मोहन भागवत ने कहा कि योजनाबद्ध तरीके से भारत के विभाजन का षड्यंत्र रचा गया जो आज भी जारी है। शांति के लिए विभाजन हुआ लेकिन उसके बाद भी देश में दंगे होते रहे।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत ने रविवार को एक कार्यक्रम में कहा कि इन 75 वर्षों में जितना आगे बढ़ना चाहिए था, हम उतना आगे नहीं बढ़े। देश को आगे ले जाने के रास्ते पर चलेंगे तो आगे बढ़ेंगे, उस रास्ते पर नहीं चले इसलिए आगे नहीं बढ़े।
मोहन भागवत ने कहा कि दुनिया उसी को पीटती है जो दुर्बल है। स्वामी विवेकानंद ने कहा था कि दुर्बलता ही पाप है। बलशाली का मतलब है संगठित होना। अकेला व्यक्ति बलशाली नहीं हो सकता है। कलयुग में संगठन ही शक्ति मानी जाती है। हम सभी को साथ लेकर चलेंगे, हमें किसी को बदलने की आवश्यकता नहीं है।
संघ प्रमुख ने कहा कि पिछले महीने मुंबई में एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने देखा कि जम्मू-कश्मीर के मुस्लिम छात्रों का कहना था कि वे भारत का हिस्सा बने रहना चाहते हैं और अब वे बिना किसी बाधा के भारतीय बने रह सकते हैं।
भागवत ने सरकार द्वारा संचालित माता वैष्णो देवी मंदिर जैसे मंदिरों का उदाहरण देते हुए कहा कि इसे बहुत कुशलता से चलाया जा रहा है।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरसंघचालक मोहन भागवत ने देश की ‘‘तेजी से बढ़ती जनसंख्या’’ पर चिंता व्यक्त की और संसाधनों की उपलब्धता के साथ आगामी 50 साल को ध्यान में रखकर राष्ट्रीय जनसंख्या नीति की समीक्षा करने और उसका पुन: सूत्रीकरण करने का शुक्रवार को आह्वान किया।
आज पूरे देश में विजयदशमी का पर्व मनाया जा रहा है और आज के दिन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) अपना 96वां स्थापना दिवस मना रहा है। नागपुर के संघ मुख्यालय में संघ प्रमुख मोहन भागवत ने पूरे विधि विधान के साथ शस्त्र पूजा की। नागपुर के रेशमबाग मैदान में विजयादशमी रैली को संबोधित करते हुए भागवत ने अपने संबोधन में कई बातों का जिक्र किया। उन्होंने टारगेट किलिंग, जनसंख्या नीति से लेकर तालिबान, चीन, पाकिस्तान, घुसपैठ, और आर्टिकल 370 तक बात की। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में डर का माहौल बनाने के लिए आतंकवादी लोगों को चुन-चुनकर निशाना बना रहे हैं।
विजयादशमी रैली को संबोधित करते हुए मोहन भागवत ने अपने संबोधन में कई बातों का जिक्र किया। उन्होंने टारगेट किलिंग, जनसंख्या नीति से लेकर तालिबान, चीन, पाकिस्तान, घुसपैठ, और आर्टिकल 370 तक बात की।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत ने हिंदुत्व को अलग-अलग लोगों के साथ बांटने को लेकर मंगलवार को कहा कि हिन्दुत्व एक ही है, वो पहले से है और आखिर तक वो ही रहेगा।
भागवत ने कहा कि समाज में हमें गरीब तबके की भी चिंता करनी चाहिए और जात-पांत के बंधनों से बाहर निकलना चाहिए। भागवत ने कहा कि पेरिस और सिंगापुर जाने के साथ ही भारत के तीर्थस्थलों जैसे काशी, जलियावालां बाग और अन्य तीर्थो में भी जाना चाहिए।
RSS प्रमुख मोहन भागवत ने हाल ही में जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 के हटाए जाने को लेकर आज एक बड़ा बयान दिया। उन्होंने अपने बयान में कहा कि लोगों को बदलाव साफ़ नज़र आ रहा है।
संघ प्रमुख मोहन भागवत 1 अक्टूबर से 3 अक्टूबर के बीच जम्मू-कश्मीर में रहेंगे। सूत्रों ने बताया कि इस दौरान वो 'प्रबुद्ध वर्ग' के सदस्यों से बातचीत करेंगे।
दिग्विजय सिंह ने संघ प्रमुख से सवाल पूछा कि अगर हिंदुओं और मुसलमानों का डीएनए एक है, तो सांप्रदायिक नफरत क्यों फैलाई जाती है और लव जिहाद जैसे मुद्दों की क्या जरूरत है?
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरसंघचालक मोहन भागवत ने सोमवार को कहा कि हिंदुओं और मुसलमानों के पुरखे एक ही थे और हर भारतीय ‘हिंदू’ है। पुणे में ग्लोबल स्ट्रेटेजिक पॉलिसी फाउंडेशन द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि ‘समझदार’ मुस्लिम नेताओं को कट्टरपंथियों के विरुद्ध दृढ़ता से खड़ा हो जाना चाहिए।
RSS प्रमुख मोहन भागवत हाल ही में मुस्लिम बुद्धिजीवियों के कार्यक्रम में शरीक हुए। वहां उन्होंने अपने बयान में कहा कि देश में मुस्लिमों डरने की ज़रुरत नहीं है।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरसंघचालक मोहन भागवत ने सोमवार को कहा कि हिंदुओं और मुसलमानों के पुरखे एक ही थे और हर भारतीय ‘हिंदू’ है।
बीजेपी शासित उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव पर VHP के रुख को लेकर पूछ गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि VHP राजनीतिक दल नहीं है।
देश के मुसलमानों को संघ प्रमुख क्या संदेश देना चाहते हैं? देश का मुसलमान संघ और बीजेपी के बारे में क्या सोचता है? इन तमाम मुद्दों पर India Tv पर देखिए बड़ी बहस 'kurukshetra'।
RSS चीफ मोहन भागवत आज मुस्लिम बुद्धिजीवियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक करने जा रहे हैं। मुंबई में होने वाली इस बैठक में चुने हुए मुस्लिम बुद्धिजीवियों के साथ मौजूदा हालात को लेकर चर्चा हो सकती है।
संघ की तालिबान से हुई तुलना के मामले में RSS गंभीर है। सोमवार को RSS प्रमुख मोहन भागवत मुस्लिम बुद्धिजीवियों से बातचीत करने वाले हैं।
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