भागवत ने कहा कि समाज में हमें गरीब तबके की भी चिंता करनी चाहिए और जात-पांत के बंधनों से बाहर निकलना चाहिए। भागवत ने कहा कि पेरिस और सिंगापुर जाने के साथ ही भारत के तीर्थस्थलों जैसे काशी, जलियावालां बाग और अन्य तीर्थो में भी जाना चाहिए।
RSS प्रमुख मोहन भागवत ने हाल ही में जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 के हटाए जाने को लेकर आज एक बड़ा बयान दिया। उन्होंने अपने बयान में कहा कि लोगों को बदलाव साफ़ नज़र आ रहा है।
संघ प्रमुख मोहन भागवत 1 अक्टूबर से 3 अक्टूबर के बीच जम्मू-कश्मीर में रहेंगे। सूत्रों ने बताया कि इस दौरान वो 'प्रबुद्ध वर्ग' के सदस्यों से बातचीत करेंगे।
दिग्विजय सिंह ने संघ प्रमुख से सवाल पूछा कि अगर हिंदुओं और मुसलमानों का डीएनए एक है, तो सांप्रदायिक नफरत क्यों फैलाई जाती है और लव जिहाद जैसे मुद्दों की क्या जरूरत है?
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरसंघचालक मोहन भागवत ने सोमवार को कहा कि हिंदुओं और मुसलमानों के पुरखे एक ही थे और हर भारतीय ‘हिंदू’ है। पुणे में ग्लोबल स्ट्रेटेजिक पॉलिसी फाउंडेशन द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि ‘समझदार’ मुस्लिम नेताओं को कट्टरपंथियों के विरुद्ध दृढ़ता से खड़ा हो जाना चाहिए।
RSS प्रमुख मोहन भागवत हाल ही में मुस्लिम बुद्धिजीवियों के कार्यक्रम में शरीक हुए। वहां उन्होंने अपने बयान में कहा कि देश में मुस्लिमों डरने की ज़रुरत नहीं है।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरसंघचालक मोहन भागवत ने सोमवार को कहा कि हिंदुओं और मुसलमानों के पुरखे एक ही थे और हर भारतीय ‘हिंदू’ है।
बीजेपी शासित उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव पर VHP के रुख को लेकर पूछ गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि VHP राजनीतिक दल नहीं है।
देश के मुसलमानों को संघ प्रमुख क्या संदेश देना चाहते हैं? देश का मुसलमान संघ और बीजेपी के बारे में क्या सोचता है? इन तमाम मुद्दों पर India Tv पर देखिए बड़ी बहस 'kurukshetra'।
RSS चीफ मोहन भागवत आज मुस्लिम बुद्धिजीवियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक करने जा रहे हैं। मुंबई में होने वाली इस बैठक में चुने हुए मुस्लिम बुद्धिजीवियों के साथ मौजूदा हालात को लेकर चर्चा हो सकती है।
संघ की तालिबान से हुई तुलना के मामले में RSS गंभीर है। सोमवार को RSS प्रमुख मोहन भागवत मुस्लिम बुद्धिजीवियों से बातचीत करने वाले हैं।
भारत तिब्बत सहयोग मूवमेन्ट की महिला कार्यकर्ताओं ने रक्षाबंधन के मौके पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) मुख्यालय में सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत व पूर्व सरकार्यवाह भय्याजी जोशी को राखी बांधी।
मोहन भागवत ने कहा कि स्वदेशी का यह मतलब नहीं है कि बाकी अन्य चीजों को नजरअंदाज करना। अंतरराष्ट्रीय व्यापार रहेगा लेकिन हमारी शर्तों पर।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत के 'सुनियोजित आबादी बढ़ाने' बयान पर लोकसभा सांसद और ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुसलमीन (AIMIM) अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी भड़क गए हैं।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत ने सभी भारतीयों का डीएनए समान होने पर जोर देते हुए रविवार को मुसलमानों से "भय के चक्र में नहीं फंसने" का आग्रह किया कि भारत में इस्लाम खतरे में है।
AIMIM के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने RSS चीफ मोहन भागवत द्वारा 'लिंचिग' को लेकर दिए गए बयान पर उनसे सवाल किया।
नकवी ने विरोधी नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘पहले भी संघ के लोगों ने सेवा के माध्यम से समाज के तानेबाने को एकजुट करने के लिए बहुत काम किए हैं। लेकिन ‘भारत बैशिंग ब्रिगेड’ और ‘गुमराही गैंग’ ने न सिर्फ भारत में बल्कि दुनिया में संघ का हौव्वा खड़ा करके भाईचारे और सामाजिक तानेबाने को छिन्नभिन्न करने का षड्यंत्र किया।’’
उन्होंने आगे कहा कि RSS के समर्थन और सहयोग के बिना भाजपा का अस्तित्व नहीं है, फिर भी आरएसएस अपनी कही गई बातों को भाजपा और इनकी सरकारों से लागू क्यों नहीं कर पा रही है जो इन्होंने कल बातें कही हैं, यह भी गंभीरता से सोचने की बात है।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के प्रमुख मोहन भागवत ने देश की एकता, हिंदू-मुसलमान भाईचारे पर बहुत बड़ी बात कही लेकिन उनके इस बयान पर अब सियासत शुरू हो गई है।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत ने रविवार को कहा कि सभी भारतीयों का डीएनए एक है और मुसलमानों को ‘‘डर के इस चक्र में’’ नहीं फंसना चाहिए कि भारत में इस्लाम खतरे में है। वह राष्ट्रीय मुस्लिम मंच द्वारा यहां ‘हिन्दुस्तानी प्रथम, हिन्दुस्तान प्रथम’ विषय पर आयोजित एक कार्यक्रम में बोल रहे थे।
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