिए अधिकतम निवेश 1001 रुपये है। कई फंड ऐप और प्लेटफॉर्म हैं जिन्होंने न्यूनतम दैनिक SIP निवेश राशि 100 रुपये है।
बाजार नियामक ने कहा कि सूचीबद्ध कंपनियों या आरटीए द्वारा ‘नामांकन का विकल्प’ न देने की वजह से फिलहाल रोके जा चुके भुगतान को भी अब निपटाया जा सकेगा।
कुछ निवेशक जो अधिक ऑटोमेटेड और उच्च-रिटर्न चाहते हैं, साथ ही ज्यादा रिस्क लेने को तैयार हैं, उन्हें स्मार्ट SIP उपयुक्त लग सकता है। स्मार्ट SIP बाज़ार की स्थितियों के आधार पर आपके निवेश की राशि को समायोजित करने के लिए एल्गोरिदम का उपयोग करते हैं।
एनपीएस और म्यूचुअल फंड के बीच चुनाव वित्तीय उद्देश्यों को देखते हुए करना चाहिए। एनपीएस वित्तीय सुरक्षा और टैक्स छूट का लाभ देता है। वहीं, म्यूचुअल फंड उच्च जोखिम, लंबी अवधि में बड़ा फंड और बड़े लक्ष्य को पाने में मदद करता है।
रिपोर्ट के मुताबिक, 2023-24 के दौरान एसजीबी से जुटाई गई कुल राशि 27,031 करोड़ रुपये (44.34 टन) है। पिछले वित्त वर्ष में एसजीबी को चार चरणों में जारी किया गया था।
म्यूचुअल फंड कंपनी पैसे के प्रबंधन के लिए कुछ तय शुल्क वसूल करती हैं, जिनमें एक एग्जिट लोड भी शामिल है। यह चार्ज कंपनियां तब लगाती हैं जब निवेशक स्कीम से बाहर निकल रहा होता है। एग्जिट लोड चार्ज तब भी देना होता है, जब आप म्यूचुअल फंड यूनिट बेचते समय नुकसान में भी क्यों न हों।
जब आप विभिन्न श्रेणी में निवेश करते हैं तो आपकी रिस्क भी कम हो जाती है। जैसे कि अगर आप तीन स्कीम्स में निवेश करने का सोच रहे हैं तो लार्ज कैप स्कीम का चयन करें। उसके बाद मल्टी या मिड कैप को चुनें।
जैसे-जैसे म्यूचुअल फंड में निवेश करने वालों की संख्या बढ़ी है, उसी अनुपात में गलती करने वाले बढ़े हैं। इसके चलते निवेशकों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है।
प्राइम डाटाबेस ग्रुप के प्रबंध निदेशक प्रणव हल्दिया ने कहा कि भारतीय बाजार ‘आत्मनिर्भरता’ की ओर बढ़ रहा है और अगली कुछ तिमाहियों में डीआईआई की हिस्सेदारी एफपीआई से आगे निकल जाएगी।
छोटे निवेशकों के बीच म्यूचुअल फंड तेजी से लोकप्रिय हो रहा है। इसकी वजह एमएफ पर मिलने वाला तगड़ा रिटर्न है। आज हम तीन ऐसे ही म्यूचुअल फंड स्कीम के बारे में बता रहे हैं, जिसने निवेशकों को लखपति से करोड़पति बनाया है।
How to check KYC status online : 'ऑन होल्ड' केवाईसी स्टेटस के कारण आवश्यक दस्तावेज जमा होने तक सभी वित्तीय और कुछ गैर-वित्तीय ट्रांजेक्शंस नहीं कर पाएंगे। इसका मतलब यह होगा कि एसआईपी लेनदेन, रिडेम्पशन लेनदेन आदि प्रभावित होंगे।
Mutual Fund: म्यूचुअल फंड कंपनी की ओर से काटे जाने वाला चार्जेस को लेकर आपको हमेशा पूरी जानकारी होनी चाहिए।
वित्त वर्ष 2023-24 में स्मॉल-कैप फंड में 40,188 करोड़ रुपये का प्रवाह देखा गया, जो पिछले वित्त वर्ष में दर्ज 22,103 करोड़ रुपये से कहीं अधिक है।
Best mutual funds: पिछले कुछ वर्षों में भारतीय शेयर बाजार ने निवेशकों को काफी अच्छा रिटर्न दिया है। इसका असर म्यूचुअल फंड रिटर्न पर भी देखने को मिला है।
अगर आप Mutual Fund में निवेश करते हैं तो निवेश को लेकर स्पष्टता होनी चाहिए। पहले आपको तय करना होगा कि निवेश का मकसद क्या है, कितने समय के लिए और कितना निवेश करना है।
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