MD के वरिष्ठ वैज्ञानिक आरके जेनामनी ने बताया कि पंजाब, हरियाणा, दिल्ली सहित उत्तर भारत में साउथ वेस्ट मॉनसून 14-15 जून तक पहुंचेगा।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में इस साल मानसून सामान्य तिथि से 12 दिन पहले यानी 15 जून को दस्तक दे सकता है। यह जानकारी भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने शुक्रवार को दी।
भारत मौसम विभाग (आईएमडी) ने कहा कि दक्षिण पश्चिम मानसून अपने सामान्य समय से सात दिन पहले बृहस्पतिवार को मध्यप्रदेश में पहुंच गया। जबलपुर और शहडोल संभाग के जिलों के लिए आईएमडी ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
बिहार में अगले 48 घंटों में मानसून प्रवेश कर जाएगा इसके साथ ही कई जिलों में भारी बारिश और वज्रपात की संभावना है।
महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में मॉनसून का आगमन हो चुका। IMD ने इसकी पुष्टि की। IMD मुंबई के उप महानिदेशक डॉ. जयंत सरकार ने बताया कि आमतौर पर मुंबई में मॉनसून 10 जन को आता है लेकिन इसबार एवरेज अराइवल डेट से पहले ही पहुंच गया।
मुंबई सहित महाराष्ट्र के कई हिस्सों में अगले 48 घंटों में मानसून-पूर्व बारिश होने की संभावना है। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने गुरुवार को यह जानकारी दी। आईएमडी के क्षेत्रीय पूर्वानुमान केंद्र के अनुसार, शनिवार तक मुंबई और महाराष्ट्र के पूरे तट पर भारी बारिश होगी।
IMD Alert: केरल पहुंचने के बाद अब मानसून धीरे धीरे पश्चिम, मध्य और उत्तर भारत की तरफ बढ़ेगा और जून अंत तक इसके दिल्ली पहुंचने की संभावना है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बताया कि दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के उत्तर और दक्षिण भारत में सामान्य, मध्य भारत में सामान्य से अधिक और पूर्व तथा पूर्वोत्तर भारत में सामान्य से कम रहने का अनुमान है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग ने बृहस्पतिवार को कहा कि दक्षिण पश्चिम मॉनसून दक्षिण पश्चिम तथा पूर्व मध्य बंगाल की खाड़ी के और हिस्सों की ओर बढ़ गया है एवं केरल में 31 मई तक इसके पहुंचने के आसार हैं।
मानसून को लेकर भारतीय मौसम विभाग की तरफ से बड़ा अपडेट जारी किया गया है। मौसम विभाग ने बताया है कि केरल के तट पर मानसून कर पहुंचेगा।
भारतीय मौसम विभाग के अनुसार इस साल 40 प्रतिशत संभावना है कि मानसून सीजन के दौरान 96-104 प्रतिशत बरसात होगी, ऐसी स्थिति में सामान्य मानसून कहा जाता है। मौसम विभाग ने 16 प्रतिशत संभावना 104-110 प्रतिशत बरसात की लगाई है और इस स्थिति को सामान्य से अधिक बारिश माना जाता है।
भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) शुक्रवार (16 अप्रैल) को सुबह 11.30 बजे एक वेबिनार के जरिए दक्षिण पश्चिम मानसून का पहला दीर्घावधि पूर्वानुमान जारी करेगा।
मौसम का अनुमान लगाने वाली निजी संस्था स्काइमेट वेदर ने 2021 के मानसून के लिए अपना पहला अनुमान जारी कर दिया है। स्काइमेट वेदर ने इस साल देश में मानसून सीजन के दौरान सामान्य बरसात होने का अनुमान लगाया है।
निजी मौसम पूर्वानुमान कम्पनी स्काइमेट वेदर ने 2021 में दक्षिण-पश्चिम मानसून के सामान्य रहने का अनुमान जताया है। वर्ष 2019 और 2020 में दक्षिण-पश्चिम मानसून में बारिश सामान्य से अधिक हुई थी।
रिपोर्ट में कहा गया है कि हाल ही में शुरू किए गए कृषि सुधारों के साथ सरकार की ग्रामीण आय बढ़ाने की ओर ध्यान दिये जाने से कृषि आय में वृद्धि होने की संभावना है। इसके अलावा, कोविड-19 महामारी के बावजूद ग्रामीण परिवारों की आय की स्थिति सामान्य बनी हुई है।
मानसून की आमद के साथ ही मुंबई में हाहाकार मचाने वाली बारिश का कहर मानसून की वापसी तक भी जारी है।
सरकार के द्वारा संसद को दिए लिखित जवाब के मुताबिक सबसे ज्यादा नुकसान बिहार में देखने को मिला है। इसके अलावा कर्नाटक और असम में भी फसलों को काफी नुकसान पहुंचा है।
पाकिस्तान में मॉनसून की शुरुआत के बाद से पिछले दो महीने से अधिक समय में बारिश संबंधी घटनाओं में 300 से अधिक लोगों की मौत हुई है और 239 अन्य घायल हुए हैं।
भारतीय मौसम विभाग ने अगले 3 दिनों तक उत्तर भारत के अधिकतर राज्यों में भारी बरसात होने का अनुमान जारी किया है। मौसम विभाग ने 26, 27 और 28 अगस्त के लिए यह अनुमान जारी किया है और कुछ जगहों के लिए नारंगी तथा कुछ के लिए पीले रंग का अलर्ट जारी हुआ है।
सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि हरियाणा के यमुनानगर जिले के हथिनीकुंड कुंड बैराज से सुबह 10 बजे नदी में 7,418 क्यूबिक मीटर प्रति सेकेंड क्यूसेक की दर से पानी छोड़ा जा रहा है।
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