Chandrayaan-3 बस दो दिन के इंतजार के बाद Moon पर Land करेगा। चांद पर पिछले 50 साल से कोई मिशन नहीं सफल नहीं हो पाया। लेकिन अब भारत के Chandrayaan-3 से दुनिया को उम्मीदें हैं। चलिए आपको बताते हैं कि कैसा है असल में चांद। Moon Reality Explained
चंद्रयान-3 दो दिनों में चांद की सतह पर उतरने वाला है। इसकी सफल लैंडिंग के लिए दक्षिण कन्नड़ जिले के प्रसिद्ध कुक्के सुब्रमण्यम मंदिर में नागपंचमी की पूर्व संध्या पर एक विशेष पूजा की गई। देखें इस खास पूजा का वीडियो-
चंद्रयान के चंद्रमा की सतह पर उतरने में बस दो दिन बचे हैं। जानकारी के मुताबिक लैंडर रोवर बुधवार की शाम को चांद की सतह पर उतरेगा। कैसे और कहां कदम रखेगा, जानिए पूरा प्रोसेस-
चंद्रयान-3 दो दिन बाद ही चांद की सतह पर उतरने वाला है। इससे पहले चंद्रयान ने चांद की कुछ तस्वीरें भेजी हैं जिसे इसरो ने शेयर किया है। देखें तस्वीरें-
47 साल बाद अंतरिक्ष में भेजे गए रूस के मिशन मून को बड़ा झटका लगा है। खबर है कि रूस के मून-मिशन लूना-25 में लैंडिंग से पहले तकनीकी खराबी आ गई थी जिसके बाद वह क्रैश हो गया। कल यानी 21 अगस्त को इसकी चांद पर सॉफ्ट लैंडिग होनी थी।
Luna 25 और Chandrayaan-3 दोनों मिशन चांद की सतह पर उतरने वाले हैं। LUNA 25 चांद की सतह पर पहले लैंड करेगा। देखिए कैसे LUNA 25 Land करेगा। कितने वक्त तक ये चांद पर रहेगा और क्या वाकई Luna 25 और Chandrayaan-3 के साथ Moon को लेकर रेस शुरू हो चुकी है।
चंद्रयान-3 चांद पर उतरने से बस एक कदम दूर रह गया है। वह चांद के सबसे नजदीक वाले कक्षा में है और बहुत जल्द ही विक्रम लैंडर की सॉफ्ट लैंडिंग कराई जाएगी।
भारत के चांद मिशन के साथ रूस का लूना-25 भी चांद मिशन पर है। रूस के लूना-25 ने चांद की अद्भुत तस्वीर खींची है। यह लूना-25 द्वारा खींची गई चांद की पहली तस्वीर है। वैज्ञानिकों के अनुसार लूना-25 ने चांद के उस हिस्से की तस्वीर खींचकर भेजी है, जहां आम तौर पर अंधेरा है यानि जो चांद का दक्षिणी ध्रुव है। भारत का चंद्रयान-3 भी।
भारत के लिए आज का दिन बेहद खास है। चंद्रयान 3 आज चांद की कक्षा में चांद से कुछ ही दूरी पर होगा। ये कब और कहां लैंड करेगा..जानिए पूरी डिटेल्स-
चंद्रमा पर भारी ट्रैफिक जाम लगने वाला है। यह बात आपको सुनकर अजीब लग रही होगी, मगर ये सच है। अब आप सोच रहे होंगे कि चंद्रमा पर भला ट्रैफिक जाम कैसे हो सकता है तो आपको बताते हैं...दरअसल भारत के चंद्रयान-3 मिशन के साथ ही आज रूस का लूना 25 मिशन भी लांच हो रहा है। नासा का आर्टेमिस भी चांद के सफर की तैयारी में है।
रूस भी भारत के चंद्रयान 3 की सफल लॉन्चिंग के बाद चांद की राह पर आगे बढ़ेगा। 1976 के बाद पहली बार रूस मिशन मून को लॉन्च करने जा रहा है।
भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी इसरो के लिए आज का दिन अहम है। चंद्रयान-3 आज शाम चंद्रमा की कक्षा में प्रवेश करेगा।
शायद यह सवाल आपके मन में कभी आया ही न हो कि यदि किसी की मौत अंतरिक्ष मिशन के दौरान पृथ्वी की कक्षा, चंद्रमा या मंगल ग्रह पर हो जाती है तो उसके मृत शरीर का क्या किया जा सकता है। 21वीं सदी में दुनिया तेजी से चंद्रमा, मंगल और अंतरिक्ष मिशन पर जा रही है। ऐसे में अंतरिक्ष यात्रियों की सुरक्षा अहम मुद्दा है।
चंद्रयान-3 हमारी धरती की कक्षा से बाहर निकल गया है। परिक्रमा लगाने के बाद अब वह चंद्रमा की कक्षा में 5 अगस्त को पहुंचेगा। इसके बाद अगला पड़ाव चंद्रमा होगा। 23 अगस्त को चंद्रयान-3 चंद्रमा के दक्षिणी पोल पर लैंडिंग करेगा।
जापान की एक कंपनी का अंतरिक्ष यान बुधवार को चंद्रमा पर उतरने की कोशिश के दौरान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। हादसे के कारण यान से संपर्क टूट गया और उड़ान नियंत्रक यह पता लगाने की कोशिशों में जुटे हैं कि आखिर वहां हुआ क्या।
अब बृहस्पति के चंद्रमाओं पर भी जीवन की खोज के लिए लगातार परीक्षण और तैयारियां की जा रही हैं। इसी कड़ी में यूरोपियन अंतरिक्ष एजेंसी आज ‘जूस‘ मिशन को लॉन्च करने जा रही हैै। ‘जूस‘ का अर्थ है ‘ज्यूपिटर आईसी मून्स एक्सप्लोरर‘।
अंतरिक्ष के क्षेत्र में भारत का दबदबा लगातार बढ़ता जा रहा है। चंद्रयान के बाद भारत ने अब 2023 में गगनयान समेत कई अंतरिक्ष अभियानों की तैयारी शुरू कर दी है। इसरो 3 मानवों के साथ अंतरिक्ष में गगनयान भेजने की योजना तैयार कर रहा है।
NASA Moon Mission: अभी तक आपने मानवों के चांद पर उतरने का इतिहास ही पढ़ा रहा होगा, लेकिन क्या आप कभी चांद का चक्कर लगाने की परिकल्पना भी कर सकते हैं। शायद यह परिकल्पना बेहद रोमांचक है, लेकिन नामुमकिन सी लगती है। मगर मानव न ही सही, नासा के वैज्ञानिकों के कमाल से एक अंतरिक्ष यान चांद का चक्कर लगा आया है।
अमेरिका की स्पेस एजेंसी नासा ने करीब आधी सदी के बाद चंद्रमा पर स्पेसशिप भेजने की दिशा में सबसे बड़ा कदम बढ़ा दिया है। ओरियॉन नाम का यह स्पेसशिप 42 दिनों में चंद्रमा का चक्कर लगाकर वापस आ जाएगा।
Artemis-1 Moon Mission: नासा के महत्वाकांक्षी आर्टेमिस-1 मिशन के तहत 27 सितंबर को मून रॉकेट लॉन्च करने की योजना को एक बार फिर से टालना पड़ा था।
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