मई और जून के महीने में इस साल दिल्ली-एनसीआर में रिकॉर्डतोड़ बारिश हुई है। जून में इस बार 100 एमएम से भी ज्यादा बारिश हुई और तापमान भी सामान्य स्तर से कम ही रहा।
क्या गुजरात, क्या बिहार और क्या असम... देश के कई राज्यों में मौसम की मार देखने को मिल रही है। अलग-अलग जिलों से बाढ़-बारिश और लैंडस्लाइड की खौफनाक तस्वीरें सामने आ रही है।
देश में दक्षिण से लेकर उत्तर तक पूरब से लेकर पश्चिम तक रिकॉर्ड तोड़ बारिश हो रही है। उत्तर-पश्चिमी राज्यों में अब तक सामान्य से 46 फीसदी ज्यादा बारिश हुई है। अगर आने वाले दिनों में मानसून सामान्य नहीं होता है तो कई राज्य भीषण बाढ़ की गिरफ्त में होंगे।
पेट से जुड़ी समस्याओं में स्वामी रामदेव के ये टिप्स कारगर तरीके से काम कर सकते हैं। क्यों और कैसे, जानते हैं इस बारे में विस्तार से।
पहली बारिश के कारण हिमाचल प्रदेश में 6 लोगों की मौत हो चुकी है और 10 लोग घायल हुए हैं। साथ ही सड़कों के खराब हो जाने के कारण करोड़ों रुपये का नुकसान भी हुआ है।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने केरल के पथानामथिट्टा, अलाप्पुझा, कोट्टायम, एर्नाकुलम, त्रिशूर, पलक्कड़, मलप्परुम और वायनाड़ जिलों में येलो अलर्ट जारी किया गया है।
मौसम विभाग ने बताया कि दिल्ली में मॉनसून अफने तय समय से दो दिन पहले पहुंच गया है। वहीं मुंबई में मॉनसून की एंट्री एक सप्ताह लेट हुई है।
दिल्ली-एनसीआर के कई हिस्सों में रात से जमकर बारिश हो रही है। मौसम विभाग ने अगले दो दिनों के लिए भारी बारिश की संभावना जताते हुए येलो अलर्ट जारी किया है।
बृहन्मुंबई नगर निगम ने ट्वीट कर जानकारी दी की मुंबई शहर और उपनगरों में आज बादल छाए रहेंगे और हल्की बारिश होने की संभावना है। वहीं आज महाराष्ट्र के कुछ अन्य हिस्सों में भी हिल्की से मध्यम बारिश देखने को मिल सकती है।
हीटवेव की मार झेल रहे बिहार और यूपी के लोगों के लिए मौसम विभाग ने खुशखबरी दी है। बिहार के 24 जिलों में बारिश का अलर्ट जारी किया गया है, वहीं यूपी के 20 जिलों में बारिश से मौसम सुहाना हो गया है।
भारत में अभी तक बारिश सामान्य से 53 प्रतिशत कम हुई है। केरल जहां से देश में मानसून प्रवेश करता है, वहां पर भी सामान्य से काफी कम बारिश रिकॉर्ड की गई है।
चक्रवाती तूफान का असर आज से दिखने लगेगा। मानसून केरल में प्रवेश कर गया है और आज इसके पूर्वोत्तर राज्यों में पहुंचने के आसार हैं। दिल्ली-एनसीआर में भी मौसम बदलने वाला है। जानें- weather latest update
दक्षिण पश्चिम मॉनसून आम तौर पर केरल में 1 जून तक पहुंच जाता है और सामान्यत: एक जून से करीब सात दिन पहले या बाद में यह पहुंचता है। मई के मध्य में आईएमडी ने कहा था कि मॉनसून केरल में चार जून के आसपास पहुंच सकता है।
दिल्ली में गुरुवार को तापमान 40 डिग्री सेल्सियस और 12 जून तक 42 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने की संभावना है। इसके साथ ही दिन में तेज गर्म हवाओं के चलने की भी चेतावनी दी गई है।
पिछले कई दिनों तक अच्छा मौसम रहने के बाद अब इसमें परिवर्तन आएगा। रविवार को दिल्ली-एनसीआर के कई इलाकों में बारिश की वजह से तापमान में गिरावट दर्ज की गई थी लेकिन आज ऐसी संभावना कम ही नजर आ रही है।
मौसम विभाग ने कहा है कि सात जून के बाद दिल्ली में एक बार फिर से तापमान 40 डिग्री के पार चला जाएगा। विभाग ने ये भी कहा है कि इस बार देश में मॉनसून जल्द ही दस्तक देगा।
जलवायु परिवर्तन का असर दुनिया के हर हिस्से पर देखा जा रहा है। गीले इलाके ज्यादा बारिश से प्रभावित हैें तो सूखे इलाके और सूखते जा रहे हैं। क्यों बदल रही है जलवायु। जानिए इन सवालों के जवाब।
आमतौर पर 1 जून को केरल में दस्तक देता है। इसके साथ ही देश में मानसून की आधिकारिक शुरुआत मानी जाती है। पिछले साल यानी 2022 में मानसून 29 मई को केरल पहुंचा था। वहीं 2021 में यह 1 जून को पहुंचा था।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के मौसम विज्ञान महानिदेशक डॉ मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि इस साल सामान्य मानसून की उम्मीद है। इससे पहले स्काईमेट वेदर ने कहा था कि सूखा पड़ने के आसार हैं।
इस साल सामान्य से कम बारिश होगी और देश में सूखा पड़ने के आसार हैं। स्काईमेट वेदर ने ये जानकारी दी है और कहा है कि मानसून के दौरान देश में बारिश कम देखने को मिलेगी। जानिए क्या बताई वजह-
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