मुंबई में 2008 के आतंकवादी हमलों के वॉन्टेड तहव्वुर राणा को जल्द ही अमेरिका से भारत प्रत्यर्पित किया जा सकता है। माना जाता है कि वह इन आतंकी हमलों के मुख्य साजिशकर्ताओं में से एक डेविड हेडली का करीबी साथी है।
सदानंद वसंत दाते इससे पहले भी दो बार केंद्र सरकार में अपनी सेवा दे चुके हैं। वह सीबीआई में उप महानिरीक्षक की और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) में महानिरीक्षक की जिम्मेदारी निभा चुके हैं।
भारत ने पाकिस्तान से मांग की है कि मुंबई आतंकी हमले के मास्टरमाइंड आतंकी हाफिज सईद को हमें सौंप दें। इसपर पाकिस्तान ने कहा है कि हमें भारत का अनुरोध प्राप्त हुआ है लेकिन हम हाफिज सईद को कैसे सौंप सकते हैं, जानिए पाकिस्तान ने क्या दी है दलील-
बीते रविवार को आर्थिक नगरी मुंबई में साल 2008 में आतंकी हमले की 15वीं बरसी मनाई गई है। लोगों ने इस घटना में शहीद लोगों को श्रद्धांजलि दी। हालांक, इस दिन पुलिस को एक और आतंकी हमले की इनपुट मिला जिसके बाद पूरी रात जांच जारी रही।
भारत के एक और दुश्मन व पाकिस्तानी आतंकी मुफ्ती कैसर की कराची में गोली मारकर हत्या कर दी गई है। मुफ्ती कैसर फारूक मुंबई हमले के मास्टर माइंड आफिज सईद का राइट हैंड था। वह लश्कर-ए-तैय्यबा के संस्थापक सदस्यों में था। इससे कुछ दिन पहले हाफिज सईद के बेटे कमालुद्दीन के भी मारे जाने की अपुष्ट खबर आ चुकी है।
मुंबई 26/11 हमले के आरोपी तहव्वुर हुसैन राणा को भारत लाने का रास्ता हुआ साफ... अमेरिका की अदालत ने प्रत्यर्पण की दी इजाज़त
मुंबई हमलों के आरोपी तहव्वुर हुसैन राणा को भारत लाने का रास्ता साफ हो गया है। अमेरिका की एक अदालत ने पाकिस्तानी मूल के कनाडाई नागरिक तहव्वुर हुसैन राणा को भारत को सौंपने को मंज़ूरी दे दी है। भारत मे 10 जून 2020 को भारत सरकार ने राणा को गिरफ्तार करके भारत लाने की मांग की थी.
S Jaishankar on 26/11 Mumbai Attack: विदेश मंत्री एस जयशंकर ने 26/11 आतंकी हमले के पीड़ितों को याद किया। उन्होंने कहा कि हमले के मास्टरमाइंड को न्याय के कठघरे में लाना होगा।
26/11 Mumbai Terror Attack: मुंबई में 2008 में आतंकी हमले हुए थे। जिसमें 166 लोगों की मौत हो गई जबकि बड़ी संख्या में लोग घायल हुए थे। ये लोग आज भी उन डरावनी यादों को भूल नहीं पाए हैं।
13 साल पहले आज ही के दिन मुंबई में पाकिस्तान से आए दस आतंकवादियों ने पूरे 60 घंटे से ज्यादा ऐसा आतंक फैलाया जिसके याद आज भी खौफ भर देती है। इस हमले के जख्म आज भी ताजा हैं। पूरे देश ने आज उस हमले में मरने वालों को श्रद्धांजलि दी। लेकिन दुख की बात ये है कि 26/11 अटैक के मास्टरमाइंड हाफिज सईद और जकीउर रहमान लखवी पाकिस्तान में आराम से रह रहे हैं और तब की सरकार के फैसलों पर आज भी सवाल उठाए जा रहे हैं। देखिए मुक़ाबला अजय कुमार के साथ।
आज ही के दिन सरहद पार से आए पाकिस्तानी आतंकियों ने देश की आर्थिक राजधानी मुंबई को निशाना बनाया था और आतंक का ऐसा तांडव मचाया था जिसे कोई भी देशवासी अब तक नहीं भूल पाया है।
सोमा राजस्वरन का मानना है कि उनके दिवंगत पिता उनकी और उनके परिवार की रक्षा कर रहे थे और हर साल 26 नवंबर को वह अपने पिता को याद करते और उन्हें धन्यवाद देते थे।
11 जुलाई 2006 का दिन था। रोज की तरह मुंबई की लोकल रेलगाड़ियां लोगों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने की जल्दी में दौड़ रही थीं। अचानक इन रेलगाड़ियों में से कुछ में एक के बाद एक कई बम धमाके हुए...
2008 में देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में हुए 26/11 आतंकी हमले के प्रमुख साजिशकर्ता तहव्वुर राणा को अमेरिका के लॉस एंजिल्स में एक बार फिर गिरफ्तार किया गया है।
मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त राकेश मारिया ने दावा किया है कि लश्कर-ए-तैयबा ने 26/11 के मुंबई आतंकी हमले को "हिंदू आतंकवाद" के रूप में पेश करने तथा पाकिस्तानी आतंकवादी मोहम्मद अजमल कसाब को बेंगलुरु के समीर चौधरी के रूप में मारे जाने की योजना बनाई थी।
हाफिज सईद पर पाकिस्तान की कार्रवाई पर भारत की पहली प्रतिक्रिया आई है। भारत सरकार ने कहा है कि हाफिज सईद के अलावा दूसरे आतंकियों पर भी पाकिस्तान को कार्रवाई करना चाहिए।
मुम्बई आतंकवादी हमलों के मास्टरमाइंड तथा कुख्यात आतंकवादी हाफिज सईद को पाकिस्तान की अदालत द्वारा सजा सुनाने के फैसले का अमेरिका ने स्वागत करते हुए कहा कि लश्कर-ए-तैयबा की जवाबदेही तय करने की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम है।
भारत की आर्थिक राजधानी मुंबई में हुए 26/11 के हमले में इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) के मेजर इकबाल और मेजर समीर अली ने लश्कर द्वारा संचालित आतंकी हमले में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
देश के इतिहास में सबसे भीषण आतंकी हमले 26/11 की आज 11वीं बरसी है। 26 नवंबर 2008 को दस पाकिस्तानी आतंकवादियों ने मुंबई समेत पूरे देश को दहला दिया था। 11 साल पहले हुए भीषण आतंकी हमलों में 166 लोग मारे गए थे।
पाकिस्तान की आतंकवाद निरोधक अदालत मुंबई आतंकी हमले के मुख्य साजिशकर्ता और जमात-उद-दावा प्रमुख हाफिज सईद के खिलाफ आतंकवाद के लिए पैसा जुटाने के आरोपों पर दो सितंबर को सुनवाई शुरू करेगी।
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