संसद के मॉनसून सत्र में सरकार और विपक्ष के बीच कई मुद्दों पर खींचतान देखने को मिल रही है। संसद के दोनों सदनों से जुड़े हर जरूरी अपडेट के बारे में जानने के लिए हमारे साथ बने रहें।
राहुल गांधी आज 3 नये शब्द लेकर आए- हलवा, चक्रव्यूह और शिव की बारात. वैसे तो ये तीनों शब्द पुराने हैं, लेकिन सियासत में राहुल गांधी ने इनका प्रयोग एकदम नये सेंस में किया.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को लोकसभा में देश का बजट पेश किया था जिसके बाद से ही सत्ता पक्ष और विपक्ष में नोक-झोंक का दौर जारी है।
संसद का मॉनसून सत्र सोमवार से शुरू हो चुका है और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने केंद्रीय बजट भी पेश कर दिया है। अब 12 अगस्त तक जारी रहने वाला यह सत्र काफी हंगामेदार हो सकता है।
शिक्षा राज्य मंत्री सुकांत मजूमदार ने सदन में जानकारी देते हुए बताया कि NTA ने पिछले 6 सालों में अबतक 16 परीक्षाएं पोस्टपोन की हैं।
लोकसभा में हिंदूओं को लेकर दिए गए बयान के बाद राहुल गांधी का जमकर विरोध किया जा रहा है। दिल्ली के बाद अब गुजरात में भी हंगामा बढ़ गया है।
CEC Bill In Parliament : संसद में कल चीफ इलेक्शन कमिश्नर के अपॉइंटमेंट को लेकर विधेयक पर भी हंगामा हुआ...मोदी सरकार ने मुख्य चुनाव आयुक्त और दूसरे चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति से जुड़ा बिल कल राज्य सभा में पेश किया. संसद में चुनाव आयोग नियुक्ति बिल पर हंगामा...पिट्ठू बनाने का आरोप
संसद के मानसून सत्र का आज आखिरी दिन है। इससे पहले कल लोकसभा में विपक्ष का अविश्वास प्रस्ताव गिर गया था। संसद का मानसून सत्र 20 जुलाई से शुरू हुआ लेकिन पूरे सत्र के दौरान मणिपुर हिंसा के मामले पर हंगामा होता रहा।
मोदी सरकार के खिलाफ विपक्ष का अविश्वास प्रस्ताव कल गिर गया। तीन दिनों तक चली चर्चा का कल शाम प्रधानमंत्री ने जवाब दिया। वे मणिपुर के मसले पर भी बोले और कहा कि शांति की कोशिश की जा रही है।
संसद में आज फिर हंगामे के चलते दोनों सदनों की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी। हालांकि लोकसभा में हंगामे के बीच दिल्ली सर्विस बिल को पेश कर दिया गया।
राज्य सभा में राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली क्षेत्र (संशोधन) विधेयक 2023 पर मतदान हो सकता है और विपक्ष सरकार को चुनौते देने में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहता है।
मॉनसून सत्र की शुरुआत से ही सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच गतिरोध बना हुआ है और किसी भी दिन सुचारू रूप से कामकाज नहीं हो पाया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने कार्यकाल में दूसरी बार अविश्वास प्रस्ताव का सामना करने जा रहे हैं और यह तय है कि वह आसानी से इस चुनौती से पार पा लेंगे।
संसद का मॉनसून सत्र अब तक बेहद हंगामेदार रहा है और मणिपुर के मुद्दे पर सत्ता पक्ष एवं विपक्ष के बीच गतिरोध जारी है।
मणिपुर मुद्दे को लेकर सरकार और संसद में गतिरोध बना हुआ है और अब तक मॉनसून सत्र में हंगामे के अलावा कुछ भी नहीं हुआ है।
सोमवार को विपक्षी सदस्यों के हंगामे और नारेबाजी के कारण लोकसभा एवं राज्यसभा को 3-3 बार के स्थगन के बाद पूरे दिन के लिए स्थगित कर दिया गया था।
संसद के मॉनसून सत्र का पहला दिन मणिपुर में हो रहे घटनाक्रमों को लेकर हंगामे की भेंट चढ़ गया। मॉनसून सेशन के दूसरे दिन के अपडेट्स के बारे में जानने के लिए हमारे साथ बने रहें।
बीजेपी के सीनियर नेता रविशंकर प्रसाद ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि कांग्रेस संसद को नहीं चलने देना चाहती है। उन्होंने कि सदन में मणिपुर पर चर्चा के लिए सरकार तैयार है।
सदन की बैठक आरंभ होने से कुछ देर पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सदन में सत्तापक्ष और विपक्षी सदस्यों की दीर्घा की तरफ जाकर नेताओं का अभिवादन किया और सोनिया गांधी से भी मिले।
लोकसभा और राज्यसभा में गुरुवार को कांग्रेस समेत कुछ विपक्षी दलों के सदस्यों ने मणिपुर हिंसा का मुद्दा उठाते हुए हंगामा किया जिससे सदन की कार्यवाही को दिनभर के लिए स्थगित कर देना पड़ा।
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