मुख्तार अंसारी के परिवार से मुलाकात करने के लिए अखिलेश यादव गाजीपुर जिले में पहुंचे। यहां उन्होंने अंसारी परिवार के सदस्यों से मुलाकात की। इसके बाद मीडिया से बात करते हुए कहा कि ये मौत सामान्य कैसे है। हमें उम्मीद है कि इसपर न्याय होगा।
लखनऊ में समाजवादी पार्टी के दफ्तर के आगे मुख्तार अंसारी की हमदर्दी में पोस्टर लगाए गए हैं। इसमें मुसलमानों से ईद नहीं मनाने की अपील की गई है।
सपा मुखिया अखिलेश यादव का गाजीपुर दौरा तय हो गया है। गाजीपुर में वह मुख्तार अंसारी के परिजनों से मुलाकात करेंगे। इसके साथ ही वह शोक-संतप्त परिवार को सांत्वना भी देंगे।
तेलंगाना से बीजेपी के विधायक राजा सिंह अपने बयानों की वजह से अक्सर चर्चा में रहते हैं। उन्होंने मुख्तार अंसारी की मौत को लेकर ओवैसी पर निशाना साधा है और कहा है कि ओवैसी को उन लोगों के परिवार के सदस्यों से भी मिलना चाहिए जिनकी अंसारी द्वारा कथित तौर पर हत्या कर दी गई थी।
मुख्तार अंसारी की मौत के बाद बांदा जेल अधीक्षक को जान से मारने की धमकी दी गई है। उन्हें रविवार की रात डेढ़ बजे के करीब अज्ञात नंबर से कॉल आया था। जिसमें उन्हें जान से मारने की बात कही गई।
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि अमित शाह ने कबूल किया मुख्तार अंसारी की मौत में बीजेपी सरकार का हाथ है, हमारी पड़ताल में ये दावा भ्रामक निकला है।
व्हाट्सएप स्टेटस का स्क्रीनशॉट सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। मामला सामने आने के बाद सिपाही को सस्पेंड करने के लिए चुनाव आयोग से अनुमति मांगी गई है।
ओवैसी ने मुख्तार के परिवार वालों से मुलाकात की और कहा कि वह इस दुख की घड़ी में उसके खानदान, समर्थक और चाहने वालों के साथ खड़े हैं।
गैंगस्टर से नेता बने मुख्तार अंसारी की मौत को लेकर भाई अफजाल अंसारी ने बड़े आरोप लगाए हैं। अफजाल का दावा है कि मुख्तार ने उनसे कहा था कि 19 तारीख को उन्हें जहर दिया गया है।
मुख्तार अंसारी का बेटा अब्बास अंसारी कासगंज जेल में बंद है। पिता के अंतिम संस्कार में भी वह शामिल नहीं हो सकी, क्योंकि उसे पैरोल नहीं मिल सकी थी। वहीं अब मुख्तार के भाई अफजाल अंसारी ने कहा है कि हम अब्बास को पैरोल पर नहीं बल्कि जमानत पर बाहर लाएंगे।
मुख्तार अंसारी की अंतिम क्रिया के दौरान अत्यधिक भीड़ होने के कारण गाजीपुर की डीएम आर्यका अखौरी और अफजाल अंसारी के बीच तीखी बहस हुई थी। अब गाजीपुर की डीएम चर्चा में बनी हुई हैं।
माफिया मुख्तार अंसारी के शव को आज गाजीपुर के कालीबाग स्थित कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया। इसी दौरान गाजीपुर की डीएम और मुख्तार के भाई अफजाल अंसारी के बीच तीखी बहस देखने को मिली। दोनों के बीच हुई बहस का वीडियो भी सामने आया है।
मुझे नहीं लगता कि इस तरह के हार्डकोर क्रिमिनल की मौत पर ज्यादा आंसू बहाने की जरूरत है। लेकिन फिर भी जो लोग उसकी मौत की असली वजह जानना चाहते हैं उन्हें ज्यूडिशियल मजिस्ट्रैट की जांच रिपोर्ट का इंतजार करना चाहिए।
मुख्तार अंसारी रॉबिनहुड है या अपराधी, इसे लेकर अब भी खूब बाते हो रही हैं। गाजीपुर की जनता दो भागों में बंटी हुई है। लेकिन वास्तव में मुख्तार कौन है? उसने क्यों अपराध को अपने प्रोफेशन के रूप में चुना। पढ़िए मुख्तार अंसारी की पूरी कहानी।
45 साल के आपराधिक इतिहास वाले यूपी के कुख्यात माफिया मुख्तार अंसारी की गुरुवार को मौत हो गई थी। मौत का कारण कार्डियक अरेस्ट बताया गया है। मुख्तार की मौत के बाद गाजीपुर और मऊ समेत पूरे उत्तर प्रदेश में हाई अलर्ट है।
Mukhtar Ansari funeral: मुख्तार अंसारी को शनिवार को सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा। मुख्तार अंसारी की पत्नी अफसा अंसारी पर पुलिस की नजर बनी हुई है। अफसा पर 75 हजार का इनाम है।
बांदा में पोस्टमॉर्टम किए जाने के बाद मुख्तार अंसारी के शव को गाजीपुर जिले के मोहम्दाबाद यूसुफपुर स्थित उसके पैतृक निवास ले जाया जा रहा है। लेकिन मुख्तार अंसारी का शव घर पहुंचने से पहले ही मोहम्मदाबाद यूसुफपुर में दुकानें और बाजार बंद हो गए हैं।
सत्तर और अस्सी के दशक में उसने अपराध की दुनिया में कदम रखा और एक गिरोह में शामिल हो गया, जो कोयला, रेलवे निर्माण, कबाड़ की बिक्री, लोक निर्माण और शराब के ठेकों को हथियाने के लिए बाहुबल का इस्तेमाल किया करता था।
मुख्तार अंसारी की मौत को लेकर सियासत गरम हो रही है। आज असदुद्दीन ओवैसी ने माफिया की मौत को लेकर यूपी की योगी सरकार पर हमला बोला है।
पूर्व डीएसपी शैलेंद्र सिंह ने कहा कि बताया कि वे सरकार की बात नहीं माने तो उन्हें इस्तीफा देने का दवाब बनाया गया। उसके खिलाफ दर्ज एफआईआर को वापस लेने के लिए प्रेशर बनाया जाने लगा।
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