MSCI IMI इंडेक्स में 3355 कंपनियों के शेयर शामिल हैं, जिनमें लार्ज कैप, मिड कैप और स्मॉल कैप कंपनियां हैं। इस इंडेक्स में उभरते बाजार वाले 24 देशों के शेयर शामिल हैं।
मॉर्गन स्टेनली इंडिया को भरोसा है कि मौजूदा सरकार अगले पांच वर्ष तक चलेगी। गठबंधन सरकार के सामने किसी प्रकार की कोई बाधा नहीं आएगी। हमें लगता है कि आने वाले छह महीने में विदेशी निवेशकों की खरीदारी लौट आएगी।
भारतीय शेयरों में इस साल लगभग 7 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है और इसने एशिया और उभरते बाजारों में अपने कॉम्पिटीटर को पीछे छोड़ दिया है, क्योंकि कमाई और अर्थव्यवस्था में वृद्धि ने स्थानीय और वैश्विक निवेशकों को आकर्षित किया है।
स्टेनली का मानना है कि भारत में लंबी तेजी की शुरुआत होने वाली है, जबकि चीन की तेजी खत्म होने के करीब है।
दुनिया भर के वित्तीय क्षेत्र में छंटनियों का नया दौर शुरू हो गया है। अमेरिका में बैंकों की बंदी और स्विस बैंकों से आए हिचकोलों के बाद फाइनेंस सेक्टर में भी हलचल शुरू हो गई है।
दिसंबर 2022 में, वैश्विक निवेश सलाहकार फर्म ने अपने वैश्विक कार्यबल का लगभग 2 प्रतिशत, या लगभग 1,600 कर्मचारियों की कटौती की थी।
मॉर्गन स्टेनली की रिपोर्ट में कहा गया है, हमारा अनुमान है कि चक्रीय पुनरुद्धार का चक्र जारी रहेगा, लेकिन यह हमारे पिछले अनुमान से नरम रहेगा।
रिजर्व बैंक ने 2021-22 के दौरान सीपीआई मुद्रास्फीति 5.7 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया है। 2022-23 की पहली तिमाही के लिए सीपीआई मुद्रास्फीति 5.2 प्रतिशत रहने का अनुमान व्यक्त किया गया है।
RIL ने पिछले दो माह के दौरान 14 अरब डालर की हिस्सेदारी की बिक्री की
रिलायंस इंडस्ट्रीज और ब्रिटेन की बीपी की योजना जियो-बीपी ब्रांड नाम से पेट्रोल पंप स्थापित करने की है।
हालांकि, भारत में मंदी का खतरा आसन्न नहीं है, लेकिन सरकार और नीति निर्माता इसकी अनदेखी नहीं कर सकते और उन्हें जरूरी कदम उठाने होंगे।
मॉर्गन स्टेनले ने अपनी एक रिपोर्ट में चेतावनी देते हुए कहा है कि वॉलमार्ट के बाहर निकलने की संभावना है, क्योंकि भारतीय ई-कॉमर्स बाजार अधिक जटिल होता जा रहा है।
यदि 2019 में लोकसभा चुनाव का परिणाम मजबूत आया तो अगले साल जून महीने तक सेंसेक्स 44 हजार अंक तक पहुंच सकता है। हालांकि कमजोर परिणाम की स्थिति में यह 36 हजार अंक के आस-पास रह सकता है। एक रिपोर्ट में यह अनुमान व्यक्त किया गया है। सेंसेक्स ने पिछले सप्ताह 36,548.41 अंक का सर्वकालिक उच्च स्तर हासिल किया
दूसरे बाजारों की तुलना में भारतीय शेयर बाजारों का प्रदर्शन बेहतर रहेगा, लेकिन कुल मिलाकर रिटर्न सीमित रहेगा क्योंकि वैश्विक शेयर बाजारों का परिदृश्य इस दौरान कुछ नरम रहेगा। मॉर्गन स्टेनली रिसर्च की एक रिपोर्ट में यह अनुमान लगाया गया है।
मोर्गन स्टेनली के अनिल अग्रवाल के मुताबिक यूपीआई आधारित पेमेंट्स सिस्टम की सफलता के बल पर भारत में डिजिटल पेमेंट्स तीन गुना बढ़कर जीडीपी के 7 प्रशितत के बराबर पहुंच गया है।
मॉर्गन स्टेनली का अनुमान है कि आर्थिक सुधार को बढ़ावा मिला है और दिसंबर तिमाही में सालाना आधार पर जीडीपी वृद्धि दर सात प्रतिशत रही है
शेयरों में दीर्घकालिक निवेश से होने वाले लाभ पर टैक्स (एलटीसीजी) फिर शुरू किए जाने से जीवन बीमा उत्पादों विशेषकर यूलिप जैसी योजनाएं काफी आकर्षक हो गई हैं।
मॉर्गन स्टेनली का अनुमान है कि 2018 में निजी निवेश खर्च में सुधार होगा, जिसकी कुल अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ने में मदद मिलेगी
मॉर्गन स्टेनली की एक ताजा रिपोर्ट के अनुसार देश के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर वर्ष 2017 के 6.4 प्रतिशत की तुलना में 2018 में 7.5 प्रतिशत और 2019 में 7.7 प्रतिशत तक जाने की संभावना है।
वित्तीय सेवा प्रदाता मोर्गन स्टेनली का कहना है कि सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में अतिरिक्त पूंजी डालने की सरकार की योजना से भारतीय रुपया और मजबूती होगा।
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