आज के समय में किसी भी म्यूचुअल फंड से 12% का रिटर्न पाना आम बात है। लेकिन कुछ बात ध्यान में रखकर 15 फीसदी या उससे भी ऊपर रिटर्न जेनरेट कर सकते हैं।
WhiteOak Capital Mutual Fund की SIP Analysis Report से पता चला है कि किसी भी निवेशक को कम से कम तीन साल के लिए एसआईपी के जरिये म्यूचुअल फंड में निवेश करनी चाहिए।
फंड हाउस आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल म्यूचुअल फंड द्वारा 31 अक्टूबर 2002 को पेश किया गया था, और 3 नवंबर, 2022 तक, यह 21.21% का सीएजीआर प्रदान कर चुका है।
बाजार के जानकारों का कहना है कि किसी भी म्यूचुअल फंड में निवेश करते वक्त निवेशकों को पता होना चाहिये की वह किस फंड में निवश कर रहा है।
जब भी कोई नया SIP शुरू करें तो डेट का जरूर ख्याल करें। आपके रिटर्न पर तारीख बहुत बड़ा असर डालता है।
म्यूचुअल फंड की पैमाइश सालाना रिटर्न के जरिये पता किया जाता है। आज हम शेयर बाजार के ऐसे ही पांच म्यूचुअल फंड (5 Best Mutual Fund) लेकर आए हैं, जिन्होंने बीते एक साल में शानदार रिटर्न दिया है।
बीते एक साल से शेयर बाजार में बड़ा उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है। हालांकि, इसके बावजूद भी निवेशकों का भरोसा डगमगाया नहीं है।
Mutual Funds: आदित्य बिड़ला सन लाइफ म्यूचुअल फंड, आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल म्यूचुअल फंड और निप्पन इंडिया म्यूचुअल फंड ने सिल्वर ईटीएफ शुरू किया है।
Mutual Funds से निवेशकों ने निकाले 70,000 करोड़ रुपये, जानिए, इस निकासी की वजह Mutual Funds Investors withdrew Rs 70,000 crore, know the reason for this withdrawal
Mutual Funds स्कीम में निवेश से पहले रखे इन 4 बातों का ख्याल, मिलेगा बंपर रिटर्न Mutual Funds Keep these 4 things in mind before investing you will get bumper returns
Bank, म्यूचुअल फंड कंपनियां, बीमा कंपनियां अपने कस्टमर्स को बकाया दावों या उसके साथ बकाया राशि को चेक करने की सुविधा देते हैं।
Franklin Templeton के पास 20 लाख निवेशकों की 56,000 करोड़ रुपये की प्रबंधन-अधीन परिसंपत्तियां हैं और इसका परिचालन बेहद मुनाफे में चल रहा है।
Retirement Planning: किसी स्कीम के नाम में रिटायरमेंट प्लान या Pension Plan लगा देने से यह साबित नहीं हो जाता कि वह आपके Retirement Planning के लक्ष्य को प्राप्त करने में सक्षम होगी।
इस महीने कम से कम छह एएमसी ने नई योजनाएं शुरू करने की मंजूरी के लिए सेबी के पास दस्तावेज जमा करवाए हैं।
सेबी ने यह सुनिश्चित करने के लिए कहा है कि प्रत्येक म्यूचुअल फंड द्वारा विदेशी निवेश फरवरी के स्तर तक सीमित रहे।
इस पहल का मकसद प्रतिभूति बाजार में सभी पक्षों की गतिविधियों में एकरूपता लाना है। पिछले साल सेबी ने नये कारोबारी और डीमैट खाता खोलने वाले निवेशकों के लिये भी ऐसा ही विकल्प दिया था।
एम्फी ने कहा कि मई का यह आंकड़ा अप्रैल में इक्विटी म्यूचुअल फंड में हुए 15,890 करोड़ रुपये के शुद्ध निवेश की तुलना में अधिक है।
मॉर्निंगस्टार इंडिया के आंकड़ों के अनुसार, 2021-22 में 176 नई कोष पेशकशें आईं। इन एनएफओ के जरिये 1,07,896 करोड़ रुपये जुटाए गए हैं।
आप म्यूचुअल फंड का यूनिट भुनाना चाहते हैं तो यह काम काम किसी भी बिजनेस डे को आप इसकी प्रक्रिया शुरू कर सकते हैं।
घरेलू निवेशकों ने एसआईपी के जरिये अप्रैल महीने में म्यूचुअल फंड में 72,800 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश किया।
संपादक की पसंद
लेटेस्ट न्यूज़