ऐसा लग रहा है कि देश के लगातार बदल रहे माहौल के बीच संघ प्रमुख मोहन भागवत ने मुस्लिम समुदाय के साथ बातचीत, संपर्क और संवाद की जिम्मेदारी स्वयं संभाल ली है। यह सवाल उठाए जाने लगे हैं कि क्या राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ बदल रहा है?
मोहन भागवत ने गुरुवार को दिल्ली में एक मस्जिद में इमाम उमर अहमद इलियासी से मुलाकात की। कस्तूरबा गांधी मार्ग मस्जिद में बंद कमरे में एक घंटे से ज्यादा वक्त तक बैठक हुई।
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत (RSS Chief Mohan Bhagwat) नें गुरुवार को दिल्ली के कस्तूरबा गांधी मार्ग स्थित मस्जिद पहुंचने के बाद सुबह 10 बजे पुरानी दिल्ली स्थित मदरसा ताज्वीदुल कुरान पहुंचे और मदरसों के बच्चों से मुलाकात की और उनका हालचाल जानने के साथ ही एक नसीहत भी दी।
Mohan Bhagwat: मुलाकात को लेकर RSS के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर ने कहा कि ''आरएसएस सरसंघचालक जीवन के सभी क्षेत्रों के लोगों से मिलते हैं। यह एक सतत सामान्य संवाद प्रक्रिया का हिस्सा है।''
शाहिद सिद्दीकी, और सईद शेरवानी भी हाल ही में RSS के अस्थायी कार्यालय उदासीन आश्रम में बंद कमरे में हुई बैठक में मौजूद थे।
Mohan Bhagwat: सरसंघचालक मोहन भागवत ने सोमवार को कहा कि विकास के लिए भारत को किसी दूसरे देश का अनुसरण करने की बजाए भारत बनकर ही रहना होगा।
Arif Mohammad Khan: केरल के राज्यपाल ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने कहा था कि पहले वह एक स्वयंसेवक हैं और जवाहरलाल नेहरू ने गणतंत्र दिवस परेड में संगठन को आमंत्रित किया था, तो उनके RSS प्रमुख मोहन भागवत से मिलने में क्या दिक्कत है।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के प्रमुख मोहन भागवत (Mohan Bhagwat) ने बुधवार को कहा कि देश के लोगों को अपना ‘‘स्व’’ समझने की जरूरत है, क्योंकि पूरी दुनिया ज्ञान के लिए भारत की ओर देख रही है।
Mohan Bhagwat: इस बैठक में सरसंघचालक मोहन भागवत, सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले सहित 5 सह सरकार्यवाह और प्रमुख पदाधिकारी हिस्सा लेंगे।
Mohan Bhagwat: मोहन भागवत ने कहा कि लोगों को व्यक्ति नहीं, बल्कि एक समुदाय के रूप में समाज की सेवा करना चाहिए और इसके लिए आगे आना चाहिए।
Mohan Bhagwat: भागवत ने कहा कि संघ के स्वयंसेवक कभी भी अपने स्वयं के हितों पर ध्यान नहीं देते, हमेशा संपूर्ण समाज के लिए काम करते हैं और आगे भी करते रहेंगे।
Independence Day: स्वतंत्रता दिवस के मौके पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत ने सोमवार को कहा कि भारत को काफी संघर्ष के बाद आजादी मिली और उसे आत्मनिर्भर बनने की जरूरत है।
Mohan Bhagwat: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने रविवार को नागपुर में कहा कि भारत देश कई विविधताओं को समेटे है। हमारे देश की ओर पूरी दुनिया की नजरें लगी हैं।
Har Ghar Tiranga Campaign: एक दिन पहले ही संघ ने अपने फेसबुक एवं ट्विटर एकाउंट में डिस्प्ले पिक्चर (डीपी) बदलकर उसमें तिरंगा लगाया था।
Azadi Ka Amrit Mahotsav: पिछले कुछ दिनों से एक हवा बनाई जा रही है कि RSS भगवा ध्वज को देश का झंडा बनाना चाहता था वो तिरंगा का विरोधी है.आज मोहनभागवत ने अपना डीपी बदलकर तिरंगा लगा दिया है. पूरा विपक्ष और खासतौर पर कांग्रेस ये आरोप लगाती है कि संघ के कार्यक्रमों में कभी तिरंगा फहराया नहीं जाता था.
संघ प्रमुख ने तिरंगा फहराकर और सोशल मीडिया पर अपनी डीपी में तिरंगा लगाकर ऐसे आलोचकों का मुंह बंद कर दिया है।
Asaduddin Owaisi News: ओवैसी कहा कि आरएसएस चाहता है कि देश में एक संस्कृति हो। ओवैसी ने कहा कि हिंदुत्व और भारतीयता एक नहीं है। भारत कई धर्मों से मिलकर बना है। यदि कोई धर्म परिवर्तन करना चाहता है तो करे, धर्म परिवर्तन से भागवत डरते क्यों हैं।
Mohan Bhagwat News: भागवत ने कहा कि अगर भाषा अलग है तो विवाद है, अगर आपका धर्म अलग है तो विवाद है। आपका देश दूसरा है तो भी विवाद है। पर्यावरण और विकास के बीच तो हमेशा से ही विवाद रहा है।
RSS: मीटिंग में संघ प्रमुख मोहन भागवत सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले सहित संघ के कई शीर्ष पदाधिकारियों ने हिस्सा लिया। संघ ने कहा कि उदयपुर और अमरावती जैसी हत्याकांड की घटनाओं पर हिंदू समाज ने शांतिपूर्ण और संवैधानिक तरीके से प्रतिक्रिया दी है।
मोहन भागवत के इस आश्वासन पर कि किसी मस्जिद पर कब्जा नहीं होगा, औवैसी ने कहा कि उन्हें RSS सुप्रीमो की बात पर यकीन नहीं है।
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