संघ प्रमुख ने कहा कि पिछले महीने मुंबई में एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने देखा कि जम्मू-कश्मीर के मुस्लिम छात्रों का कहना था कि वे भारत का हिस्सा बने रहना चाहते हैं और अब वे बिना किसी बाधा के भारतीय बने रह सकते हैं।
भागवत ने सरकार द्वारा संचालित माता वैष्णो देवी मंदिर जैसे मंदिरों का उदाहरण देते हुए कहा कि इसे बहुत कुशलता से चलाया जा रहा है।
विजयादशमी रैली को संबोधित करते हुए मोहन भागवत ने अपने संबोधन में कई बातों का जिक्र किया। उन्होंने टारगेट किलिंग, जनसंख्या नीति से लेकर तालिबान, चीन, पाकिस्तान, घुसपैठ, और आर्टिकल 370 तक बात की।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत ने हिंदुत्व को अलग-अलग लोगों के साथ बांटने को लेकर मंगलवार को कहा कि हिन्दुत्व एक ही है, वो पहले से है और आखिर तक वो ही रहेगा।
भागवत ने कहा कि समाज में हमें गरीब तबके की भी चिंता करनी चाहिए और जात-पांत के बंधनों से बाहर निकलना चाहिए। भागवत ने कहा कि पेरिस और सिंगापुर जाने के साथ ही भारत के तीर्थस्थलों जैसे काशी, जलियावालां बाग और अन्य तीर्थो में भी जाना चाहिए।
संघ प्रमुख मोहन भागवत 1 अक्टूबर से 3 अक्टूबर के बीच जम्मू-कश्मीर में रहेंगे। सूत्रों ने बताया कि इस दौरान वो 'प्रबुद्ध वर्ग' के सदस्यों से बातचीत करेंगे।
दिग्विजय सिंह ने संघ प्रमुख से सवाल पूछा कि अगर हिंदुओं और मुसलमानों का डीएनए एक है, तो सांप्रदायिक नफरत क्यों फैलाई जाती है और लव जिहाद जैसे मुद्दों की क्या जरूरत है?
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरसंघचालक मोहन भागवत ने सोमवार को कहा कि हिंदुओं और मुसलमानों के पुरखे एक ही थे और हर भारतीय ‘हिंदू’ है।
बीजेपी शासित उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव पर VHP के रुख को लेकर पूछ गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि VHP राजनीतिक दल नहीं है।
RSS चीफ मोहन भागवत आज मुस्लिम बुद्धिजीवियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक करने जा रहे हैं। मुंबई में होने वाली इस बैठक में चुने हुए मुस्लिम बुद्धिजीवियों के साथ मौजूदा हालात को लेकर चर्चा हो सकती है।
भारत तिब्बत सहयोग मूवमेन्ट की महिला कार्यकर्ताओं ने रक्षाबंधन के मौके पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) मुख्यालय में सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत व पूर्व सरकार्यवाह भय्याजी जोशी को राखी बांधी।
मोहन भागवत ने कहा कि स्वदेशी का यह मतलब नहीं है कि बाकी अन्य चीजों को नजरअंदाज करना। अंतरराष्ट्रीय व्यापार रहेगा लेकिन हमारी शर्तों पर।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत के 'सुनियोजित आबादी बढ़ाने' बयान पर लोकसभा सांसद और ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुसलमीन (AIMIM) अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी भड़क गए हैं।
AIMIM के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने RSS चीफ मोहन भागवत द्वारा 'लिंचिग' को लेकर दिए गए बयान पर उनसे सवाल किया।
नकवी ने विरोधी नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘पहले भी संघ के लोगों ने सेवा के माध्यम से समाज के तानेबाने को एकजुट करने के लिए बहुत काम किए हैं। लेकिन ‘भारत बैशिंग ब्रिगेड’ और ‘गुमराही गैंग’ ने न सिर्फ भारत में बल्कि दुनिया में संघ का हौव्वा खड़ा करके भाईचारे और सामाजिक तानेबाने को छिन्नभिन्न करने का षड्यंत्र किया।’’
उन्होंने आगे कहा कि RSS के समर्थन और सहयोग के बिना भाजपा का अस्तित्व नहीं है, फिर भी आरएसएस अपनी कही गई बातों को भाजपा और इनकी सरकारों से लागू क्यों नहीं कर पा रही है जो इन्होंने कल बातें कही हैं, यह भी गंभीरता से सोचने की बात है।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के प्रमुख मोहन भागवत ने देश की एकता, हिंदू-मुसलमान भाईचारे पर बहुत बड़ी बात कही लेकिन उनके इस बयान पर अब सियासत शुरू हो गई है।
मुस्लिम राष्ट्रीय मंच द्वारा आयोजित कार्यक्रम में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने रविवार को कहा कि सभी भारतीयों का डीएनए एक है, चाहे वे किसी भी धर्म के हों।
ट्विटर ने शनिवार को आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत और अन्य वरिष्ठ पदाधिकारियों के अकाउंट से ब्लू टिक हटा दिया और सोशल मीडिया पर संघ के शुभचिंतकों के रोष व्यक्त करने के बाद इसे बहाल कर दिया गया।
आरएसएस प्रमुख ने कहा कि हम जीतेंगे यह हमारा दृढ़संकल्प है, परिस्थिति आई है वो हमारे सदगुणों की परख करेगी, हमारे दोषों को भी दिखा देगी, दोषों को दूर करके सदगुणों को दिखाकर यह परिस्थिति ही हमें प्रशिक्षित करेगी, यह हमारे धैर्य की परीक्षा है।
संपादक की पसंद