भारत क्या रूस-यूक्रेन युद्ध में शांति लाने के कगार पर पहुंच गया है, क्या भारत दुनिया को अपनी विदेश नीति से चौंकाने जा रहा है। पीएम मोदी के प्रयासों से तो फिलहाल कुछ ऐसा ही लगता है। यूक्रेन शांति योजना के तहत इस वक्त एनएसए अजीत डोभाल मॉस्को में तो जयशंकर जर्मनी में हैं।
अमेरिका ने रूस पर राष्ट्रपति चुनावों में गड़बड़ी फैलाने का गंभीर आरोप लगाते हुए अभियोग पंजीकृत किया है। साथ ही रूस पर कई बैन लगा दिए हैं। आरोप है कि रूस ट्रंप को बढ़ावा देने का प्रयास कर रहा था और डेमोक्रिटक पार्टी के उम्मीदवार को नुकसान पहुंचाना चाहता था।
रूस-यूक्रेन युद्ध में सबसे बड़े उलटफेर की खबर सामने आ रही है। कुछ दिनों पहले रूस के कुर्स्क क्षेत्र पर यूक्रेनी सेना ने कब्जा हासिल करने के बाद इसी इलाके की एक अन्य बड़ी बस्ती को अपने नियंत्रण में लेने का दावा किया है। साथ ही रूसी सैनिकों को बंदी बनाने का ऐलान किया है। इस बीच राष्ट्रपति जेलेंस्की बॉर्डर दौरे पर हैं।
रूस और यूक्रेन के बीच जंग लगातार भीषण होती जा रही है। यूक्रेन ने जोरदार हमले करते हुए रूस की राजधानी मॉस्को को निशाना बनाया है। इससे पहले यूक्रेन की सेना ने सेयम नदी पर बने तीनों पुलों को नष्ट कर दिया था।
रूस की धरती पर यूक्रेन के कब्जे के बाद राष्ट्रपति पुतिन के सलाहकार ने भारतीय राजदूत से मॉस्को में अहम मुलाकात की है। दोनों नेताओं के बीच वैश्विक मंच पर सहयोग को लेकर अहम चर्चा हुई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूसी राष्ट्रपति पुतिन की 22वें भारत-रूस शिखर सम्मेलन में बेहद अहम मुलाकात होने जा रही है। इसे लेकर रूस के राष्ट्रपति कार्यालय क्रेमलिन में जबरदस्त उत्साह देखा जा रहा है। पीएम मोदी के स्वागत में मॉस्को को दुल्हन की तरह सजाया जा रहा है। पुतिन भी अपने दोस्त मोदी से मिलने को बेताब हैं।
रूस में एक भीषण आतंकी हमला हो गया है। इस हमले में करीबन 15 रूसी लोगों की जान चली गई है, इसमें एक पादरी और कुछ पुलिसवाले भी शामिल हैं।
रूसी सुरक्षाबलों ने मॉस्को में कर्मचारियों को बंधक बनाने वाले आईएसआईएस के आतंकियों मार गिराया है। बताया जा रहा है कि ये सभी कैदी के रूप में जेल में बंद थे, लेकिन उन्होंने कर्मचारियों को बंधक बना लिया था।
रूस और उसके युद्ध आपूर्तिकर्ताओं के बीच 10 करोड़ अमेरिकी डॉलर से अधिक के व्यापार को निशाना बनाया गया है। इन 300 से अधिक नए प्रतिबंधों का मुख्य उद्देश्य चीन, संयुक्त अरब अमीरात और तुर्की समेत विभिन्न देशों के व्यक्तियों व कंपनियों को रूस की सहायता करने से रोकना है।
ब्रिटेन और रूस के बीच एक बार फिर से तनाव चरम पर पहुंच गया है। ब्रिटेन ने पहले रूस के रक्षा अताशे को बर्खास्त किया। इसके बाद रूस ने भी ऐसी ही कार्रवाई करके ब्रिटेन को करारा जवाब दिया है।
रूस ने एक और आतंकी हमले की साजिश रच रहे दो संदिग्धों को मार गिराया है। बताया जा रहा है कि मॉस्को में 22 मार्च को कॉन्सर्ट हॉल में हुए आतंकी हमले जैसी घटना को यह अंजाम देने की फिराक में थे। मगर रूसी सुरक्षा बलों ने पहले ही इनका काम तमाम कर दिया।
रूस की राजधानी मास्को में हुए बड़े आतंकी हमले को लेकर एक बड़ा दावा किया गया है। एक रिपोर्ट में यह दावा किया गया है कि हमले से पहले आतंकियों ने तुर्की की यात्रा की थी।
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने क्रोकस सिटी हॉल पर शुक्रवार रात हुए हमले को ‘इस्लामिक कट्टरपंथियों’ की करतूत करार दिया लेकिन साथ ही उनके ‘यूक्रेन की तरफ भागने की कोशिश’ पर भी सवाल उठाए।
रूस की राजधानी मास्को में शुक्रवार को आतंकवादी हमला हुआ था। रूस में हुए इस हमले के बाद फ्रांस सरकार ने देश में सुरक्षा बढ़ा दी है। फ्रांस में कई शहरों में पुरिस गश्त भी बढ़ा दी गई है।
मॉस्को कॉन्सर्ट हॉल पर हुए आतंकी हमले के बाद पकड़े गए चार संदिग्धों में से तीन ने अपना गुनाह मान लिया है। ये सभी आरोपी ताजिकिस्तान के नागरिक हैं। अदालत ने आदेश दिया कि सभी आरोपियों को 22 मई तक सुनवाई पूर्व हिरासत में रखा जाए।
रूस ने मॉस्को में बड़े आतंकी हमले के बावजूद अंतरिक्ष में अपने तीन वैज्ञानिकों को भेजकर नई कामयाबी हासिल की है। इस मिशन में नासा के अंतरिक्ष यात्री लोरल ओ'हारा, मैथ्यू डोमिनिक, माइक बैरेट और जेनेट एप्स के साथ-साथ रूसी ओलेग कोनोनेंको, निकोलाई चूब और अलेक्जेंडर ग्रीबेनकिन शामिल हैं।
रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने शुक्रवार को मॉस्को के कॉन्सर्ट हॉल पर हुए हमले को बर्बर आतंकवादी कृत्य करार दिया। उन्होंने इसके पीछे यूक्रेन की संलिप्तता भी बताई। रूस के राष्ट्रपति ने कहा कि यूक्रेन ने आतंकियों के भागने का रास्ता भी तैयार किया था। बचने के लिए आतंकी यूक्रेन की ओर भागे थे। किसी को बख्शा नहीं जाएगा।
रूस की राजधानी मॉस्को में हुए दो दशक के सबसे भयानक आतंकी हमले में पकड़े गए एक संदिग्ध ने सुरक्षा एजेंसियों के सामने चौंकाने वाला खुलासा किया है। संदिग्ध आतंकी ने बताया कि वह लंबे समय से बेरोजगार था और तजाकिस्तान के एक साथी के साथ हॉस्टल में रह रहा था। फिर उसे पैसे के बदले लोगों को मारने का ऑफर आया।
रूस आतंकी हमले में मरने वालों की संख्या 133 हो गई है। इससे पहले अक्टूबर 2015 में इस्लामिक स्टेट ने सिनाई में रूस के एक यात्री विमान को निशाना बनाया था जिसमें विमान में सवार सभी 224 यात्रियों की मौत हो गयी थी। इनमें से ज्यादातर मिस्र से छुट्टियां मनाकर लौट रहे रूसी नागरिक थे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूस में हुए आतंकी हमले की कड़ी निंदा की है। उन्होंने कहा कि इस घिनौने आतंकी हमले की हम कड़ी निंदा करते हैं। भारत इस घड़ी में रूसी संघ के साथ खड़ा है। साथ ही पीड़ित परिवार के प्रति हमारी संवेदनाए हैं।
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