सीएसडीएस-लोकनीति अपने सर्वेक्षण के साथ सामने आई है कि 20 प्रतिशत मुस्लिम वोटों में से समाजवादी पार्टी को लगभग 79 प्रतिशत वोट मिले और कम से कम आठ प्रतिशत वोट भाजपा को मिले, जो 2017 की तुलना में एक प्रतिशत की वृद्धि है।
उत्तर प्रदेश में सीएसडीएस-लोकनीति के सर्वेक्षण में एक तथ्य यह भी सामने आया कि भाजपा ने 2017 की तुलना में मुस्लिम मतदाताओं के बीच अपने समर्थन में मामूली वृद्धि की जो बसपा और कांग्रेस को मिले मत प्रतिशत से अधिक रही।
मुजफ्फरनगर से लेकर आजमगढ़ तक, अधिकांश मुस्लिम बहुल जिलों में समाजवादी पार्टी गठबंधन को मुसलमानों ने खुलकर वोट दिया है और कई जिलों में ये वोट सीटों में भी तब्दील हुआ है।
मीडिया प्रभारी शाहिद सईद ने बताया कि मंच के 400 कार्यकर्ता उत्तर प्रदेश में भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर काम करेंगे। उन्होंने कहा कि मंच के ये कार्यकर्ता जनजागरण अभियान के तहत मुस्लिम मतदाताओं से संपर्क साध कर उन्हें मोदी और योगी सरकार की उपलब्धियों के बारे में बताएंगे।
यूपी में कांग्रेस अपना संकल्प पत्र मिशन शुरू कर रही है ताकि ज्यादा से ज्यादा मुस्लिम वोटर्स को साधा जा सके। कांग्रेस अपना संकल्प पत्र प्रदेश की सभी 403 विधानसभा की बड़ी मस्जिदों के बाहर बांटेगी।
ममता बनर्जी पर तुष्टीकरण की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए मोदी ने कहा कि उन्हें लोगों के तिलक लगाने और भगवा वस्त्र पहनने पर भी अब एतराज होने लगा है।
आईएएनएस-सीवोटर के एग्जिट पोल के मुताबिक, दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी को कांग्रेस के मुकाबले ज्यादा मुस्लिम वोट मिले हैं।
इम्तियाज हुसैन दक्षिण-पूर्वी दिल्ली के बटला हाउस में अपने दफ्तर में बैठे हुए फिल्म 'कर्मा' के मशहूर गीत ‘‘दिल दिया है, जां भी देंगे'' सुनकर भावुक हो जाते हैं। इस देश से प्रेम है उन्हें और वह अपनी भारतीयता बरकरार रखना चाहते हैं।
बहुजन समाज पार्टी अभी हाल में हुए विधानसभा उपचुनाव में जीरो पर आउट होने के बाद फूंक-फूंक कदम रखना चाह रही है।
बिहार में राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के अध्यक्ष लालू प्रसाद की अनुपस्थिति में अपेक्षाकृत कमजोर नजर आ रहे राजद के वोटबैंक में सेंधमारी तैयारी प्रारंभ हो गई है। मुस्लिम और यादव (एमवाई) समुदाय को आमतौर पर राजद का वोटबैंक माना जाता है।
पूर्वी उत्तर प्रदेश के मुस्लिम मतदाताओं के भाजपा को वोट देने की संभावना कम है लेकिन उनके सामने दुविधा यह है कि आखिर वे सपा-बसपा गठबंधन और कांग्रेस में से किसे वोट दें।
पूर्व विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने कहा कि उत्तर प्रदेश में मुस्लिम वोटों में सपा-बसपा गठबंधन और कांग्रेस के बीच बंटवारा हो गया है।
लोकसभा चुनाव 2019: क्या मोदी को मिलेगा बिहार के मुसलमानों का साथ?
कहते हैं कि दिल्ली के जिस किसी सुल्तान ने अमीर खुसरो के गुरु निजामुद्दीन औलिया से आंखें फेरी, उसकी सल्तनत ज्यादा दिन नहीं टिक पाई। इस इलाके के मुसलमानों ने विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को सर-आंखों पर बिठाया था, लेकिन अब केजरीवाल को लेकर यहां के मुसलमानों का मूड भी बदला हुआ है।
जामा मस्जिद का इलाका चांदनी चौक लोकसभा सीट के तहत आता है। दिल्ली की सात लोकसभा सीटों में चादनी चौक सबसे छोटी है। इस सीट पर 12 मई को वोटिंग होनी है।
जामिया नगर का इलाका ओखला विधानसभा में आता है। पिछले विधानसभा चुनाव में यहां के मुसलमानों ने आम आदमी पार्टी पर भरोसा जताया था लेकिन लोकसभा चुनाव में केजरीवाल के लिए यहां के मुसलमानों का मन और मत दोनों बंटा हुआ है।
वैसे बंगाल में जनसंघ के जमाने से ही बीजेपी सक्रिय है। ये सच है कि जनसमर्थन अब तक बहुत ज्यादा सीटों में तब्दील नहीं हो पाया। मगर आरएसएस से जुड़े संगठनों की कोशिशों की बदौलत गांव और कस्बों तक बीजेपी का नेटवर्क फैल चुका है।
लखनऊ के मुसलमानों के मन में मोदी के लिए कितना सम्मान?
लोकसभा चुनाव 2019 के लंबे कार्यक्रम के साथ ही रमजान के महीनें में मतदान कराए जाने को लेकर कुछ धार्मिक गुरु और राजनेता नाराज़गी जता चुके हैं।
गोरखपुर वो सीट है जहां योगी आदित्यनाथ का डंका बजता है। जब तक योगी मैदान में रहे, जीतते रहे। 1998 से लेकर 2014 तक लगातार 5 बार योगी जीते लेकिन बाबा गोरखनाथ और बाबा रोशन अली शाह के शहर में उपचुनाव के बाद जब से गठबंधन ने जोर पकड़ा, योगी के लिए चुनौती बढ़ गई
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