एटीएस के अनुसार, आरोपी नरेश, एक क्रिकेट सट्टेबाज, ने सचिन वाज़े की आपूर्ति की और मुंबई पुलिस के सिपाही विनायक शिंदे को पांच नकली सिम कार्ड के साथ निलंबित कर दिया। एक पुलिस अधिकारी के अनुसार, सिम कार्ड फरवरी के पहले सप्ताह में वेज़ के लिए चालू कर दिए गए थे। सूत्रों के अनुसार, हिरन के हत्यारों ने तावड़े होने का नाटक किया और आठ जब्त सिम कार्डों में से एक का उपयोग किया।
उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर के बाहर से बरामद विस्फोटक से भरी स्कॉर्पियो के कथित मालिक मनसुख हिरेन की मौत के मामले में ATS ने 25 लोगों के बयान दर्ज किए हैं।
महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने कहा कि मुंबई के पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह का तबादला नियमित नहीं था।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने दावा किया कि एनआईए के निदेशक वाईसी मोदी के नजदीकी संबंध प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हैं।
एक बड़े विकास में, मुंबई के पुलिस आयुक्त परम बीर सिंह का बुधवार को तबादला हो गया और उन्हें महानिदेशक होमगार्ड के रूप में नियुक्त किया गया, जिसे मुंबई पुलिस सर्कल में सजा के रूप में माना जाता है।
ये तो साफ है कि मुकेश अंबानी के घर के बाहर बारूद से भरी गाड़ी मिलना, फिर गाड़ी के मालिक की मौत होना, ये सब एक बड़ी साजिश का हिस्सा है।
27 फरवरी को, सहायक पुलिस निरीक्षक सचिन वाजे को एंटीलिया बम कांड मामले में जांच अधिकारी नामित करने के एक दिन बाद, मुंबई पुलिस की आपराधिक खुफिया इकाई (CIU) में उनकी टीम ने उस आवास सोसायटी का दौरा किया, जहाँ वह रहते है और कथित रूप से सभी सीसीटीवी फुटेज को कब्जे में ले लिया ।
सचिन वाज़े को केंद्रीय एजेंसी ने शनिवार को एंटीलिया बम स्केयर मामले में उनकी कथित भूमिका और भागीदारी के लिए गिरफ्तार किया था।
देश के सबसे बड़े उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के पास विस्फोटक रखने के मामले में गिरफ्तार एनकाउंटर स्पेशलिस्ट सचिन वाजे को मुबंई पुलिस ने सस्पेंड कर दिया है। सचिन वाजे को एनआईए ने शनिवार देर रात को गिरफ्तार किया है। सचिन वाजे की गिरफ्तारी के बाद महाराष्ट्र की राजनीति गर्म है।
मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के बाहर विस्फोटकों से लदी स्कॉर्पियो के मामले में लगातार नए-नए खुलासे हो रहे हैं। इस मामले में शनिवार रात को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए मुंबई पुलिस के क्राइम ब्रॉन्च के ऑफिसर सचिन वाझे को अरेस्ट कर लिया जिसके बाद से ही इस गिरफ्तारी को लेकर महाराष्ट्र में सियासी बवंडर मच गया है।
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि इनोवा पर ताड़देव आरटीओ का पंजीकरण नंबर ‘एमएच 01 जेड ए 403’ है और गाड़ी के पिछली विंडशील्ड पर ‘पुलिस’ लिखा है। इसे एक वैन की मदद से पेडर रोड स्थित एनआईए के दफ्तर लाया गया है। इससे कुछ घंटों पहले ही मामले में केंद्रीय एजेंसी ने मुंबई पुलिस के अधिकारी सचिन वाजे को गिरफ्तार किया है।
सूत्रों ने बताया कि इजरायल एम्बेसी के पास हुए ब्लास्ट के बाद टेलीग्राम चैनल जैश उल हिन्द की धमकी 'लेटर' का तहसीन से कोई लिंक अब तक नहीं मिला है। हालांकि कल हुई पूछताछ में इससे मुंबई के अंबानी के घर के पास मिले विस्फोटक के बाद टेलीग्राम पर धमकी की बात पूछी है ये अलग-अलग जवाब देता रहा।
उद्योगपति मुकेश अंबानी के दक्षिण मुंबई स्थित आवास के पास विस्फोटकों से लदी एक एसयूवी मिलने के मामले की जांच कर रही राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने मुंबई पुलिस के अधिकारी सचिन वाजे को 12 घंटे से अधिक समय तक पूछताछ करने के बाद शनिवार रात गिरफ्तार कर लिया। यह जानकारी जांच एजेंसी के प्रवक्ता ने दी। सचिन वाजे, दक्षिण मुंबई में कंबाला हिल स्थित एजेंसी के दफ्तर में पूर्वाह्न करीब साढ़े 11 बजे अपना बयान दर्ज कराने के लिए पहुंचे थे।
संजय राउत ने कहा, "हम एनआईए का सम्मान करते हैं लेकिन हमारी पुलिस ने इस मामले की जांच कर सकती थी। मुंबई पुलिस और एटीएस का सम्मान किया जाता है, लेकिन केंद्रीय एजेंसियां बार-बार मुंबई में प्रवेश करती हैं और मुंबई पुलिस का मनोबल गिराती हैं।"
Ambani Antilia Security Case: एनआईए के प्रवक्ता ने कहा, "सचिन वाजे को रात 11 बजकर 50 मिनट पर एनआईए मामला आरसी/1/2021/एनआईए/एमयूएम में गिरफ्तार कर लिया गया।"
Ambani Antilia Security Case: एनआईए के प्रवक्ता ने कहा, "सचिन वाजे को रात 11 बजकर 50 मिनट पर एनआईए मामला आरसी/1/2021/एनआईए/एमयूएम में गिरफ्तार कर लिया गया।"
दरअसल स्पेशल सेल के सूत्रों के मुताबिक दिल्ली में इजरायल एम्बेसी के पास हुए धमाके के बाद से ही स्पेशल सेल को कुछ ऐसे इनपुट्स मिलने शुरू हुए थे जिससे पता लगा था कि इजरायल एम्बेसी के पास धमाके के बाद टेलीग्राम के जरिए संगठन जैश उल हिन्द के नाम से जो जिम्मेदारी ली गई थी।
25 फरवरी को दक्षिण मुंबई में अंबानी के बहुमंजिला आवास ‘एंटीलिया’ के पास एक महिंद्रा स्कॉर्पियो एसयूवी खड़ी पाई गई थी जिसमें जिलेटिन की छड़ें मिलीं। पुलिस सूत्रों के अनुसार, टेलीग्राम चैनल 26 फरवरी को बनाया गया था और अंबानी के आवास के बाहर वाहन रखने की जिम्मेदारी का दावा करते हुए 27 फरवरी को देर रात को टेलीग्राम ऐप पर यह संदेश पोस्ट किया गया था।
एक टेलीग्राम चैनल जिसके माध्यम से एक संगठन ने उद्योगपति मुकेश अंबानी के निवास के पास विस्फोटक से भरी एसयूवी रखने की जिम्मेदारी ली थी, दिल्ली के तिहाड़ क्षेत्र में 'बनाया' गया था, गुरुवार को एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा।
सूत्रों के अनुसार जेल में किन कैदियों ने उस एकाउंट को क्रिएट किया था और कौन से जेल से हुआ था इसकी जानकारी स्पेशल सेल को लग चुकी है और मामले की जांच के लिए स्पेशल सेल के अधिकारी तिहाड़ जेल के अधिकारियों के साथ संपर्क में हैं।
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