दिल्ली में भी मुसलमानों की एक कांफ्रेंस भी की जाएगी। इस कांफ्रेंस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बुलाने का प्लान है। इसके साथ ही 1 और 2 फरवरी को रायपुर में बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा की कार्यकारिणी बैठक है।
What is a Fatwa: फतवा कब और किस लिए जारी किया जा सकता है, क्या फतवा को हर मुसलमान को मानना जरूरी होता है, क्या फतवा का तिरस्कार करने वाले को कठोर सजा हो सकती है, क्या कोई भी मुसलमान फतवा जारी कर सकता है।
मुस्लिम महासभा के अध्यक्ष इमरान खान ने कहा कि काजी ऐसी शादियों में भी निकाह पढ़वाने से परहेज करें जहां बैंड-बाजे के साथ बारात निकाली जा रही हो।
इस बार के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस, AAP और औवैसी की पार्टी की ओर से मुस्लिम कैंडिडेट उतारे गए थे। वहीं बीजेपी की ओर से कोई भी मुस्लिम उम्मीदवार मैदान में नहीं था।
महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. इनामुर्रहमान ने कहा, ‘‘हमारे महाविद्यालय का माहौल वैसा कतई नहीं है, जैसे आरोप लगाए जा रहे हैं। हालांकि, एबीवीपी की शिकायत गंभीर है और मैंने जिला न्यायालय के किसी अवकाशप्राप्त न्यायाधीश से इसकी जांच कराने का निर्णय लिया है।’’
झारखंड हाईकोर्ट ने कहा है कि मुस्लिम पर्सनल लॉ के तहत 15 साल या उससे अधिक उम्र की मुस्लिम लड़की अपने अभिभावकों के हस्तक्षेप के बगैर अपनी पसंद के व्यक्ति से शादी करने के लिए स्वतंत्र है।
सभी पक्षों को सुनने के बाद जस्टिस एस.के. द्विवेदी की एकल पीठ ने युवक के खिलाफ दायर एफआईआर और क्रिमिनल प्रोसिडिंग को रद्द करने का आदेश दिया। हाईकोर्ट ने अपने फैसले में कहा कि यह साफ है कि मुस्लिम लड़की का विवाह मुस्लिम पर्सनल लॉ द्वारा शासित होता है।
Adnan Oktar Jail: अदनान ओकतार को 8658 साल की जेल की सजा सुनाई गई है। वह एक टीवी शो को होस्ट करता था, जिसमें वह कई लड़कियों के साथ दिखाई देता था।
दिल्ली के पटेल नगर इलाके में लव जिहाद का एक नया मामला सामने आया है। पीड़िता ने बताया कि उसका पति शादी से पहले उससे सिख युवक बनकर मिला था और उसने अपना नाम गुरप्रीत बताया था।
मध्य प्रदेश के रायसन जिले से धर्म परिवर्तन करने का मामला प्रकाश में आया है। इस मामले का उजागर तब हुआ जब निरक्षण करने के लिए अधिकारी पहुंचे थे।
मलिक दीनार इस्लामिक कॉम्प्लेक्स (एमआईसी) द्वारा संचालित एकेडमी ऑफ शरिया एंड एडवांस्ड स्टडीज (एएसएएस) के प्राचार्य ओनाम्पिल्ली मुहम्मद फैजी ने कहा कि संस्कृत, उपनिषद, पुराण आदि पढ़ाने का उद्देश्य छात्रों में अन्य धर्मों के बारे में ज्ञान और जागरूकता पैदा करना है।
Nikah Mutah: निकाह मुताह में कई तरह के नियम और शर्तें होती हैं, जो महिलाओं के लिए एक तरह से अभिशाप होता है। इसका आज के वक्त में भी इस्तेमाल किया जाता है। निकाह मुताह की काफी आलोचना होती है।
ग्रामीण मुस्लिम इलाकों में रहने वाले लोग मानते हैं कि जब तक महिलाओं के जननांग का एक हिस्सा काट नहीं दिया जाता तब तक उन्हें शादी के काबिल नहीं माना जाता है। इसके अलावा कुछ लोगों का मानना है कि इससे लड़कियों में सेक्स के प्रति आकर्षण कम हो जाता है।
मुंबई के एक पेट्रोल पंप पर नमाज पढ़ते हुए वीडियों वायरल हो रहा है। पेट्रोल पंप के मालिक ने बताया कि नमाज पढ़ने के लिए कोई भी अनुमति नहीं ली गई थी। वीडियो में साफ तौर पर देखा जा सकता है कि 6-7 लोग नमाज पढ़ रहे हैं।
Protest In Iran: ईरान में प्रदर्शन खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। देश के कई हिस्सों में प्रदर्शन जारी है। वही ईरान के ज़ाहेदान शहर में फिर शांत हुआ प्रदर्शन जारी हो गया है। शुक्रवार की नमाज खत्म होने के बाद ये प्रदर्शन शुरु हो गया।
Shahjahanpur News: हनुमान मंदिर निर्माण के लिए नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया की जमीन कम होने के कारण पहले अस्मत उल्ला खां की जमीन को खरीदने की योजना बनाई गई थी। लेकिन बाद में पूर्व केंद्रीय गृहराज्य मंत्री स्वामी चिन्मयानंद के दखल पर मुख्यमंत्री के माध्यम से अस्मत उल्ला से बात की गई।
Iran Kurds: ईरान में लंबे समय से कुर्दों के साथ भेदभाव होता आया है। आज भी ये लोग अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहे हैं। हिजाब को लेकर हो रहे विरोध प्रदर्शनों में भी कुर्द इलाकों को ही निशाना बनाया जा रहा है।
SC On Talaq-E-Hasan:सुप्रीम कोर्ट ने देश के लाखों मुस्लिम महिलाओं में उम्मीद की नई किरण जगा दी है। दरअसल उच्चतम न्यायालय ने ‘तलाक-ए-हसन’ और अन्य सभी प्रकार के ‘एकतरफा न्यायेत्तर तलाक’ को असंवैधानिक घोषित करने का अनुरोध करने वाली याचिकाओं को मंगलवार को स्वीकार कर लिया है।
Muslims Women protest in Iran: ईरान में बीते चार सप्ताह से मुस्लिम महिलाएं सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रही है। ईरान के कई हिस्सों में प्रदर्शन काफी तेज हो गए हैं। महिलाएं अपनी बाल काट कर विरोध जता रही है। हाल ही में प्रियंका चोपड़ा ने भी ईरानी महिलाओं का समर्थन किया था।
Uighur Muslims: चीन ने शिंजियांग में मानवाधिकारों की स्थिति पर संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (यूएनएचआरसी) में हुए मतदान में भारत के अनुपस्थित रहने पर शनिवार को भी अपनी खामोशी बरकरार रखी।
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