संघ प्रमुख मोहन भागवत ने रविवार को पालघर हिंसा पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा की साधुओं को पीट-पीट कर मार डाला गया। भय और क्रोध पर काबू रखें। साधुओं ने किसी का अहित नही किया था।
रविवार को संघ प्रमुख मोहन भागवत ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को संबोधित किया। अपने संबोधन में उन्होंने कई महत्वपूर्ण बातें कहीं
कोरोना वायरस संकट के मद्देनजर मौजूदा स्थिति को लेकर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत संघ के कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को ऑनलाइन संबोधित किया।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक प्रमुख मोहन भागवत ने बृहस्पतिवार को कहा कि कट्टरता और जलवायु परिवर्तन जैसी समस्याएं दुनिया भर में शांति को बाधित कर रही हैं और इनका समाधान केवल भारत के पास है क्योंकि उसके पास समग्र रूप से सोचने और इस समस्याओं से निपटने का अनुभव है।
RSS प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि "20 साल पहले मैं कहता था कि गांधी जी के कल्पना का भारत आज नहीं है। भविष्य में कभी होगा या नहीं हमें तो बड़ा असंभव लगता था। मैं सारे देश में घूमता हूं और आज विश्वासपूर्ण कह सकता हूं कि गांधी जी की कल्पना के भारत का सपना साकार होना प्रारंभ हो गया है।"
भागवत ने कहा, ‘‘परिवार और महिला के बिना समाज नहीं हो सकता, जो आधे समाज का प्रतिनिधित्व करती हैं और उन्हें शिक्षित होना चाहिए लेकिन समाज की हम चिंता नहीं करेंगे तो न तो हम बच सकेंगे और न ही परिवार को बचा सकेंगे।’
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि भौतिक सुख में कई गुणा वृद्धि के बावजूद समाज में हर कोई नाखुश है और लगातार आंदोलन कर रहा है।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के प्रमुख सर संघचालक मोहन भागवत ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और अन्य संगठनों से जुड़े लोगों के बीच चाल, चरित्र और चेहरे पर उठ रहे सवालों पर चिंता जताई है।
संघ की प्रचार शाखा विश्व संवाद केन्द्र के प्रांत प्रचार प्रमुख ओम प्रकाश सिसोदिया ने शनिवार को जारी विज्ञप्ति में बताया कि संघ प्रमुख भागवत ने मध्यप्रदेश के गुना में में आयोजित आरएसएस के तीन दिवसीय युवा संकल्प शिविर को संबोधित करते हुए ये बातें कही।
आरएसएस प्रमुख ने कहा कि देश के वातावरण से घबराने की आवश्यकता नहीं है। उकसाने का काम राजनीति करती है, हमने अंग्रेजों के काल से देखा है।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के प्रमुख मोहन भागवत पांच दिवसीय प्रचारकों के सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए गुरुवार को गोरखपुर पहुंच गए। संघ के पदाधिकारियों के अनुसार, आरएसएस प्रमुख गणतंत्र दिवस गोरखपुर में ही मनाएंगे।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने ‘दो बच्चों’ वाले कानून पर बात करके एक बार फिर इस मुद्दे को हवा दे दी है।
AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने 'दो बच्चे' कानून की मांग को लेकर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत पर हमला बोला है। असदुद्दीन ओवैसी ने शनिवार को कहा कि देश की असली परेशानी जनसंख्या नहीं बल्कि बेरोजगारी है। ओवैसी ने पूछा कि ये बताओं तुमने कितनों को नाकरियां दीं?
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के प्रमुख मोहन भागवत ने कहा है कि देश में हर जाति-धर्म का व्यक्ति हमारा अपना है और संघ सबको हिंदू समाज का अंग मानता है।
दो बच्चे पैदा करने के कानून की मांग को लेकर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के नेता नवाब मलिक ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत पर हमला बोला है।
भागवत ने एक समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि 'धर्म' भारत का उद्देश्य था जो दुनिया का अस्तित्व रहने तक प्रासंगिक रहेगा और यही भारत को एक शाश्वत और चिरस्थायी राष्ट्र बनाता है।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत ने बुधवार को कहा कि संघ भारत की 130 करोड़ आबादी को हिंदू समाज के रूप में मानता है, चाहे उनका धर्म और संस्कृति कुछ भी हो।
संघ के प्रचारक रहे और मौजूदा समय विहिप के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष चंपत राय ने यहां पत्रकारों से बातचीत में ऐसी मांगों को खारिज करते हुए कहा कि ट्रस्ट में संघ प्रमुख मोहन भागवत को नहीं होना चाहिए।
भागवत ने कहा कि जो संगठन छुट्टा घूमती गायों को आश्रय देते हैं उनके पास जगह की कमी होती जा रही है। भागवत ने कहा कि समाज में यदि हर व्यक्ति एक गाय को पालने का निर्णय कर ले तो यह समस्या सुलझ जाएगी।
महंत रामदास ने कहा कि उन्होंने जब महंत नृत्य गोपाल दास और वेदांती का विरोध किया तो उनके गुंडों ने उन पर हमला किया और अयोध्या छोड़ने के लिये मजबूर कर दिया।
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