राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत ने रविवार को कहा कि भारत एक 'हिंदू राष्ट्र' है और हिंदुत्व देश की पहचान का सार है।
इस अवसर पर संघ प्रमुख मोहन भागवत ने नागपुर शस्त्र पूजा की। COVID19 महामारी की वजह से सभागार के अंदर केवल 50 स्वयंसेवकों को अनुमति दी गई है।
AIMIM के प्रमुख असददुदीन ओवेसी ने संघ प्रमुख मोहन भागवत के उस बयान से आपत्ति जताई है, जिसमें उन्होंने कहा था कि भारत के मुसलमान दुनिया में सबसे ज्यादा सुखी और संतुष्ट हैं।
अयोध्या में राम मंदिर के बारे में बात करते हुए, भागवत ने कहा कि यह केवल कर्मकांड के उद्देश्य से नहीं है, मंदिर राष्ट्रीय मूल्यों और चरित्र का प्रतीक है।
मोहन भागवत ने कहा कि बीज से वृक्ष बनता है और बीज को मिट्टी में मिल जाना पड़ता है। उन्होंने कहा कि समर्पण ही बीज की ताकत है। भागवत ने कहा कि संघ ऐसे लोगों से चलता है जो होते तो हैं, लेकिन दिखते नहीं हैं।
चुनावी राज्यों में शुमार पश्चिम बंगाल में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का फोकस बढ़ गया है। एक साल में चार बार संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत के दौरे से बड़े संकेत मिलते हैं।
भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी ने शुक्रवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत से मुलाकात की।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सर संघचालक मोहन भागवत ने कहा कि स्वदेशी का मतलब हर विदेशी सामान का बहिष्कार नहीं है।
राम मंदिर भूमि पूजन समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और RSS प्रमुख मोहन भागवत भी मौजूद थे।
अयोध्या में 5 अगस्त को होने वाला राम मंदिर भूमि पूजन बेहद खास होने जा रहा है। बताया जा रहा है कि इस भव्य कार्यक्रम में शामिल होने के लिए करीब 175 लोगों को निमंत्रण भेजा गया है। अयोध्या केस में पक्षकार रहे इकबाल अंसारी को भी भूमि पूजन का आमंत्रण भेजा गया है।
मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर हमला बोला है। उन्होंने भोपाल दौरे पर आए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरसंघ चालक मोहन भागवत से मुख्यमंत्री व मंत्रियों की गुप्त रिपोर्ट स्वयंसेवकों से लेने की मांग की है।
मोहन भागवत ने कहा कि हम सभी को स्वदेशी का आचरण अपनाना होगा। स्वदेशी का उत्पादन गुणवत्ता का हो, कारीगर, उत्पादक सभी को यह सोचना होगा। समाज और देश को स्वदेशी को अपनाना होगा।
संघ प्रमुख मोहन भागवत ने रविवार को पालघर हिंसा पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा की साधुओं को पीट-पीट कर मार डाला गया। भय और क्रोध पर काबू रखें। साधुओं ने किसी का अहित नही किया था।
रविवार को संघ प्रमुख मोहन भागवत ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को संबोधित किया। अपने संबोधन में उन्होंने कई महत्वपूर्ण बातें कहीं
कोरोना वायरस संकट के मद्देनजर मौजूदा स्थिति को लेकर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत संघ के कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को ऑनलाइन संबोधित किया।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक प्रमुख मोहन भागवत ने बृहस्पतिवार को कहा कि कट्टरता और जलवायु परिवर्तन जैसी समस्याएं दुनिया भर में शांति को बाधित कर रही हैं और इनका समाधान केवल भारत के पास है क्योंकि उसके पास समग्र रूप से सोचने और इस समस्याओं से निपटने का अनुभव है।
RSS प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि "20 साल पहले मैं कहता था कि गांधी जी के कल्पना का भारत आज नहीं है। भविष्य में कभी होगा या नहीं हमें तो बड़ा असंभव लगता था। मैं सारे देश में घूमता हूं और आज विश्वासपूर्ण कह सकता हूं कि गांधी जी की कल्पना के भारत का सपना साकार होना प्रारंभ हो गया है।"
भागवत ने कहा, ‘‘परिवार और महिला के बिना समाज नहीं हो सकता, जो आधे समाज का प्रतिनिधित्व करती हैं और उन्हें शिक्षित होना चाहिए लेकिन समाज की हम चिंता नहीं करेंगे तो न तो हम बच सकेंगे और न ही परिवार को बचा सकेंगे।’
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि भौतिक सुख में कई गुणा वृद्धि के बावजूद समाज में हर कोई नाखुश है और लगातार आंदोलन कर रहा है।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के प्रमुख सर संघचालक मोहन भागवत ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और अन्य संगठनों से जुड़े लोगों के बीच चाल, चरित्र और चेहरे पर उठ रहे सवालों पर चिंता जताई है।
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