एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, और दमकल विभाग की टीमों ने मिलकर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। अब तक नौ लोगों को बजाया जा चुका है, जबकि सात अन्य लोगों की तलाश जारी है।
गुजरात के मोरबी में दिल्ली के बुराड़ी जैसा मामला सामने आया है जहां पूरे परिवार ने आत्महत्या कर ली। घर में दो दिन पहले धूमधाम से बेटे का जन्मदिन मनाया गया था और अब इतना बड़ा हादसा हो गया।
गुजरात के राजकोट में शनिवार को बड़ा हादसा देखने को मिला। यहां एक गेम सेंटर में भीषण आग लग गई। इस घटना में 28 लोगों की मौत हो गई जबकि कई लोग गंभीर रूप से घायल हैं। बता दें कि इससे पहले भी गुजरात में कई ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं, जिनसे पूरा देश दहल चुका है।
गुजरात के मोरबी में एक कारोबारी महिला ने 21 वर्षीय दलित युवक को अपनी बाकी पगार मांगने के बदले मुंह में सैंडल लेने के लिए मजबूर किया और माफी मंगवाई। इसके साथ ही दलित युवक के साथ जमकर मारपीट भी की गई। मामले में फरार आरोपियों ने पुलिस के सामने सरेंडर किया।
कारोबारी महिला ने वेतन मांगने पर दलित युवक को मुंह से अपना सैंडल उठवाकर माफी मांगने के लिए मजबूर किया। युवक के साथ मारपीट भी की गई। पुलिस ने आरोपी महिला कारोबारी और छह अन्य लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
गुजरात के मोरबी शहर में पिछले साल हुए हादसे में मच्छू नदी पर बना एक सस्पेंशन ब्रिज टूट गया था जिसके चलते 135 लोगों की जान चली गई थी और 50 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे।
पिछले साल अक्टूबर में हुए मोरबी पुल हादसे को लेकर गुजरात हाईकोर्ट में सुनवाई हो रही है। सरकार ने इस हादसे की जांच के लिए एक एसआई टी का गठन किया था, जिसे अपनी रिपोर्ट कोर्ट में सौंपनी है।
मोरबी जिले के चार लोग अहमदाबाद के कुकवाव गांव में एक रिश्तेदार के अंतिम संस्कार में शामिल होने जा रहे थे तभी यह हादसा हुआ। टक्कर इतनी भीषण थी कि कार दूर सड़क किनारे एक खेत में जा गिरी और उसमें सवार सभी लोगों की मौके पर ही मौत हो गई।
नगरपालिका पर भारतीय जनता पार्टी का नियंत्रण था, जो राज्य में सत्तारूढ़ दल है। मोरबी के जिलाधिकारी जी टी पांडया ने कहा कि राज्य सरकार ने मोरबी नगरपालिका को भंग कर दिया है।
पिछले साल हुए मोरबी केबल पुल हादसा मामले में आरोपी ओरेवा ग्रुप के प्रबंधक निदेशक जयसुख पटेल की जमानत याचिका का गुजरात सरकार ने बुधवार को विरोध किया और कहा कि इस मामले में वह मुख्य आरोपी है।
एसआईटी की शुरूआती जांच में इस हादसे की कई वजह सामने आई हैं। वहीं इस मामले में मोरबी पुलिस ने ओरेवा ग्रुप के प्रबंध निदेशक जयसुख पटेल सहित दस आरोपियों को भारतीय दंड संहिता की धारा 304, 308, 336, 337 और 338 के तहत पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है।
गुजरात के मोरबी शहर में झूलता पुल टूटने के मामले में गिरफ्तार 7 लोगों की जमानत याचिकाएं यहां की एक अदालत ने शनिवार को खारिज कर दी। इस घटना में 135 लोगों की मौत हो गई थी।
मोरबी सस्पेंशन ब्रिज ढहने के मामले में ओरेवा ग्रुप के एमडी जयसुख पटेल को गुजरात की अदालत ने उन्हें 7 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है। मोरबी पुल हादसे के मामले में आरोपी बनाए गए जयसुख पटेल ने मोरबी कोर्ट में सरेंडर किया था।
गुजरात पुलिस ने शुक्रवार को मोरबी पुल ढहने के मामले में 1,262 पन्नों की चार्जशीट पेश की है। 10 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दायर की गई है, जिनमें से नौ को गिरफ्तार कर लिया गया है।
भारत के सबसे अधिक तटीय सीमा वाले राज्य गुजरात में इस वर्ष कई ऐतिहासिक घटनाएं घटित हुईं। जहां एकतरफ बीजेपी ने रिकॉर्ड जीत हासिल करते हुए 7वीं बार सर्कार बनाई तो वहीं मोरबी हादसे ने पूरे देश को स्तब्ध कर दिया था।
करीब एक महीने पहले मोरबी में केबल पुल टूटने से हुए हादसे में 135 लोगों की मौत हो गई थी। मोरबी सीट पर अमृतिया को 1,13,701 मत प्राप्त हुए हैं जबकि पटेल के खाते में 52,121 वोट आए हैं।
Gujarat Assembly Elections Morbi Seat: मोरबी सीट पर इस समय कांटे की टक्कर देखने को मिल रही है। ये वही सीट है, जहां पुल हादसे में 130 लोगों की मौत हो गई थी।
मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद सर्वे की रिपोर्ट सामने आने के बाद अब प्रदेश के सभी जर्जर व पुराने पुलों को बदलने की तैयारी की जा रही है। इस रिपोर्ट में सामने आया है कि प्रदेश में कुल 436 पुराने पुल हैं।
गुजरात विधानसभा चुनाव 2022 में मोरबी सीट से कांग्रेस ने जयंति जेराजभाई पटेल पर भरोसा जताया है, वहीं, मकवाना के सामने बीजेपी ने अमृतिया कांतीलाल शीवलाल को मौका दिया है। अंत में मोरबी सीट पर बीजेपी प्रत्याशीअमृतिया कांतीलाल शीवलाल ने कांग्रेस को 62079 वोटों से हराया।
अधिवक्ता विशाल तिवारी ने अपनी याचिका में कहा, ''पिछले एक दशक से हमारे देश में कई घटनाएं हुई हैं, जिनमें कुप्रबंधन, ड्यूटी में चूक और रखरखाव की लापरवाही के कारण भारी जनहानि के मामले सामने आए हैं, जिन्हें टाला जा सकता था।''
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