आजम खान यूपी में समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता हैं। लेकिन योगी सरकार के फिर से वापस आ जाने से आजम खान के परिवार की मुश्किलें बढ़ गई हैं। कहा जा रहा है कि अब मुख्तार अंसारी के परिवार की भी मुश्किलें बढ़ सकती हैं।
योगी ने दावा किया कि राज्य विधानसभा के अब तक हुए 6 चरणों के मतदान में बीजेपी ने विपक्षी दलों पर निर्णायक बढ़त बना ली है।
विधायक और बाहुबली मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी ने विवादित बयान दे दिया है। उन्होंने कहा कि सपा सरकार आने पर 6 महीने तक किसी सरकारी अधिकारी या पुलिसकर्मी की ट्रांसफर-पोस्टिंग नहीं की जाएगी, पहले उनसे हिसाब होगा।
यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में सातवें चरण के लिए अब्बास अंसारी ने सुभासपा पार्टी से मऊ सदर सीट के प्रत्याशी के तौर पर नामांकन किया। नामांकन के दौरान शपथ पत्र सौंपा जिसमें उन्होंने करोड़ों की संपत्ति का जिक्र तो किया ही, इसके साथ 8 अलग-अलग तरह के हथियारों का भी ज़िक्र किया।
अब्बास अंसारी ने कहा- ‘’BJP जब हारने लगी तो उसने मुझपर मुकदमें करवाए।‘’ मऊ सीट से मुख्तार चुनाव क्यों नहीं लड़ रहे हैं? इस सवाल के जवाब में अब्बास न कहा कि ‘’जो सत्ता में बैठे लोग हैं वो चाहते हैं कि मेरे पिता की हत्या हो जाए। मुझमें और मेरे पिता में कोई फर्क नहीं है।''
मुख्तार अंसारी के चुनाव नहीं लड़ने का फैसला ऐसे समय में हुआ है, जब भाजपा इसे लेकर सपा की घेराबंदी कर रही थी।
सूत्रों के मुताबिक मऊ सदर सीट से मुख्तार अंसार और उनके बड़े बेटे अब्बास अंसारी दोनों नामांकन दाखिल करेंगे और फिर बाद में तय होगा की मऊ सदर से सुभासपा के टिकट पर कौन चुनाव लड़ेगा।
अखिलेश यादव ने कहा कि BJP को अपने जैम का जवाब देना है कि झूठ बोलना बंद करोगे कि नहीं करोगे। अंहकार करना खत्म करोगे कि नहीं करोगे और महंगाई खत्म करोगे कि नहीं करोगे।
ओमप्रकाश राजभर का यह ऐलान सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के मुख्तार को लेकर पूर्व के रुख को देखते हुए काफी महत्वपूर्ण माना जा सकता है।
मुख्तार अंसारी ने कोर्ट से सिक्योरिटी की मांग करते हुए कहा कि विधायक होने के नाते उन्हें जेल में सुरक्षा उपलब्ध कराई जाए और अगर जेल में हाई सिक्योरिटी मिलती है तो उनके मन से डर खत्म हो जाएगा।
यूपी विधानसभा चुनाव के लिए बसपा सुप्रीमो मायावती द्वारा माफिया डॉन मुख्तार अंसारी का मऊ से टिकट काटे जाने के बाद असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM ने अंसारी को टिकट ऑफर किया है।
यूपी विधानसभा चुनाव के लिए बसपा सुप्रीमो मायावती द्वारा माफिया डॉन मुख्तार अंसारी का मऊ से टिकट काटे जाने के बाद असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM ने अंसारी को टिकट ऑफर किया है।
मायावती ने ट्वीट करके ये साफ कर दिया है कि उनकी पार्टी आगामी विधानसभा चुनाव में बाहुबली और माफियाओं को टिकट नहीं देगी।
सुप्रीम कोर्ट ने मुख्तार अंसारी की पत्नी को हाई कोर्ट में याचिका दाखिल करने को कहा है। सुप्रीम कोर्ट ने हाई कोर्ट से इस मामले में तेज़ी से सुनवाई करने को कहा है।
अबकी बार किसकी सरकार में आज देखिए क्यों बीएसपी नेता मुख्तार अंसारी को जेल में लगता है अपनी जान का खतरा? आपको बतादे की उनके परिवार ने विशेष अदालत में गुहार लगाते हुए कहा है की जेल के अंदर उनकी जान को खतरा है, साथ ही जेल प्रशासन उन्हे लगातार मानसिक रूप से उनका उत्पीड़न कर रहा है।
भाजपा ने कहा है कि माफिया मुख्तार के परिवार को सपा में शामिल कर आखिर कौन से समाजवाद की बात कर रहे हैं, जनता सब देख रही है। गुंडों से गलबहियां एक बार फिर भारी पड़ने वाली है।
सपा मुख्यालय में शनिवार को सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अंबिका चौधरी, पूर्व विधायक सिबगतुल्ला अंसारी और उनके समर्थकों को पार्टी की सदस्यता दिलाई।
स्पेशल कोर्ट ने कारापाल व उपकारापाल पर हमला, जेल में पथराव व जानमाल की धमकी देने के एक मामले में गुरुवार को अभियुक्त मुख्तार अंसारी को 11 अगस्त को व्यक्तिगत रूप से पेश करने का आदेश दिया है।
मुख्तार अंसारी इस वक्त यूपी की बांदा जेल में बंद है। सोमवार को मुख्तार अंसारी की बाराबंकी के सीजेएम कोर्ट कोर्ट में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेशी हुई थी, उसी पेशी दौरान उसका ये नया रूप सामने आया और उसने जज से टीवी की मांग की।
मुख्तार अंसारी के अधिवक्ता रणधीर सिंह सुमन ने बताया कि मुख्तार ने मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट से यह भी अनुरोध किया कि उत्तर प्रदेश मेडिकल बोर्ड द्वारा उसके स्वास्थ्य जांच के बाद यह निर्देश दिए थे कि जेल में रहते हुए भी अंसारी की रोज फिजियोथैरेपी की जाए लेकिन बांदा जेल प्रशासन आज तक ऐसा नहीं करा रहा है।
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