Chandrayaan -3, 23 August को चांद पर उतरने वाला है। चलिए आपको बताते हैं इसके पीछे की असल वजह क्या है?
Chandrayaan-3 बस दो दिन के इंतजार के बाद Moon पर Land करेगा। चांद पर पिछले 50 साल से कोई मिशन नहीं सफल नहीं हो पाया। लेकिन अब भारत के Chandrayaan-3 से दुनिया को उम्मीदें हैं। चलिए आपको बताते हैं कि कैसा है असल में चांद। Moon Reality Explained
चंद्रयान-3 दो दिनों में चांद की सतह पर उतरने वाला है। इसकी सफल लैंडिंग के लिए दक्षिण कन्नड़ जिले के प्रसिद्ध कुक्के सुब्रमण्यम मंदिर में नागपंचमी की पूर्व संध्या पर एक विशेष पूजा की गई। देखें इस खास पूजा का वीडियो-
चंद्रयान के चंद्रमा की सतह पर उतरने में बस दो दिन बचे हैं। जानकारी के मुताबिक लैंडर रोवर बुधवार की शाम को चांद की सतह पर उतरेगा। कैसे और कहां कदम रखेगा, जानिए पूरा प्रोसेस-
चंद्रयान-3 दो दिन बाद ही चांद की सतह पर उतरने वाला है। इससे पहले चंद्रयान ने चांद की कुछ तस्वीरें भेजी हैं जिसे इसरो ने शेयर किया है। देखें तस्वीरें-
Mission Chandrayaan 3 News: इसरो(ISRO) का चंद्रयान- 3 मिशन इतिहास लिखने से अब महज एक कदम की दूरी पर है. शनिवार रात 2 बजे चंद्रयान-3 मिशन के लैंडर विक्रम में दूसरी बार डीबूस्टिंग की गई.
47 साल बाद अंतरिक्ष में भेजे गए रूस के मिशन मून को बड़ा झटका लगा है। खबर है कि रूस के मून-मिशन लूना-25 में लैंडिंग से पहले तकनीकी खराबी आ गई थी जिसके बाद वह क्रैश हो गया। कल यानी 21 अगस्त को इसकी चांद पर सॉफ्ट लैंडिग होनी थी।
Luna 25 और Chandrayaan-3 दोनों मिशन चांद की सतह पर उतरने वाले हैं। LUNA 25 चांद की सतह पर पहले लैंड करेगा। देखिए कैसे LUNA 25 Land करेगा। कितने वक्त तक ये चांद पर रहेगा और क्या वाकई Luna 25 और Chandrayaan-3 के साथ Moon को लेकर रेस शुरू हो चुकी है।
चंद्रयान-3 चांद पर उतरने से बस एक कदम दूर रह गया है। वह चांद के सबसे नजदीक वाले कक्षा में है और बहुत जल्द ही विक्रम लैंडर की सॉफ्ट लैंडिंग कराई जाएगी।
भारत के चांद मिशन के साथ रूस का लूना-25 भी चांद मिशन पर है। रूस के लूना-25 ने चांद की अद्भुत तस्वीर खींची है। यह लूना-25 द्वारा खींची गई चांद की पहली तस्वीर है। वैज्ञानिकों के अनुसार लूना-25 ने चांद के उस हिस्से की तस्वीर खींचकर भेजी है, जहां आम तौर पर अंधेरा है यानि जो चांद का दक्षिणी ध्रुव है। भारत का चंद्रयान-3 भी।
चंद्रयान के लैंडर को चंद्रम की सतह पर उतरने से पहले अभी कुछ और अहम पड़ाव पार करने हैं। इसी के तहत आज डीबूस्टिंग होगी जिससे यह चंद्रमा के और करीब आ जाएगा।
इसरो ने ट्वीट कर बताया है कि चंद्रयान-3 मिशन चंद्रमा के काफी करीब पहुंच गया है। अब जल्द ही वह चंद्रमा की सतह पर उतरने वाला है। इसकी तैयारी पूरी हो चुकी है।
भारत के लिए आज का दिन बेहद खास है। चंद्रयान 3 आज चांद की कक्षा में चांद से कुछ ही दूरी पर होगा। ये कब और कहां लैंड करेगा..जानिए पूरी डिटेल्स-
रूस ने चंद्रमा पर अपने मिशन लूना-25 को आज सुबह लॉन्च कर दिया। यह अंतिरक्ष यान 23 अगस्त के आसपास चंद्रमा पर लैंड करेगा।
चंद्रमा पर भारी ट्रैफिक जाम लगने वाला है। यह बात आपको सुनकर अजीब लग रही होगी, मगर ये सच है। अब आप सोच रहे होंगे कि चंद्रमा पर भला ट्रैफिक जाम कैसे हो सकता है तो आपको बताते हैं...दरअसल भारत के चंद्रयान-3 मिशन के साथ ही आज रूस का लूना 25 मिशन भी लांच हो रहा है। नासा का आर्टेमिस भी चांद के सफर की तैयारी में है।
चंद्रयान-3 के चांद पर उतरने से पहले मंगल ग्रह पर पानी होने के वजूद को लेकर वैज्ञानिकों ने कई चौंकाने वाला दावा किया है। अमेरिका, फ्रांस और कनाडा के वैज्ञानिकों ने अनुमान लगाया है कि मंगल ग्रह पर मिली मिट्टी की दरारें यह बताती हैं कि यहां कभी पानी था और जो बाद में वाष्पित हुआ।
चंद्रयान-3 के लैंडर ने फिर चांद की विशेष तस्वीर खींचकर इसरो को भेजी है। इससे पहले भी चंद्रयान-3 दो बार अलग-अलग चांद और पृथ्वी की तस्वीर खींचकर शेयर कर चुका है। इसरो के वैज्ञानिकों ने लैंडर द्वारा खींची तस्वीरों का सेट शेयर किया है।
रूस भी भारत के चंद्रयान 3 की सफल लॉन्चिंग के बाद चांद की राह पर आगे बढ़ेगा। 1976 के बाद पहली बार रूस मिशन मून को लॉन्च करने जा रहा है।
भारत के मिशन चंद्रयान-3 ने 3 लाख 84 हजार 400 किलोमीटर की दूरी तय करने के बाद शनिवार को धरती की ग्रैविटी के दायरे से बाहर निकल कर चांद की ऑर्बिट में एंट्री की। अब यहां से चंद्रयान-3 को चरणबद्ध तरीके से चंद्रमा के पास ले जाया जाएगा।
भारत के मिशन चंद्रयान-3 ने 3 लाख 84 हजार 400 किलोमीटर की दूरी तय करने के बाद शनिवार को धरती की ग्रैविटी के दायरे से बाहर निकल कर चांद की ऑर्बिट में एंट्री की। अब यहां से चंद्रयान-3 को चरणबद्ध तरीके से चंद्रमा के पास ले जाया जाएगा।
संपादक की पसंद
लेटेस्ट न्यूज़