Heavy Rain Alert: देश में मौसम का मूसलाधार आधे हिन्दुस्तान पर आफत बनकर टूट रहा है. पुल, सड़कें, पहाड़ मूसलाधार बारिश में टूट रहे हैं . मकान-दीवार-दुकान सब पानी पानी होता जा रहा है. मानसून ने 23 राज्यों में अगले 48 घंटे के लिए खतरे की घंटी बजा दी है.
दक्षिण-पश्चिम मानसून अपने सामान्य समय 1 जून के मुकाबले एक हफ्ते की देरी से 8 जून को इस बार केरल पहुंचा। मौसम विभाग ने कहा कि अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में चक्रवात बनने जैसे अन्य कई कारणों से दक्षिण-पश्चिम मानसून की गति धीमी है।
भारत में अभी तक बारिश सामान्य से 53 प्रतिशत कम हुई है। केरल जहां से देश में मानसून प्रवेश करता है, वहां पर भी सामान्य से काफी कम बारिश रिकॉर्ड की गई है।
पिछले तीन दिनों में, महाराष्ट्र के पुणे और कोंकण डिवीजनों में मूसलाधार बारिश हुई है जिससे कुछ क्षेत्रों में भूस्खलन और बाढ़ आई है। राज्य में बारिश से जुड़ी घटनाओं में मरने वालों की संख्या में इजाफा हुआ है. फंसे हुए लोगों को बचाने के लिए, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल की दो टीमों को तैनात किया गया था, जबकि तटरक्षकों को भी ज़रूरतमंद लोगों को एयरलिफ्ट करने के लिए एक हेलीकॉप्टर के निर्देश दिए गए थे।
राष्ट्रीय राजधानी के कई भागों में मंगलवार को वर्षा होने के बाद यहां तापामान में गिरावट आई और अधिकतम तापमान 29.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। हालांकि आद्रर्ता अधिक रही। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार सापेक्षिक आर्द्रता 92 फीसद दर्ज की गयी तथा न्यूनतम तापमान 27.2 डिग्री सेल्सियस रहा।
बिहार और नेपाल और असम में भारी मॉनसून वर्षा के बाद राज्यों में सभी प्रमुख नदियों में जल स्तर बढ़ गया है। कई नदियाँ खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत और बचाव कार्य जारी है।
मौसम विभाग ने दिल्ली, यूपी, हरियाणा, पंजाब और बिहार के लिए आरेंज अलर्ट जारी किया है। इसके अलावा पश्चिम बंगाल, असम और मेघालय के लिए रेड अलर्ट जारी किया है।
रात भर मुंबई में बारिश होने से कई हिस्सों में जलभराव और ट्रैफिक जाम की स्थिति उत्पन्न हो गयी |
दक्षिण-पश्चिम मानसून पूरे महाराष्ट्र में दस्तक देने के साथ ही गुजरात और छत्तीसगढ़ के भी कुछ हिस्सों में पहुंच गया। वहीं उत्तर भारत के कई हिस्सों में मौसम गर्म और उमस भरा बना रहा।
पुणे के बारामती में बारिश और तेज़ हवा के कारन गिरा भारी-भरकम पेड़
मानसून इस समय भारत के कई हिस्सों पर मेहरबान है। लेकिन मानसूनी बारिश देश के पश्चिमी हिस्से के लिए मुसीबत बनकर आई है। देश की आर्थिक राजधानी मुंबई भारी बारिश के चलते मुसीबत झेल रही थी।
देश के कई राज्यों में बारिश का कोहराम, भारी बारिश के बाद खिलौनों की तरह बहे वाहन
अनुमान ये है कि अगले 24 से 48 घंटे में दिल्ली-एनसीआर में भारी बारिश होगी। गुरुग्राम में पांच घंटे में 132 एमएम बारिश दर्ज की गई। मौसम विभाग के मुताबिक दस सालों में मंगलवार को सबसे ज्यादा बारिश हुई।
इससे पहले सुबह कुछ क्षेत्रों में हल्की बारिश हुई। सोमवार सुबह का न्यूनतम तापमान 26.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग ने दिन में हल्की बारिश और बौछार होने की संभावना जताई थी लेकिन रात में मौसम अचानक बदल गया और कुछ इलाकों में भारी बारिश हुई।
इस बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोंडा, बहराइच और बलरामपुर में बाढ़ की स्थितियों को लेकर अधिकारियों को दिशा-निर्देश जारी किए हैं।
कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी दलों ने केरल की तबाही का सीधा ठीकरा सूबे की सत्ताधारी लेफ्ट सरकार पर फोड़ा है। विधानसभा में विपक्ष के नेता रमेश चेन्निथला के मुताबिक़ ये मानव निर्मित आपदा है।
पुनरुद्धार के प्रयास शुरू करते हुए राज्य में पारंपरिक मेलजोल भी पूरे जोरों पर दिखा जहां मस्जिद के दरवाजे परेशान हिंदुओं के लिए खोले गए और मुस्लिम मंदिरों की सफाई करते नजर आए। हालांकि बाढ़ के कम होते ही पानी से छूटी मिट्टी एवं कीचड़ से भरे अपने घरों को देखकर ज्यादातर लोगों के चेहरे पर निराशा के भाव नजर आए।
बाढ़ के कारण बेघर हुए लोगों की तादाद काफी ज्यादा हो गई। राहत शिविरों में 10 लाख से अधिक लोग शरण लिए हुए हैं। बाढ़ प्रभावित जिलों में बनाए गए 3,274 राहत शिविरों में 10,28,000 लोग ठहरे हुए हैं।
कोचीन हवाईअड्डे को इसके परिसर में पानी घुसने की वजह से शनिवार तक बंद कर दिया गया है। मंगलवार को देर रात शुरू हुई मूसलाधार बारिश के बाद राज्य के 33 बांधों के गेट को खोलना पड़ा। ऐसा पहली बार हुआ है। बारिश के शनिवार तक जारी रहने की संभावना जताई गई है।
केरल में भारी बारिश से कोई राहत नहीं मिलने के कारण राज्य में मरने वालों की संख्या बढ़ कर 44 हो गयी है और कोच्चि हवाई अड्डे पर परिचालन शनिवार तक बंद कर दिया गया है। राज्य में आठ अगस्त से मूसलाधार बारिश होने के कारण इस हवाई अड्डे पर आने वाले विमानों को
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