आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने बेंगलुरु में झंडा फहराने के बाद अपने संबोधन में कहा कि पूरी दुनिया को प्रकाशित करने के लिए भारत स्वतंत्र हुआ।
इस दौरान उन्होंने कहा कि राजा अपना काम ठीक से करें यह समाज को देखना पड़ता है। प्रजातंत्र में यह पद्धति है कि हम जिस प्रतिनिधि को चुनते हैं, वह देश चलाते हैं। हम उनको चुनकर सो नहीं जाते हैं।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को अमेरिका में दिए गए उनके बयानों के लिए परोक्ष रूप से निशाने पर लिया।
नागपुर में आज RSS प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि हिंदी स्वराज को ही हम हिंदू राष्ट्र कहते हैं। उन्होंने कहा कि आज भारत विश्व के सिरमौर देशों में आने लगा। सरसंघचालक ने कहा कि जो बाहर के लोग थे वो चले गए अब सब अपने बचे हैं।
नेशनल कैंसर इंस्टिट्यूट के लोकार्पण के दौरान आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि स्वास्थ्य, शिक्षा, समाज की मूलभूत आवश्यकता है। समाज उसके बारे में शिक्षित हुआ है, इसीलिए सब लोग स्वास्थ्य, शिक्षा चाहते हैं, उसके लिए कुछ भी करने को तैयार हैं।
हमारी संस्कृति ऐसी नहीं है जो हमसे यह कहे कि क्या खाना चाहिए क्या नहीं खाना चाहिए। बता दें कि मोहन भागवत यहां मुदेती गांव में श्री भगवान याज्ञवलक्य वेदतत्वज्ञान योगाश्रम ट्रस्ट द्वारा आयोजित कार्यक्रम में वेद संस्कृत ज्ञान गौरव समारोह में भाग लेने आए थे।
मध्य प्रदेश के बुरहानपुर में मोहन भागवत ने कहा कि हमें यह ध्यान रखना होगा कि हम पहले भारत के हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि विदेशी साजिशों से हमें लड़ना होगा।
उन्होंने केशव बलिराम हेडगेवार को लेकर कहा कि उन्होंने कहा था कि एक घंटा रोजाना शाखा में आओ। उस समय लोगों ने यह सवाल उठाया था कि एक घंटे से क्या होगा। तत्व और व्यवहार को साथ लेकर चलना है।
इस दौरान उन्होंने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि आमतौर पर देश के बुद्धिजीवी लोग अपनी सेवा के लिए मिशनरियों का जिक्र करते हैं। हालांकि जब देश का दौरान हमने किया तो पाया का हिंदू आध्यात्मिक गुरुओं द्वारा मिशनरियों से बेहतर काम किया जा रहा है।
संघ प्रमुख मोहन भागवत राष्ट्रीय सेवा संगम का उद्घाटन करेंगे। इस संगम के दौरान ग्रामीण विकास, महिला सशक्तिकरण, पर्यावरण, गौ सेवा जैसे मुद्दों पर चर्चा होगी
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत शुक्रवार को भोपाल में अमर शहीद हेमू कलानी के जन्म शताब्दी वर्ष के समापन समारोह में हिस्सा लेने आए थे। जहां उन्होंने सिंधी समाज की महत्ता पर बोलते हुए कई बड़ी बातें कहीं।
पानीपत में हुई संघ की इस बैठक को 2024 में होने वाले आगामी लोक सभा चुनाव के मद्देनजर काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा था। सर्वोच्च इकाई की इस अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की बैठक में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित संघ से जुड़े 34 विभिन्न संगठनों के 1389 प्रतिनिधि शामिल हुए।
RSS ने अपने स्वयंसेवकों को अलगाववाद और देश विरोधी ताकतों के खिलाफ डटकर मुकाबला करने का संकल्प दिलाया है।
आरएसएस चीफ मोहन भागवत ने कहा, ब्रिटिश शासन से पहले हमारे देश की 70% आबादी शिक्षित थी और कोई बेरोजगारी नहीं थी, जबकि इंग्लैंड में सिर्फ 17% लोग शिक्षित थे।
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने रविवार को जबलपुर में शिवराज सिंह चौहान समेत नरेंद्र मोदी, अरविंद केजरीवाल और संघ प्रमुख मोहन भागवत पर जमकर हमला बोला।
मोहन भागवत ने कहा, हमारा धर्म विज्ञान के अनुसार चलता है और विज्ञान को इंसान के लिए लाभकारी होने के लिए उस धर्म की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि हमारे पास परंपरागत रूप से जो है, उसके बारे में हर व्यक्ति के पास कम से कम मूलभूत जानकारी होनी चाहिए।
RSS के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर ने भागवत के बयान को पोस्ट करते हुए ट्वीट किया कि सच तो यह है कि मैं सभी प्राणियों में हूं, इसलिए नाम जो भी हो, लेकिन योग्यता एक है, सम्मान एक है, सभी का अपनापन है।
मोहन भागवत ने कहा कि हिन्दू और मुसलमान सभी एक ही हैं। समाज और धर्म को द्वेष की नज़र से मत देखो। गुनी बनो, धर्म का पालन करो।
अमेरिका और चीन भी खुद को वैभवशाली कहते हैं, लेकिन हमें ऐसे वैभवशाली भारत का निर्माण करना है जो संपूर्ण दुनिया में सुख शांति ला सके।
असल में आरएसएस प्रमुख का पूरा बयान देखें तो बात स्पष्ट हो जाएगी। उन्होंने सिर्फ मुसलमानों की बात नहीं की, उन्होंने हिंदुओं से भी कहा कि उन्हें इस तरह की सोच छोड़नी पड़ेगी कि वो दूसरों से बेहतर हैं। मुझे लगता है कि इस बयान को इसी संदर्भ में देखा जाना चाहिए।
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