राज ठाकरे ने एलफिंस्टन रोड स्टेशन पर हुई भगदड़ के खिलाफ आज यहां पश्चिम रेलवे मुख्यालय तक एक मार्च का नेतृत्व किया और कहा कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं
बता दें कि बीते 29 सितंबर को सुबह के भीड़भाड़ वाले समय में स्टेशन पर संकरे फुटओवर ब्रिज की सीढियों पर भगदड़ मच गई जिसमें 23 लोगों की मौत हो गई और 30 से अधिक घायल हो गए। पश्चिम रेलवे ने कल इसके कारणों की जांच शुरू की थी। जिस ओवरब्रिज पर भगदड़ मची उसी
रेलवे द्वारा एलफिंस्टन रोड स्टेशन पर भगदड़ की जांच करने के बीच, इस घटना में बाल बाल बची एक छात्रा ने जांच समिति के सामने आशंका जताई कि फूल बेचने वाले एक व्यक्ति ने चिल्लाकर बोला था फूल गिर गया...
ये सोचकर ही दुख होता है और देख कर यकीन नही होता कि आज भी रेलवे के पास ऐसे पुल हैं जो अंग्रेजों के जमाने में बने थे....जो 106 साल पहले बने थे।
मुंबई में एलफिंस्टन स्टेशन के ओवर ब्रिज पर मची भगदड़ के बाद एमएनएस राज ठाकरे ने मोदी सरकार पर निशाना साधाते हुएर चेतावनी दी है कि अगर मुंबई में रेलवे ने बुनियादी ढांचे में सुधार नहीं किया, तो वह मुंबई में बुलेट ट्रेन का काम शुरू नहीं होने देंगे.
चार अफवाहों के बीच मुंबई के एलफिंस्टन ब्रिज की सीढि़यों में फंस कर रह गई 22 लोगों की धड़कनें। इस देश ने अपने 22 से ज्यादा नागरिकों को एक ऐसे हादसे में खो दिया है जिसने हमारी राजनीति, हमारे विज्ञान और हमारी संवेदनशीलता तीनों पर सवाल उठा दिया है।
मुंबई में हुए हादसे को लेकर एक बड़ी खबर सामने आई है। साल 2016 में तत्कालीन रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने ब्रिज के लिए बजट पास कर दिया था
मुंबई में परेल-एलफिंस्टन स्टेशनों को जोड़ने वाले संकरे रेलवे फुटओवर ब्रिज पर मची भगदड़ में हुई मौतों पर फिल्म जगत के सितारों ने शोक व्यक्त है और मुंबई के आधारभूत ढांचे की हालत पर सवाल उठाए हैं।
मुंबई में हुए हादसे को लेकर एक और खुलासा हुआ है। शिवसेना ने एलिफिस्टन ब्रिज की चौड़ाई बढ़ाने के लिए पूर्व रेल मंत्री सुरेश प्रभु को चिट्ठी भी लिखी थी लेकिन रेलवे ने इसपर कोई पहल नहीं की
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