Mohan Bhagwat: मोहन भागवत ने कहा कि लोगों को व्यक्ति नहीं, बल्कि एक समुदाय के रूप में समाज की सेवा करना चाहिए और इसके लिए आगे आना चाहिए।
Mohan Bhagwat: भागवत ने कहा कि संघ के स्वयंसेवक कभी भी अपने स्वयं के हितों पर ध्यान नहीं देते, हमेशा संपूर्ण समाज के लिए काम करते हैं और आगे भी करते रहेंगे।
Independence Day: स्वतंत्रता दिवस के मौके पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत ने सोमवार को कहा कि भारत को काफी संघर्ष के बाद आजादी मिली और उसे आत्मनिर्भर बनने की जरूरत है।
Mohan Bhagwat: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने रविवार को नागपुर में कहा कि भारत देश कई विविधताओं को समेटे है। हमारे देश की ओर पूरी दुनिया की नजरें लगी हैं।
Har Ghar Tiranga Campaign: एक दिन पहले ही संघ ने अपने फेसबुक एवं ट्विटर एकाउंट में डिस्प्ले पिक्चर (डीपी) बदलकर उसमें तिरंगा लगाया था।
Azadi Ka Amrit Mahotsav: पिछले कुछ दिनों से एक हवा बनाई जा रही है कि RSS भगवा ध्वज को देश का झंडा बनाना चाहता था वो तिरंगा का विरोधी है.आज मोहनभागवत ने अपना डीपी बदलकर तिरंगा लगा दिया है. पूरा विपक्ष और खासतौर पर कांग्रेस ये आरोप लगाती है कि संघ के कार्यक्रमों में कभी तिरंगा फहराया नहीं जाता था.
संघ प्रमुख ने तिरंगा फहराकर और सोशल मीडिया पर अपनी डीपी में तिरंगा लगाकर ऐसे आलोचकों का मुंह बंद कर दिया है।
Asaduddin Owaisi News: ओवैसी कहा कि आरएसएस चाहता है कि देश में एक संस्कृति हो। ओवैसी ने कहा कि हिंदुत्व और भारतीयता एक नहीं है। भारत कई धर्मों से मिलकर बना है। यदि कोई धर्म परिवर्तन करना चाहता है तो करे, धर्म परिवर्तन से भागवत डरते क्यों हैं।
Mohan Bhagwat News: भागवत ने कहा कि अगर भाषा अलग है तो विवाद है, अगर आपका धर्म अलग है तो विवाद है। आपका देश दूसरा है तो भी विवाद है। पर्यावरण और विकास के बीच तो हमेशा से ही विवाद रहा है।
RSS: मीटिंग में संघ प्रमुख मोहन भागवत सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले सहित संघ के कई शीर्ष पदाधिकारियों ने हिस्सा लिया। संघ ने कहा कि उदयपुर और अमरावती जैसी हत्याकांड की घटनाओं पर हिंदू समाज ने शांतिपूर्ण और संवैधानिक तरीके से प्रतिक्रिया दी है।
मोहन भागवत के इस आश्वासन पर कि किसी मस्जिद पर कब्जा नहीं होगा, औवैसी ने कहा कि उन्हें RSS सुप्रीमो की बात पर यकीन नहीं है।
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि जबरन धर्मांतरण एक झूठ है और भागवत व उनके जैसे लोग यह स्वीकार नहीं कर सकते कि आधुनिक भारत में पैदा हुए लोग भारतीय नागरिक हैं। भागवत ने कहा था कि यह अप्रासंगिक है कि उनके पूर्वज कहां से आए, या वे कौन थे या उन्होंने क्या किया।
RSS प्रमुख ने कहा, हमारा संगठन किसी भी प्रकार की पूजा पद्धति का विरोध नहीं करता और उन सभी को पवित्र मानता है।
ज्ञानवापी विवाद को लेकर सपा नेता अबू आजमी ने कहा कि यह विवाद होना ही नहीं चाहिए था लेकिन अब जब बात कोर्ट में गई है तो उसके फैसले का इंतजार करते हैं। मुस्लिमों ने इन सब विवाद में बहुत धैर्य रखा।
अगर बातचीत से मामला नहीं सुलझा तो दोनों पक्षों को अदालत के फैसले को स्वीकार करना चाहिए। उन्होंने कहा कि हर बार विवाद पैदा करना उचित नहीं है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि आरएसएस अब कोई मंदिर आंदोलन नहीं करेगा।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के बंगाल दौरे को लेकर पुलिस से सतर्क रहने को कहा है। सीएम ने पुलिस के अधिकारियों को निर्देश दिया कि सुनिश्चित करें कि कोई दंगा न हो।
बुधवार को श्रीकृष्ण निवास एवं पूर्णानंद आश्रम में पहुंचे आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि सनातन धर्म ही हिंदू राष्ट्र है। 15 साल में भारत फिर से अखंड भारत बनेगा और यह सब हम अपनी आंखों से देखेंगे।
शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत ने कहा है कि अखंड भारत का सपना कौन नहीं देखता है। वीर सावरकर,बाला साहेब ठाकरे का ये सपना था तो सबसे पहले आप वीर सावरकर को भारत रत्न दीजिए।
भागवत ने कहा कि हम अपने ही देश में अपने घर से विस्थापित होने का दंश झेल रहे हैं। ये परिस्थिति तीन-चार दशकों से लगातार चल रही है। लेकिन हम हारे नहीं है और हमें इस परिस्थिति को पार करके जीत का संकल्प लेना है। पूरा भारत हमारे साथ है क्योंकि हमारे पास अपनी भूमि है। अब हालात बदल रहे हैं।
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत हैदराबाद में हैदराबाद में संत श्री रामानुजाचार्य के सहस्राब्दी समारोह में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने अपने संबोधन में सनातन धर्म की अहमियत को बताया। उन्होंने कहा कि हमारे सामने खड़े होने की ताकत किसी में नहीं है। आज भी भारत में 5000 साल पुराना सनातन धर्म वैसे का वैसा मौजूद है।
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