केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ के एक टैटू आर्टिस्ट कमलजीत सिंह और उसके मैनेजर को बंदर को पालतू जानवर के रूप में रखने और उसकी फोटो को इंस्टाग्राम अकाउंट पर प्रदर्शित करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
कर्नाटक के दावणगेरे में एसडीआरएफ की टीम ने शुक्रवरा को तुंगभद्रा नदी में फंसे बंदरों को बचाया। बाढ़ के पानी में बंदर फंस गए थे, जो पिछले 2 दिनों से पेड़ों पर बैठे थे।
मेरठ मेडिकल कॉलेज में आज उस समय हड़कंप मच गया जब कोरोना मरीजों के ब्लड सैंपल्स लेकर बंदर भाग गए।
यह वैक्सीन शरीर में जाते ही इम्यून सिस्टम को एंटीबॉडी बनाने पर जोर देती है, और एंटीबॉडी वायरस को खत्म करने लगती है।
टिस्का ने अपने ट्विटर अकाउंट पर यह मजेदार वीडियो साझा किया है। वीडियो में दो बंदर नजर आ रहे हैं। एक बंदर बालकली की रेलिंग पर बैठा नजर आ रहा है तो दूसरा स्वीमिंग पूल में कूद-कूद कर मस्ती कर रहा है।
संभल में पिछले एक हफ्ते से बंदरों के बीमार होने और मरने का सिलसिला जारी है। यहां मंदिर के आसपास काफी संख्या में बंदर रहते हैं।
यह इत्तेफाक है या मालिक से पूर्व जन्म का कोई रिश्ता कि एक पालतू बंदर ने अपने पालक बुजुर्ग शिक्षक की मौत के बाद उसने भी अपने प्राण त्याग दिए।
बंदरों के आतंक से परेशान जिले के बाशिंदे अब भालू की ड्रेस पहनकर गांव में घूम-घूम कर बंदरों को भगा रहे हैं। अच्छी बात यह है कि ग्रामीणों का यह प्रयोग सफल होता दिख रहा है।
भाजपा सांसद हेमा मालिनी ने मथुरा एवं वृंदावन में ‘बंदरों के आतंक’ का मुद्दा बृहस्पतिवार को लोकसभा में उठाया और कहा कि इस समस्या से लोगों को राहत देने के लिए ‘मंकी सफारी’ बनाई जानी चाहिए।
Social Media पर पानी कीबूंद बूंद बचाते एक सयाने बंदर का video वायरल हो रहा है। आप भी देखिए औऱ सबको बताइए Viral video of monkey who save water
जिले के वन अधिकारी पीएन मिश्रा ने बंदरों की मौत की जांच के बाद इस बात का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि यहां लू के चलते 15 बंदरों की मौत हो गई है।
कर्नाटक इस समय भयंकर मंकी फीवर की चपेट में है। राज्य के शिमोगा जिले में दिसंबर 2018 के बाद से अब तक मंकी फीवर के कारण नौ लोगों की मौत हो चुकी है।
अमेरिका के एक प्राथमिक स्कूल की शिक्षिका को कथित तौर पर सशुल्क प्रशासनिक अवकाश पर भेजा गया है। शिक्षिका ने एक फेसबुक पोस्ट में अपने विद्यार्थियों की तुलना बंदर से की थी, जिसके बाद उसे अवकाश पर भेजा गया है।
Health Year Ender 2018: कई ऐसी खतरनाक महामारी आईं जिससे भारत ही नहीं पूरी दुनिया परेशान रहीं। जहां एक ओर डिप्थीरिया से पीड़ित बच्चों को सिरम न मिल पाने के कारण 20 गिनों के अंदर 17 बच्चों की मौंत हो गई थी। जानें ऐसी ही कुछ बीमारियों के बारें में जिन्होंने साल 2018 में लोगों को खूब रुलाया।
कुछ साल पहले तक इन बंदरों को भगाने के लिए लंगूर रखे जाते थे, लेकिन उस पर भी पशु प्रेमियों, खासकर मेनका गांधी ने कड़ा ऐतराज जताया था।
11 दिसंबर से शुरू हो रहे शीतकालीन सत्र से पहले जारी सर्कुलर में लिखा है, ‘’संसद परिसर में बंदर सामने आए तो उससे आंख न मिलाएं और बंदर से डर कर ना भागें वरना वो हमला कर सकता है।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बागपत जिले में एक अजीबो गरीब वाकया सामने आया है। यहां पर 70 साल के बुजुर्ग की पत्थर से पीट पीट कर हत्या कर दी गई।
पाकिस्तानी नेता मौलाना फजल उर रहमान इस वीडियो की तुलना पाकिस्तान के मौजूदा राजनीतिक हालात से कर रहे हैं
मंकी पॉक्स एक इंफेक्शन है। जो कि एक से दूसरे में आसानी से पहुंच जाती है। यहां तक की इसमें पीडित व्यक्ति की छींक के संपर्क में आने से भी आपको यह बीमारी हो जाएगी। जानिए इस बीमारी के बारें में सबकुछ।
नायडू ने हल्के फुल्के अंदाज में पशु अधिकार कार्यकर्ता और केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी का जिक्र करते हुए कहा ‘‘मेनका गांधी यहां नहीं हैं।’’ इस पर सदन में मौजूद सदस्य मुस्कुरा उठे।
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