मॉर्गने स्टैनली के मुताबिक भारत में अर्थव्यवस्था को सुधारने के लिए जो कदम उठाए गए हैं उनसे भारत दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था बना रहेगा।
मॉर्गन स्टेनली के एक शोध नोट के अनुसार, भारत की वार्षिक सकल घरेलू उत्पाद (GDP) वृद्धि का रुख लगातार आगे बढ़ने वाला रहा है।
फिलहाल सेंसेक्स 31,200 के करीब कारोबार कर रहा है, अगर मॉर्गन स्टैनली के अनुमान के मुताबिक मौजूदा स्तर पर निवेश करने पर 10 साल में 3 गुना रिटर्न मिल सकता है
अगले 10 सालों में भारत की अर्थव्यवस्था 6 खरब डॉलर (करीब 393 खरब रुपए) होने की उम्मीद है, जो कि दुनिया की तीसरे सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होगी।
मॉर्गन स्टेनली की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि देश में वृद्धि को लेकर संभावनाएं मजबूत हैं और जीएसटी का असर कम होने के बाद देश की वृद्धि रफ्तार पकड़ेगी।
देश का विदेशी मुद्रा भंडार सितंबर तक 400 अरब डॉलर पर पहुंच सकता है। मॉर्गन स्टेनली की एक रिपोर्ट में यह बात कही गई है।
खुदरा एवं थोक महंगाई दर में जुलाई माह में वृद्धि हुई और आने वाले महीनों में इसमें और वृद्धि आ सकती है। मोर्गन स्टैनली ने एक रिपोर्ट में यह आशंका जताई है।
मॉर्गन स्टेनली के अनुसार लगातार चौथी तिमाही में निर्यात वृद्धि कमजोर हुई है लेकिन आयात में वृद्धि मजबूत बनी हुई है। यह मजबूत घरेलू मांग की ओर इशारा करता है
मॉर्गन स्टेनली इंडिया के एमडी, रिधम देसाई ने कहा कि बाजार में तेजी जारी रहने की उम्मीद है। ऐसे में अगले 5 साल में निफ्टी 30 हजार के स्तर को छू सकता है।
भारतीय अर्थव्यवस्था उत्पादक वृद्धि के दौर में प्रवेश कर रही है जिसके चलते उसकी GDP ग्रोथ दिसंबर 2017 तक बढ़कर 7.9 प्रतिशत तक पहुंच सकती है।
Reliance Jio का धन धना धन ऑफर से टेलीकॉम मार्केट को रिकवर होने में 1 साल का वक्त लगेगा। इसीलिए Airtel की आय 5000 करोड़ रुपए तक घट सकती है।
मोर्गनस्टेनली की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि उपभोक्ता मांग बहाल होने से अप्रैल-जून तिमाही से भारतीय अर्थव्यवस्था के तेजी पकड़ने की संभावना है।
बड़ी आबादी और इस सहायक जनसंख्या के साथ सरकार के सुधारात्मक कदमों की मदद से भारतीय अर्थव्यवस्था वर्ष 2025 तक 5 लाख करोड़ डॉलर तक पहुंच जाएगी।
वैश्विक ब्रोकरेज कंपनी मॉर्गन स्टेनली ने कहा कि तेजडि़या परिदृश्य में इस साल दिसंबर तक बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 39,000 अंक के स्तर पर पहुंच सकता है।
सरकार ने आज कहा कि वैश्विक अर्थव्यवस्था में मंदी के बावजूद भारत की अर्थव्यवस्था इस साल की पहली छमाही में 7.1 प्रतिशत की दर से बढ़ी है।
मॉर्गन स्टेनली का अनुमान है कि भारत में खुदरा मुद्रास्फीति अभी और कम होगी तथा अगले साल मार्च तक यह 4.5 से 4.75 प्रतिशत के दायरे में रहेगी।
खरीद क्षमता में बढ़ोतरी, खपत सुधार और मौद्रिक रूख में नरमी से देश की आर्थिक ग्रोथ दर रफ्तार पकड़ेगी। वहीं अगले दो साल में महंगाई दर 5 प्रतिशत से नीचे आएगी।
सार्वजनिक निवेश बढ़ने से कंपनियों की आय अगले दो साल में औसतन 16 फीसदी की दर से बढ़ने का अनुमान है। मोर्गन स्टेनले ने कहा कि आय वृद्धि चक्र बदल रहा है।
मॉर्गन स्टेनली के शोध नोट में कहा गया है, हम मार्च, 2017 को समाप्त होने वाली तिमाही तक नीतिगत ब्याज दरों में आधा फीसदी कटौती की उम्मीद कर रहे हैं।
भारत की आर्थिक ग्रोथ के आंकड़ों पर मॉर्गन स्टेनली को संदेह है। कंपनी के मुख्य वैश्विक रणनीतिकार रूचिर शर्मा ने कहा कि आंकड़ों के बढ़ा-चढ़ाकर दिखाया गया है।
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