शिवपाल यादव ने सैफई में कहा, "यह कोई निर्णय लेने का समय नहीं है। फिलहाल हम यह तय करने की स्थिति में नहीं हैं कि मुझे क्या करना है और क्या नहीं।" बदली हुई परिस्थितियों में अपनी भूमिका के बारे में लगातार पूछे गए सवालों के जवाब में उन्होंने कहा, ''देखते हैं (मुझे) क्या जिम्मेदारी दी जाती है।''
Mulayam Singh Yadav: मुलायम सिंह का अंतिम संस्कार मंगलवार को सैफई के मेला ग्राउंड में हुआ। उनके अंतिम संस्कार को लेकर मंच तैयार करने के लिए यहां रुक-रुक कर हो रही बूंदाबांदी के बीच कई लोग और मशीनें रात भर काम करती रहीं।
Mulayam Singh Yadav: धरतीपुत्र के नाम से विख्यात मुलायम सिंह ने अपने गांव में अंतिम संस्कार की इच्छा रही होगी इसलिए लाखों की भीड़ के बीच नेताजी के अंतिम संस्कार रीतिरिवाज से किया गया।
मुलायम सिंह यादव उस पीढ़ी के नेता थे जो अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं से सीधा जुड़ाव रखते थे।
दिग्गज समाजवादी नेता मुलायम सिंह यादव का अंतिम संस्कार मंगलवार को सैफई के मेला ग्राउंड में किया गया। मुखाग्नि देने से पहले अखिलेश यादव ने सिर पर सपा की लाल टोपी लगाई। अंतिम संस्कार के दौरान वहां मौजूद लोगों ने 'नेताजी-अमर रहें’ और 'मुलायम सिंह यादव-अमर रहें, अमर रहें'' के नारे लगाए।
Mulayam Singh Yadav: धरतीपुत्र और नेताजी के नाम से मशहूर रहे यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री और देश के पूर्व रक्षामंत्री मुलायम सिंह यादव का आज अंतिम संस्कार उनके गांव सैफई में हुआ। उनके अंतिम संस्कार के लिए आज देश के तमाम बड़े नेता सैफई पहुंचे थे।
Mulayam Singh Yadav: सैफई पहुंचे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी समेत कई प्रमुख नेताओं ने मुलायम सिंह यादव को श्रद्धांजलि अर्पित की।
Mulayam Singh Yadav: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘‘हमारे राजनीतिक मतभेदों के बीच भी पिछली लोकसभा के अंतिम सत्र में सदन में मुलायम सिंह जी जैसे वरिष्ठ नेता के खरे-खरे शब्द आशीर्वाद की तरह थे।’’
Mulayam Singh Yadav: अपने नाम के मुताबिक मुलायम सिंह यादव उर्फ नेताजी काफी सरल और सौम्य स्वभाव के राजनेता थे। अपने शुरुआती दिनों में छात्र राजनीति में सक्रिय रहे यादव ने राजनीति शास्त्र में डिग्री लेने के बाद एक इंटर कॉलेज में कुछ समय के लिए शिक्षण कार्य भी किया।
Mulayam Singh Yadav:मुलायम सिंह यादव भले ही अब इस दुनिया में नहीं हैं, लेकिन उनकी राजनीति में कई ऐसे उतार चढ़ाव आए, जिसने उनकी पूरी छवि ही बदल डाली। वर्ष 1989 में वह पहली बार यूपी के मुख्यमंत्री बने। तब तक समाजवादी पार्टी का गठन नहीं हुआ था।
Guest House Scandal: साल 1995 के जून महीने में लखनऊ के एक गेस्ट हाउस में जो घटना हुई, वही गेस्ट हाउस कांड के नाम से जानी जाती है। तब मायावती ने खुद को कमरे में बंद कर लिया था।
Mulayam Singh Yadav: उत्तर प्रदेश के लोकप्रिय नेता और 'धरतीपुत्र' के नाम से पहचाने जाने वाले मुलायम सिंह यादव को सफलता और असफलता ने कभी प्रभावित नहीं किया। नेताजी अपनी उस पीढ़ी के राजनेताओं में से एक थे, जिन्होंने अपने मूल्यों को बरकरार रखा और राजनीति में किसी भी चीज से समझौता नहीं किया।
Mulayam Singh Yadav: समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव का निधनर हो गया। वे 82 वर्ष के थे। उनका राजनीतिक कद नब्बे के दशक में काफी बड़ा था। दो बार तो ऐसा मौका आया, जब वे प्रधानमंत्री की कुर्सी तक लगभग पहुंच ही चुके थे। लेकिन 'अपनों' के ही विरोध के चलते वे पीएम नहीं बन पाए।
Mulayam Singh Yadav News: वो साल 1996 से 1998 का दौर था, जब मुलायम सिंह (Mulayam Singh) देश के रक्षा मंत्री रहे थे। उन्होंने शहीदों से जुड़ा एक ऐसा फैसला किया था, जिसने जवानों के परिवारों को अपने बेटे का पार्थिव शरीर देखने का अंतिम सुख दे दिया था। पूरी बात जानने के लिए इस खबर को पढ़िए।
Mulayam Singh Yadav: मुलायम सिंह यादव पांच भाईयों में तीसरे नंबर पर थे। परिवार में सबसे बड़े भाई रतन सिंह यादव और सबसे छोटे भाई शिवपाल सिंह यादव हैं। बड़े भाई रतन सिंह यादव के पहले ही निधन हो चुका है।
Mulayam Singh Yadav: आजम खान और मुलायम सिंह के बीच दोस्ती में हमेशा सम्मान रहा। भले ही एक बार आजम ने पार्टी छोड़ दी, लेकिन जब वापस आए तो शायराना अंदाज में दिखे। वे मुलायम को प्यारे नेताजी कहते थे और मुलायम सिंह उन्हें 'साहब' कहकर संबोधित करते थे।
Mulayam Singh Yadav News: यूपी के पूर्व सीएम मुलायम सिंह यादव को लोग नेताजी कहकर पुकारते थे। उन्हें धरती पुत्र के नाम से भी जाना जाता था। वह जमीन से जुड़े हुए नेता थे और हर दल के नेताओं के साथ उनका व्यवहार विनम्र था। उनके निधन पर राष्ट्रपति और पीएम समेत अन्य नेताओं ने शोक प्रकट किया है।
Mulayam singh Yadav: मुलायम सिंह यादव तीन बार उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री रहने के अलावा देश के रक्षा मंत्री भी रहे। उनकी शख्सियत से हर पार्टी के नेता प्रभावित थे। खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उनके प्रशंसक रहे। कई मौकों पर उनकी मुलाकातें हुईं। एक बार मुलायम सिंह ने पीएम मोदी को पीएम बनने का 'आशीर्वाद दे दिया था।
Mulayam Singh Yadav: 2019 लोकसभा चुनाव के दौरान नामांकन के दौरान उन्होंने चुनाव आयोग के समक्ष पेश किये गए हलफनामे में बताया था कि उनके बैंक खाते में 56 लाख रुपये जमा और लगभग 16 लाख रुपये की नगदी उनके पास है।
Mulayam Singh Yadav Death: यूपी के पूर्व सीएम और समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव का आज सुबह (10 अक्टूबर) निधन हो गया है।
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