भारतीय मौसम विज्ञान विभाग की रविवार की रिपोर्ट के अुनसार, पूरे देश में इस साल मानूसन के दौरान लंबी अवधि के औसत यानी एलपीए से 31 प्रतिशत अधिक बारिश हुई है।
दक्षिण-पश्चिम मानसून पूरे महाराष्ट्र में दस्तक देने के साथ ही गुजरात और छत्तीसगढ़ के भी कुछ हिस्सों में पहुंच गया। वहीं उत्तर भारत के कई हिस्सों में मौसम गर्म और उमस भरा बना रहा।
छत्तीसगढ़ में मॉनसून सक्रिय हो गया है और राज्य के कई जिलों में अगले दो दिनों में भारी बारिश होने की संभावना है। मौसम विभाग के एक अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी।
मानसून को लेकर मौसम विभाग की ओर से अच्छी खबर आई है। मौसम विभाग के अनुसार मानसून देश में सही रफ्तार से बढ़ रहा है।
दक्षिण-पश्चिम मानसून आधिकारिक तौर पर बृहस्पतिवार को ओडिशा पहुंच गया जिससे राज्य के कई हिस्सों में बारिश हुई। यह जानकारी मौसम विज्ञान विभाग ने दी। मानसून आने से मलकानगिरि, कोरापुट, रायगढ़ा, गजपति और गंजाम सहित कई जिलों में दिन में बारिश हुई।
दूसरे अग्रिम उत्पादन अनुमान के अनुसार, देश में सब्जी, फल, एरोमेटिक और मेडिसिनल प्लांट के साथ फूलों के उत्पादन में वृद्धि हुई है, जबकि मसाले और प्लांटेशन क्रॉप के उत्पादन में पिछले साल के मुकाबले कमी आई है।
केरल में दक्षिण-पश्चिमी मानसून की दस्तक के दूसरे दिन मंगलवार को राज्य के कई हिस्सों में भारी बारिश हुई जबकि राजधानी तिरुवनंतपुरम समेत चार जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया। वहां कई निचले इलाकों में जलभराव हो गया।
इस साल मॉनसून अपने तय वक्त पर भारत पहुंचा है.
आईएमडी में चक्रवातों की प्रभारी सुनीता देवी ने कहा, "दक्षिण-पूर्व और इससे सटे मध्य पूर्व अरब सागर और लक्षद्वीप क्षेत्र में एक कम दबाव का क्षेत्र बना है। अगले 24 घंटों के दौरान और तीव्र होकर डिप्रेशन में बदलेगा और उसके बाद और तीव्र हो सकता है।
आईएमडी ने कहा है कि 31 मई से 4 जून के बीच दक्षिणपूर्व और उससे सटे पूर्व मध्य अरब सागर के ऊपर एक कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है। इसे देखते हुए, केरल में दक्षिण-पश्चिम मानूसन की शुरुआत के लिए 1 जून से परिस्थितियां अनुकूल होने की संभावना है।
दस्त और पीलिया जैसी बीमारियां कोरोना वायरस संकट को और जटिल कर सकती हैं।राज्य में इस समय हर 11 दिन में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले दोगुने हो रहे हैं।
उत्तर भारत में इस वर्ष बाढ़ से 1900 लोगों की मौत हो गई और 30 लाख से अधिक लोग विस्थापित हुए हैं।
महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के लिए सोमवार को मतदान जारी है। इसी बीच कई क्षेत्रों में बारिश की फुहारें पड़ रही हैं।
नेशनल बल्क हैंडलिंग कॉरपोरेशन (एनबीएचसी) ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि इस बार 84 प्रतिशत इलाकों में मानसून सामान्य या सामान्य से अधिक रहा है।
बीते 10 दिनों में देश की राजधानी दिल्ली में टमाटर का दाम डेढ़ गुना बढ़ गया है जबकि एक पखवाड़े में टमाटर का भाव दोगुने से भी ज्यादा हो गया है। दिल्ली में लोगों को एक किलो टमाटर के लिए 80 रुपए से ज्यादा चुकाने पड़ रहे है, जबकि एक पखवाड़े पहले दिल्ली में टमाटर 30-40 रुपए किलो मिल रहा था।
बरसात में नाशपाती को अपनी डाइट में जरूर शामिल करना चाहिए, क्योंकि यह टेस्टी होने के साथ काफी हेल्दी भी होता है।
भारी बाढ़ और बारिश से महाराष्ट्र के पश्चिमी हिस्से के हाल बेहाल हैं। यहां कई दिनों से हो रही बारिश के चलते कई शहरों में बाढ़ के हालात हैं।
इस मौसम में अगर आप खांसी की चपेट में आ गए हैं और ये आपका पीछा ही नहीं छोड़ रही है तो प्याज के पानी का इस्तेमाल कर इससे राहत पाई जा सकती है।
देश के अधिकतर हिस्सों में बुधवार को भारी बारिश हुई। कर्नाटक और महाराष्ट्र के बाढ़ प्रभावित हिस्सों में स्थिति गंभीर बनी हुई है, जहां 2.5 लाख लोगों को अन्य स्थानों पर पहुंचाया गया है।
मानसून इस समय भारत के कई हिस्सों पर मेहरबान है। लेकिन मानसूनी बारिश देश के पश्चिमी हिस्से के लिए मुसीबत बनकर आई है। देश की आर्थिक राजधानी मुंबई भारी बारिश के चलते मुसीबत झेल रही थी।
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