इस दौरान उन्होंने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि आमतौर पर देश के बुद्धिजीवी लोग अपनी सेवा के लिए मिशनरियों का जिक्र करते हैं। हालांकि जब देश का दौरान हमने किया तो पाया का हिंदू आध्यात्मिक गुरुओं द्वारा मिशनरियों से बेहतर काम किया जा रहा है।
संघ प्रमुख मोहन भागवत राष्ट्रीय सेवा संगम का उद्घाटन करेंगे। इस संगम के दौरान ग्रामीण विकास, महिला सशक्तिकरण, पर्यावरण, गौ सेवा जैसे मुद्दों पर चर्चा होगी
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत शुक्रवार को भोपाल में अमर शहीद हेमू कलानी के जन्म शताब्दी वर्ष के समापन समारोह में हिस्सा लेने आए थे। जहां उन्होंने सिंधी समाज की महत्ता पर बोलते हुए कई बड़ी बातें कहीं।
पानीपत में हुई संघ की इस बैठक को 2024 में होने वाले आगामी लोक सभा चुनाव के मद्देनजर काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा था। सर्वोच्च इकाई की इस अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की बैठक में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित संघ से जुड़े 34 विभिन्न संगठनों के 1389 प्रतिनिधि शामिल हुए।
RSS ने अपने स्वयंसेवकों को अलगाववाद और देश विरोधी ताकतों के खिलाफ डटकर मुकाबला करने का संकल्प दिलाया है।
आरएसएस चीफ मोहन भागवत ने कहा, ब्रिटिश शासन से पहले हमारे देश की 70% आबादी शिक्षित थी और कोई बेरोजगारी नहीं थी, जबकि इंग्लैंड में सिर्फ 17% लोग शिक्षित थे।
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने रविवार को जबलपुर में शिवराज सिंह चौहान समेत नरेंद्र मोदी, अरविंद केजरीवाल और संघ प्रमुख मोहन भागवत पर जमकर हमला बोला।
मोहन भागवत ने कहा, हमारा धर्म विज्ञान के अनुसार चलता है और विज्ञान को इंसान के लिए लाभकारी होने के लिए उस धर्म की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि हमारे पास परंपरागत रूप से जो है, उसके बारे में हर व्यक्ति के पास कम से कम मूलभूत जानकारी होनी चाहिए।
RSS के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर ने भागवत के बयान को पोस्ट करते हुए ट्वीट किया कि सच तो यह है कि मैं सभी प्राणियों में हूं, इसलिए नाम जो भी हो, लेकिन योग्यता एक है, सम्मान एक है, सभी का अपनापन है।
मोहन भागवत ने कहा कि हिन्दू और मुसलमान सभी एक ही हैं। समाज और धर्म को द्वेष की नज़र से मत देखो। गुनी बनो, धर्म का पालन करो।
अमेरिका और चीन भी खुद को वैभवशाली कहते हैं, लेकिन हमें ऐसे वैभवशाली भारत का निर्माण करना है जो संपूर्ण दुनिया में सुख शांति ला सके।
असल में आरएसएस प्रमुख का पूरा बयान देखें तो बात स्पष्ट हो जाएगी। उन्होंने सिर्फ मुसलमानों की बात नहीं की, उन्होंने हिंदुओं से भी कहा कि उन्हें इस तरह की सोच छोड़नी पड़ेगी कि वो दूसरों से बेहतर हैं। मुझे लगता है कि इस बयान को इसी संदर्भ में देखा जाना चाहिए।
AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि चीन के लिए यह चोरी और साथी नागरिकों के लिए सीनाजोरी क्यों? अगर हम सच में युद्ध में हैं, तो क्या स्वयंसेवक सरकार 8 सालों से सो रही है?
मोहन भागवत द्वारा दिया गया बयान इस साल का पहला बड़ा बयान है। इस बयान को RSS के अब तक के काम और आने वाले वक्त की दिशा तय करने वाला बताया जा रहा है।
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने मुस्लिमों, इस्लाम और एलजीबीटी समुदाय को लेकर कई बातें कही हैं। भागवत ने कहा है कि इस्लाम को देश में कोई खतरा नहीं है, लेकिन उसे 'हम बड़े हैं' का भाव छोड़ना पड़ेगा।
दिग्विजय सिंह ने कहा कि ये सनातन धर्म को जानते ही नहीं हैं, ये तो कुर्सी के लिए सनातन धर्म को बेच रहे हैं। दिग्विजय ने कहा-' हिंदू राष्ट्र की बात संविधान में तो नहीं है'
आरएसएस के सरसंघचालक मोहन भागवत ने कहा कि अगर दुनिया से हमारे देश को सीखने की जरुरत है, हम जरूर सिखेंगे, लेकिन हम अपने मौलिक सिद्धांतों और विचारों पर टिके रहेंगे।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के सरसंघचालक मोहन भागवत ने कहा कि भारत में रहने वाला हर व्यक्ति 'हिंदू' है।
मोहन भागवत ने कहा कि भारत को महाशक्ति बनने की कोई जरूरत नहीं है, क्योंकि जो भी देश महाशक्ति बनता है, वो कोई अच्छा काम नहीं करते हैं।
मोहन भागवत ने कहा कि संघ का काम आदत डालना है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक स्वयंसेवक और प्रचारक हैं और आज भी वह एक प्रचारक के रूप में काम कर रहे हैं।
संपादक की पसंद
लेटेस्ट न्यूज़