कोचीन हवाईअड्डे को इसके परिसर में पानी घुसने की वजह से शनिवार तक बंद कर दिया गया है। मंगलवार को देर रात शुरू हुई मूसलाधार बारिश के बाद राज्य के 33 बांधों के गेट को खोलना पड़ा। ऐसा पहली बार हुआ है। बारिश के शनिवार तक जारी रहने की संभावना जताई गई है।
केरल में भारी बारिश से कोई राहत नहीं मिलने के कारण राज्य में मरने वालों की संख्या बढ़ कर 44 हो गयी है और कोच्चि हवाई अड्डे पर परिचालन शनिवार तक बंद कर दिया गया है। राज्य में आठ अगस्त से मूसलाधार बारिश होने के कारण इस हवाई अड्डे पर आने वाले विमानों को
शिमला में बारिश ने सवा सौ साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। यहां इतनी बारिश हुई कि पहाड़ से नीचे पहुंचा मलब कई कारों की कब्रगाह बन गया। जिस खूबसूरती को देखने के लिए दुनिया भर से लोग शिमला पहुंचते हैं वहां आफत ने कोहराम मचा दिया है।
आंकड़ों में कहा गया है कि गुजरात में 52, असम में 45 और नगालैंड में आठ लोगों की मौत हुई है। केरल में 22 और पश्चिम बंगाल में पांच लोग लापता भी हैं। राज्यों में बारिश से जुड़ी घटनाओं में 245 लोग जख्मी हुए हैं।
मौसम विभाग के निदेशक जे. पी. गुप्ता के अनुसार, पिछले कई दिनों से रुक-रुककर हो रही बारिश का दौर अभी जारी रहेगा। दिन में कई जगहों पर तेज तो कई जगहों पर सामान्य बारिश होने का अनुमान है।
उप्र मौसम विभाग के निदेशक जे.पी गुप्ता के अनुसार, दिन में रुक-रुककर बारिश होती रहेगी और तापमान में तीन से चार डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट आएगी। इस सप्ताह के अंत तक बारिश का दौर जारी रहेगा। इसके बाद हल्की बारिश होने का अनुमान है।
उप्र मौसम विभाग के निदेशक जे पी गुप्ता के अनुसार दिन में रुक-रुककर बारिश का दौर जारी रहेगा। इस सप्ताह के अंत तक मौसम के रुख में खास बदलाव आने की उम्मीद नहीं है। बारिश की वजह से तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई है।
इस घटना की गम्भीरता के दृष्टिगत समस्त जनपद के जिलाधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि अपने जनपद में तत्काल राहत कार्य प्रभावी रूप से प्रारम्भ कराते हुए, दैवीय आपदा से हुई फसल क्षति जनहानि तथा पशुहानि का आकलन कराकर विस्तृत आख्या राहत आयुक्त कार्यालय के ई-मेल पर उपलब्ध कराएं।
अधिकारियों ने बताया कि बारिश के कारण नदी के जल स्तर में वृद्धि को देखते हुए लोहा पुल को वाहनों के यातायात के लिए कल बंद कर दिया गया था। कल यमुना का लेवल 205.76 था जो देर रात तक और बढ़ गया है। अशंका है कि आज यमुना का लेवल 206 को क्रॉस कर जाएगा।
राजधानी दिल्ली और एनसीआर में गुरुवार रात से हो रही बारिश के चलते कई जगहों पर भारी जलभराव हो गया है। जिसकी वजह से आम लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। बारिश का यह सिलसिला गुरूवार की रात से लेकर शुक्रवार की सुबह तक जारी रहा।
Heavy rain in Delhi-NCR: हरियाणा में हो रही मूसलाधार बारिश के बाद हथिनीकुंड बैराज से 1 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है जो कल देर रात तक यमुना में पहुंच कर दिल्ली में यमुना किनारे रहने वालों के लिये खतरा पैदा कर सकता है।
स्काइमेट के अनुसार, पिछले 24 घंटों के दौरान, पूर्वी राजस्थान और मध्य प्रदेश के कई हिस्सों में मध्यम से भारी बारिश हुई। विदर्भ, छत्तीसगढ़, झारखंड ओडिशा, पश्चिम बंगाल, जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में बारिश हल्की से माध्यम के बीच थी।
भारी बारिश और बाढ़ से बर्बादी सिर्फ गुजरात तक नहीं है। मध्य प्रदेश में भी ये सैलाब लोगों के लिए काल का दूसरा नाम बनता जा रहा है। मध्य प्रदेश के कई ज़िले पानी पानी है और इन्हीं उफनती लहरों में कई लोग ज़िंदगी की जंग लड़ते दिखे तो कुछ ज़िंदगी की ये लड़ाई हार भी गए।
हालत से निपटने के लिये कई जगह एनडीआरएफ की टीमें तैनात की गई हैं। बचाव और राहत का काम जारी है लेकिन पहाड़ से लेकर मैदान तक बारिश की मार पड़ रही है। लोगों की परेशानियां बढ़ती ही जा रही हैं।
उत्तर प्रदेश में मानसून का इंतजार कर रहे ज्यादातर इलाकों में फिलहाल गर्मी का दौर जारी है। उम्मीद है कि दो-तीन दिन बाद सूबे में मानसूनी बारिश का सिलसिला शुरू होगा।
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