बांदा में पोस्टमॉर्टम किए जाने के बाद मुख्तार अंसारी के शव को गाजीपुर जिले के मोहम्दाबाद यूसुफपुर स्थित उसके पैतृक निवास ले जाया जा रहा है। लेकिन मुख्तार अंसारी का शव घर पहुंचने से पहले ही मोहम्मदाबाद यूसुफपुर में दुकानें और बाजार बंद हो गए हैं।
सत्तर और अस्सी के दशक में उसने अपराध की दुनिया में कदम रखा और एक गिरोह में शामिल हो गया, जो कोयला, रेलवे निर्माण, कबाड़ की बिक्री, लोक निर्माण और शराब के ठेकों को हथियाने के लिए बाहुबल का इस्तेमाल किया करता था।
मुख्तार अंसारी की मौत को लेकर सियासत गरम हो रही है। आज असदुद्दीन ओवैसी ने माफिया की मौत को लेकर यूपी की योगी सरकार पर हमला बोला है।
पूर्व डीएसपी शैलेंद्र सिंह ने कहा कि बताया कि वे सरकार की बात नहीं माने तो उन्हें इस्तीफा देने का दवाब बनाया गया। उसके खिलाफ दर्ज एफआईआर को वापस लेने के लिए प्रेशर बनाया जाने लगा।
वैसे तो मुख्तार अंसारी के खिलाफ कई आपराधिक मुकदमें दर्ज थे, लेकिन मुख्तार की क्रुरता की कहानियां भी कम नहीं थीं। इनमें से सबसे क्रूर घटना कृष्णानंद राय की हत्या का है। साल 2005 में कृष्णानंद राय के काफिले पर 500 गोलियां बरसाई गई थीं, जिसके बाद से मुख्तार का नाम अपराध की दुनिया में सबसे ऊपर रखा जाने लगा था।
माफिया से बाहुबली राजनेता बने मुख्तार अंसारी की गुरुवार की रात मौत हो गई है। मुख्तार को तबीयत बिगड़ने के बाद अस्पताल ले जाया गया जहां दिल का दौरा पड़ने से उसकी मौत हो गई। अब पूर्व डीएसपी शैलेंद्र सिंह ने मुख्तार को लेकर बड़ा खुलासा किया है।
बीजेपी विधायक कृष्णानंद राय की नवंबर 2005 में गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई थी। अदालत ने इस हत्या के मामले में अंसारी को 10 साल कैद की सजा सुनाई थी।
बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने पार्टी के पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी की मौत पर परिवार द्वारा लगाए गए आरोपों की उच्च स्तरीय जांच की मांग करते हुए कहा है कि ऐसा करने पर सही तथ्य सामने आ जाएंगे।
मुख्तार अंसारी का जन्म साल 1963 में एक प्रभावशाली परिवार में हुआ था। सरकारी ठेका माफियाओं में खुद को शामिल करने के लिए उसने अपराध की दुनिया में प्रवेश किया।
मुख्तार अंसारी के परिजनों ने आरोप लगाया कि उन्हें मौत की जानकारी प्रशासन ने नहीं दी। देर रात बांदा पहुंचे बेटे उमर अंसारी ने मौत की जांच की मांग की। साथ ही ये भी कहा कि वो इसके लिए कानूनी कदम उठाएंगे।
माफिया से नेता बने मुख्तार अंसारी को गुरुवार की रात तबीयत बिगड़ने के बाद जिला जेल से रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज ले जाया गया था। यहां दिल का दौरा पड़ने से उसकी मौत हो गई।
माफिया से बाहुबली नेता बने मुख्तार अंसारी की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई है। लेकिन हम आपको बताएंगे कि माफिया मुख्तार अंसारी कितने प्रतिष्ठित परिवार से ताल्लुक रखता था।
मुख्तार अंसारी की मौत को लेकर रानी दुर्गावती अस्पताल की ओर से एक मेडिकल बुलेटिन जारी किया गया है। इस मेडिकल बुलेटिन के मुताबिक मुख्तार अंसारी की मौत हार्ट अटैक से हुई।
मुख्तार अंसारी से पीड़ित परिवार के व्यक्ति और एक केस के गवाह हरेंद्र सिंह ने कहा कि अंसारी ने उसके भाई को मरवा दिया था।
मुख्यमंत्री आवास से घटनाक्रम पर पैनी नजर रखी जा रही है। सीएम योगी ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि प्रदेश में कोई अप्रिय घटना न होने पाए।
डॉन मुख्तार अंसारी ने अपने आतंक के जरिेए करोड़ों रुपये की संपत्ति जुटाई थी। चुनावी हलफनामे के मुताबिक, उसके पास 18 करोड़ की संपत्ति थी।
उत्तर प्रदेश के टॉप माफिया से बाहुबली नेता बने मुख्तार अंसारी की आज दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई। मुख्तार अंसारी की मौत पर समाजवादी पार्टी ने दुख जताया है।
मुख्तार अंसारी के खिलाफ दर्ज किए गए 65 मामलों में से 21 मुकदमें की सुनवाई विभिन्न अदालतों में विचाराधीन है। मुख्तार को आठ मामलों में कोर्ट से सजा सुनाई जा चुकी थी।
मुख्तार अंसारी की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई है। बांदा जेल में मुख्तार को हार्ट अटैक आया था, इसके बाद मुख्तार अंसारी को बांदा मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था।
माफिया डॉन मुख्तार अंसारी को जेल में दिल का दौरा पड़ने की खबर है। सूत्रों के मुताबिक मुख्तार अंसारी जेल की बैरक में बेहोश पाया गया।
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