बुली बाई ऐप मामले में मुंबई पुलिस को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। इस मामले में बैंगलोर से एक शख्स पकड़ा गया है जबकि उत्तराखंड से एक 18 वर्षीय लड़की गिरफ्तार हुई है। आपको बता दें, बुली बाई वही ऐप है जो हाल ही में मुस्लिम महिलाओं को टारगेट करने के करने के कारण विवादों में आया था।
सोमवार को महाराष्ट्र के गृह राज्य मंत्री सतेज पाटिल ने उन्हें "बुली बाई" ऐप के डेवलपर्स के खिलाफ एक्शन लेने का निर्देश दिया था, जिसके बाद इस मामले में ये पहली बड़ी कार्रवाई है। पकड़े गए आरोपी की पहचान एक 21 वर्षीय इंजीनियरिंग छात्र के रूप में हुई है।
कैलिफोर्निया में मौजूद सोशल मीडिया ऐप गिटहब की तरफ से इंडिया टीवी को जवाब दिया गया है। सुल्ली डील्स और बुल्ली बाई नाम से पेज गिटहब पर बनाए गए थे।
महाराष्ट्र के गृह राज्य मंत्री सतेज पाटिल ने कहा, "मुंबई पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। हालांकि हम इस समय विवरण का खुलासा नहीं कर सकते क्योंकि इससे चल रही जांच में बाधा आ सकती है, मैं सभी पीड़ितों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि हम अपराधियों का लगातार पीछा कर रहे हैं और वे जल्द ही कानून का सामना करेंगे।"
सीआरपीसी की धारा 144 के तहत मुंबई में प्रतिबंधों को शुक्रवार को 15 जनवरी तक के लिए बढ़ा दिया गया है। मुंबई पुलिस ने लोगों को समुद्र तटों, खुले मैदानों, सैरगाहों, उद्यानों, पार्कों और अन्य सार्वजनिक स्थानों पर शाम 5 बजे से सुबह 5 बजे तक जाने पर रोक लगाई है।
पुलिस के एक अधिकारी ने कहा, ''पुलिस को सूचना मिली थी कि खालिस्तानी तत्व नववर्ष की पूर्व संध्या पर मुंबई में आतंकी हमला कर सकते हैं।'' उन्होंने कहा कि कानून-व्यवस्था को बनाए रखने के मद्देनजर पुलिस 31 दिसंबर को शहरभर में कड़ी सर्तकता बरतेगी।
सूत्रों के मुताबिक, परमबीर सिंह छुट्टी खत्म होने के बाद भी ड्यूटी ज्वाइन नहीं की और ना ही उन्होंने इस संदर्भ में महाराष्ट्र गृह मंत्रालय से सम्पर्क किया। गृह विभाग ने उनसे कई बार सम्पर्क स्थापित करने की कोशिश की लेकिन सम्पर्क में नहीं आए।
मुंबई पुलिस के आधिकारिक इंस्टाग्राम हैंडल ने कोविड प्रोटोकॉल के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए एक बार फिर बॉलीवुड डॉयलॉग्स का इस्तेमाल किया है।
मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह सोमवार को पहली बार महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच कर रहे आयोग के सामने पेश हुए और समिति से कहा कि वह अपने खराब स्वास्थ्य के कारण पहले पेश नहीं हो सके थे।
अपनी शिकायत में पठान ने कहा है कि डी.बी.मार्ग थाने के तत्कालीन वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक एन.आर.माली ने उन्हें सूचित किया था कि उन्होंने कसाब के पास से एक मोबाइल फोन जब्त किया है और फोन को कांबले नाम के कांस्टेबल को सौंपे जाने की बात कही थी।
सूत्रों के मुताबिक, परमबीर सिंह को वापस जांच के लिए बुलाया जाएगा। सिंह जांच में सहयोग कर रहे हैं। उन्होंने शिकायतकर्ता के आरोपों पर कहा कि मुझे इसकी जानकारी नहीं है।
शिकायत के आधार पर पुलिस ने इस मामले में 6 आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 384, 385 व 34 के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
अगर परमबीर सिंह 30 दिनों के भीतर सामने नहीं आते हैं, तो मुंबई पुलिस उनकी संपत्तियों को कुर्क करने की प्रक्रिया शुरू करेगी। शनिवार को मुंबई क्राइम ब्रांच ने उपनगर गोरेगांव में एक पुलिस थाने में उनके तथा अन्य के खिलाफ दर्ज वसूली के मामले में भगौड़ा आरोपी घोषित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी थी।
महाराष्ट्र के मालेगांव हिंसा मामले में NCP नेता को मालेगांव पुलिस ने रविवार को गिरफ्तार कर लिया है। एनसीपी के कॉरपोरेटर अयाज हलचल को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार किए गए अयाज हलचल पर वाट्सऐप (WhatsApp) से अफवाह फैलाने का आरोप है।
हत्या की वारदात सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई जिसके बाद पुलिस ने आरोपी पति को गिरफ्तार कर लिया। अक्षय को आकांक्षा के चरित्र पर शक था।
मिली जानकारी के अनुसार मुंबई पुलिस के कंट्रोल रूम पर एक टैक्सी ड्राइवर का फोन आता है जिसमें टैक्सी ड्राइवर ने बताया कि उनसे 2 संदिग्ध लोग एंटीलिया की लोकेशन पूछ रहे थे।
मुंबई पुलिस की विशेष जांच टीम (SIT) ने चंकी पांडे के भाई चिक्की पांडे को बयान दर्ज कराने के लिए समन भेजा है। सैम डिसूजा ने बताया कि पैसों का बैग लेकर चिक्की पांडे लोअर परेल आए थे।
पुलिस ने अदालत को बताया कि वाजे और वांछित आरोपी परमबीर सिंह ने क्रिकेट मैच में सट्टा लगाने वालों को गिरफ्तार करने का डर दिखाकर उनसे ढेर सारे पैसे की उगाही की।
मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह भी इस मामले में आरोपी हैं। सहायक पुलिस निरीक्षक वाजे को इस साल मार्च में उद्योगपति मुकेश अंबानी के दक्षिण मुंबई स्थित आवास के पास से एक एसयूवी की बरामदगी और ठाणे के व्यवसायी मनसुख हिरन की हत्या के मामले में उनकी गिरफ्तारी के बाद सेवा से बर्खास्त कर दिया गया था।
बता दें कि प्रभाकर साईल के हलफनामे के बाद ही एनसीबी चीफ एस. एन. प्रधान ने विजिलेंस जांच के आदेश दिए थे।
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