बांग्लादेश में हिंदुओं की रक्षा का दायित्व अंतरिम सरकार का है और इसके लिए उन्हें जिम्मेदारी लेनी चाहिए। यह बात अमेरिकी सांसद ब्रैड शरमन ने कही है।
बांग्लादेश में हिंदुओं को निशाना बनाया जा रहा है इसे लेकर दिल्ली की जामा मस्जिद के शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी ने भी चिंता जताई है। शाही इमाम ने इसे लेकर एक खत भी लिखा है।
बांग्लादेश में चिन्मय कृष्ण दास को कोर्ट से राहत नहीं मिली है, उन्हें फिलहाल जेल में ही रहना होगा। चिन्मय कृष्ण दास करीब एक महीने तक जेल में ही रहेंगे। अब एक महीने बाद ही पता चल सकेगा कि उन्हें जमानत मिलेगी या नहीं।
बांग्लादेश में भारत के खिलाफ नफरत का माहौल बनाया जा रहा है। अब बांग्लादेश में भारतीय टीवी चैनलों के प्रसारण पर भी बैन लगाने की मांग की गई है।
बांग्लादेश में भले ही हाईकोर्ट ने इस्कॉन पर बैन लगाने से इनकार कर दिया हो लेकिन सरकार कट्टरपंथियों के दबाव में नजर आ रही है। चिन्मय कृष्ण दास सहित 17 लोगों के बैंक खाते से लेन-देन पर रोक लगा दी गई है।
चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी के बाद से बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना का बयान सामने आया है। उन्होंने बांग्लादेश की अंतरिम सरकार को जमकर निशाना साधा है।
बांग्लादेश की सरकार पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के खिलाफ बड़ी प्लानिंग कर रही है। यूनुस सरकार हसीना के खिलाफ इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट में मुकदमा चलाना चाहती है।
बांग्लादेश में हिंदुओं और उनके घरों, प्रतिष्ठानों, दुकानों को चुन-चुनकर निशाना बनाया जा रहा है। अल्पसंख्यक हिंदुओं पर दिन-रात ताबड़तोड़ हमले हो रहे हैं, लेकिन उपद्रवियों को रोका नहीं जा रहा है।
बांग्लादेश में इस्कॉन के सचिव चिन्मय दास ब्रह्मचारी को ढाका हवाई अड्डे से गिरफ्तार कर लिया गया है। अब इस मामले में इस्कॉन ने भारत सरकार से मदद मांगी है।
बांग्लादेश के अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस ने कहा है कि बांग्लादेश भारत से शेख हसीना को वापस भेजने की मांग करेगा। मोहम्मद यूनुस ने और भी कई बड़ी बातें कही हैं।
ऐसी संभावना जताई जा रही है कि बांग्लादेश खुद को एक इस्लामिक मुल्क भी घोषित कर सकता है। बांग्लादेश की हाई कोर्ट में इस बारे में प्रस्ताव भी रख दिया गया है।
बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की पार्टी आवामी लीग की रैली की मंशा को बड़ा झटका लगा है। अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस ने हसीना की पार्टी को फासीवादी करार देते हुए रैली की इजाजत देने से इनकार कर दिया है।
बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हमलों को रोक पाने में नाकाम मुहम्मद यूनुस की सरकार ने उल्टा हिंदू नेताओं पर ही मुकदमा दर्ज करना और उन्हें गिरफ्तार करना शुरू कर दिया है।
भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘‘ये घटनाएं निंदनीय हैं। इनमें मंदिरों और देवी-देवताओं को अपवित्र करने और नुकसान पहुंचाने की एक योजनाबद्ध साजिश है, जिसे हम पिछले कई दिनों से देख रहे हैं। ‘‘हम बांग्लादेश सरकार से हिंदुओं और सभी अल्पसंख्यकों तथा उनके पूजा स्थलों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का आह्वान करते हैं।’
बांग्लादेश सरकार में मुख्य कार्यवाहक मोहम्मद यूनुस ने अब भारत के साथ रिश्ते सुधारने की बात की है। इससे पहले वह चीन, अमेरिका और पाकिस्तान से बेहतर संबंध बनाने की बात कर रहे थे।
बांग्लादेश में होने वाली दुर्गापूजा को लेकर अंतरिम सरकार की ओर से उपद्रवियों के लिए सख्त चेतावनी जारी की गई है। बांग्लादेश में हिंदू बड़े पैमाने पर यह त्यौहार उल्लास और उमंग के संग मनाते हैं। मगर पूर्व पीएम शेख हसीना के तख्तापलट के बाद यहां हिंदू और उनके मंदिर निशाने पर हैं।
बांग्लादेश सरकार के कार्यवाहक मोहम्मद यूनुस ने पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को चुप्पी साधने की सलाह दी है। यूनुस ने कहा कि भारत में बैठकर वह कुछ बोलती हैं तो यहां के लोगों को रास नहीं आता। जब तक उनका प्रत्यर्पण नहीं हो जाता, तब तक उनको चुप रहना चाहिए।
मो. यूनुस ने कहा कि बांग्लादेश में स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव होंगे। बता दें कि पांच अगस्त को हसीना सरकार गिरने के बाद देशभर में हिंसक घटनाओं में 230 से अधिक लोगों की मौत हो गई। इसके साथ ही तीन सप्ताह तक हुई हिंसा के दौरान मरने वालों की संख्या बढ़कर 560 हो गई है।
बांग्लादेश में अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस ने पीएम मोदी से फोन पर बातचीत करने के बाद हिंदुओं पर हो रहे हमलों को लेकर अपनी सफाई पेश की है। यूनुस का दावा है कि हिंदुओं पर हमलों को बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया गया है।
बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार मुहम्मद यूनुस ने ढाकेश्वरी मंदिर के दौरे के दौरान कह कि हमारी लोकतांत्रिक आकांक्षाओं में हमें मुसलमान, हिंदू या बौद्ध नहीं बल्कि इंसान के रूप में देखा जाना चाहिए।
संपादक की पसंद