भारत ने जिस चांद पर आज अपना परचम फहराया है, उसे अमेरिका ने कभी न्यूक्लियर बम से उड़ाने की प्लानिंग कर डाली थी। अगर तब अमेरिका ने चांद पर परमाणु बम विस्फोट कर दिया होता तो आज चांद किस दशा में होता, इसकी कल्पना कर पाना भी मुश्किल होता। अमेरिका का यह सीक्रेट प्लान कामयाब हो गया होता तो इससे पूरी मानवता को खतरा हो सकता था।
भारत ने रचा इतिहास. चांद पर चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग. साउथ पोल पर उतरने वाला पहला देश बना भारत
23 अगस्त की तारीख को भारत ने इतिहास में अपना नाम दर्ज करा लिया है। चंद्रयान-3 की सफलता ने पूरी दुनिया में भारत के यश को और ज्यादा बढ़ा दिया है।
भारत ने चंद्रमा के दक्षिणी पोल पर चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग कराते ही इतिहास रच दिया है। अब तक चांद के दक्षिणी ध्रुव पर कोई भी देश पहुंच नहीं पाया है। भारत चांद के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला दुनिया का पहला देश बन गया है। यह दिन भारत ही नहीं बल्कि दुनिया के इतिहास में दर्ज हो गया है। मानवता के लिए आज बड़ा दिन है।
आज हिंदुस्तान ने अंतरिक्ष में वो इतिहास रच दिया है जिसे आने वाले सैकड़ों सालों तक याद किया जाएगा. जो अमेरिका, रूस, चीन अरबों रुपये खर्च करके नहीं कर पाए, वो भारत के साइंटिस्ट ने कर दिखाया
आज भारत के लिए ऐतिहासिक दिन है। चंद्रयान-3 ने सफलतापूर्वक चांद के दक्षिणी हिस्से पर लैंडिंग कर ली है। इसके साथ ही भारत का नाम इतिहास में दर्ज हो गया है।
चंद्रयान-3 की लैंडिंग चांद पर होने ही वाली है। उससे ठीक पहले एक एस्ट्रोनॉट का वीडियो खूब वायरल हो रहा है। वीडियो को देखने के बाद आप भी हैरान रह जाएंगे।
चंद्रयान-3 आज चंद्रमा के दक्षिणी हिस्से में लैंड करने वाला है। दुनियाभर के अंतरिक्ष वैज्ञानिकों को इस मिशन से चांद के बारे में ज्यादा से ज्यादा जानकारी मिलने की उम्मीद है।
चंद्रमा पर मनुष्य की बनाई कोई वस्तु पहली बार आज से करीब 64 साल पहले 13 सितंबर 1959 को लूना 2 के रूप में पहुंची थी।
चंद्रयान 3 की लैंडिंग का काउंटडाउन जारी है। 3 अगस्त शाम 6 बजकर 4 मिनट पर चांद की सतह पर चंद्रयान 3 के लैंडर विक्रम की सॉफ्ट लैंडिंग के साथ भारत इतिहास रचेगा और चांद पर लैंड करने वाला चौथा देश बन जाएगा।
चंद्रयान-3 का लैंडर रोवर विक्रम आज शाम 6 बजकर 4 मिनट पर चांद की सतह पर कदम रखेगा। जानिए चंद्रयान की लैंडिंग के लिए इसरो ने 23 अगस्त की ही तारीख क्यों तय की। लैंडिंग के बाद क्या खुलेंगे चांद के अनजाने रहस्य-
चंद्रयान-3 के सफल लैंडिंग की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। यान आज शाम 6 बजकर 4 मिनट पर चांद की सतह पर उतरेगा। चांद पर उतरने के बाद चंद्रयान क्या करेगा, क्या होती है सॉफ्ट लैंडिंग..जानें सबकुछ-
चंद्रयान-3 आज ऐतिहासिक इबारत लिखने के बेहद करीब है। यदि सबकुछ ठीक रहा तो आज शाम 6 बजकर 04 मिनट पर विक्रम लैंडर चांद पर सॉफ्ट लैंडिंग करेगा। जानिए क्या इसरो आखिरी वक्त पर उतरने की जगह और उतरने के संबंध में किस तरह निर्णय ले सकेगा।
चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के लिए उल्टी गिनती शुरू हो गई है। भारत से लेकर अमेरिका तक मंदिर में आरती हो रही है तो कहीं दरगाह में दुआ मांगी जा रही है। यहां जानिए लैंडिंग से जुड़े पल-पल के अपडेट्स-
भारत के चंद्रयान-3 के लैंडिंग का वक्त करीब आ चुका है। इसरो के मुताबिक, चंद्रयान अब तक अपने तय हिसाब से सही तरह से काम कर रहा है।
आने वाले समय में इसरो चंद्रयान से भी बड़े मिशन लॉन्च करने की तैयारी में है। इसमें गगनयान से लेकर सूर्य मिशन तक शामिल हैं।
चंद्रयान 3 की लैंडिंग का वक्त करीब है, ऐसे में सभी उस गोल्डन टाइम का इंतजार कर रहे हैं, जब चंद्रयान अपने लक्ष्य को भेद देगा।
चंद्रयान-3 की लैंडिंग में अब कुछ ही घंटे शेष हैं। इस बीच इसरो ने जानकारी दी है कि विक्रम रोवर के लैंडिंग की प्रक्रिया सुचारू रूप से चल रही है।
चांद पर लैंडिंग के आख़िरी 18 मिनट बेहद अहम होंगे.. पहले स्टेप में जब चंद्रयान 3 लैंड करना शुरू करेगा तो उसकी स्पीड 1683 मीटर प्रति सेकेंड की होगी...इसी स्पीड पर उसे 7.4 किलोमीटर की ऊंचाई तक उतारा जाएगा.
चंद्रयान-3 अब बस चंद्रमा की सतह से कुछ ही दूरी पर है और अगर सबकुछ ठीक रहा तो सफलतापूर्वक लैंड करने में इसे अब बस कुछ ही घंटे लगने वाले हैं। चंद्रयान की लैंडिंग आप कहां और कैसे देख सकेंगे..जानिए पूरी डिटेल्स-
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