हैदराबाद में एक कार्यक्रम के दौरान आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने भारत को विश्वगुरु बनने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि यह हमारी महत्वाकांक्षा नहीं बल्कि दुनिया की जरूरत है।
पश्चिम बंगाल में बाबरी मस्जिद के निर्माण पर जारी विवाद के बीच पहली बार इस मुद्दे पर RSS प्रमुख मोहन भागवत का बयान भी सामने आया है। उन्होंने कहा कि ये न तो मुसलमानों के फायदे के लिए है और न ही हिंदुओं के लिए।
बांग्लादेश में जारी हिंसा के बीच हिंदुओं के ऊपर लगातार जुल्म हो रहे हैं। अब इन घटनाओं पर RSS प्रमुख मोहन भागवत का पहला बयान सामने आया है। उन्होंने कहा है कि हिंदुओं को एकजुट रहना होगा।
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने गुरुवार को पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी में आयोजित एक युवा सम्मेलन को संबोधित किया है। इस सम्मेलन में उन्होंने कई बड़ी बातें कही हैं।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने गुरुवार को दक्षिण अंडमान के बेओदनाबाद में एक कार्यक्रम को संबोधित किया। यहां उन्होंने कहा कि हमारे देश में 'तेरे टुकड़े हो' ऐसी भाषा नहीं होनी चाहिए।
RSS चीफ मोहन भागवत ने कहा है कि जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बोलते हैं तो दुनिया के लीडर ध्यान से सुनते हैं और ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि भारत की ताकत सामने आ रही है और देश को उसकी सही जगह मिल रही है।
मोहन भागवत ने कहा, आज बहुत से बच्चे कुछ बहुत ही बेसिक और आसान शब्द नहीं जानते हैं और अक्सर घर पर अपनी मातृभाषा और इंग्लिश को मिलाकर बोलते हैं।
नागपुर के कार्यक्रम में आरएसएस के सरसंघचालक मोहन भागवत ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर बड़ा बयान दिया है। इस खबर में पढे़ं उन्होंने क्या कहा है।
राम मंदिर पर ध्वजारोहण के बाद मोहन भागवत ने कहा कि असंख्य लोगों ने एक सपना देखा, असंख्य लोगों ने प्रयास किए और असंख्य लोगों ने बलिदान दिया। उनकी आत्माएं आज तृप्त हुई होंगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और संघ प्रमुख मोहन भागवत ने मंगलवार को अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि मंदिर के 'शिखर' पर भगवा झंडा फहराया था। इसके बाद सीएम योगी ने अपने संबोधन में कई अहम बातें कही हैं।
पीएम मोदी यूपी के अयोध्या स्थित राम मंदिर पहुंचे और RSS चीफ मोहन भागवत के साथ मिलकर राम मंदिर के शिखर पर ध्वज फहराया। इस दौरान उन्होंने रामलला के दर्शन किए और राम दरबार में पूजा अर्चना की।
पीएम नरेंद्र मोदी मंगलवार को अयोध्या में राम मंदिर के शिखर पर ध्वजारोहण करेंगे। इस कार्यक्रम में संघ प्रमुख मोहन भागवत, सीएम योगी समेत 7 हजार से ज्यादा लोग मौजूद होंगे। कार्यक्रम को देखते हुए अयोध्या नगरी अभेद्य किले में बदल गई है।
अपने मणिपुर दौरे के दूसरे दिन आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने सामाजिक एकता का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि परिवार के मुद्दों का समाधान परिवार के भीतर ही होना चाहिए।
RSS ने दुनिया का सबसे बड़ा गृह सम्पर्क अभियान शुरू किया है। इसके लिए संघ के 80 हजार कार्यकर्ता मैदान में हैं। लखनऊ में इस अभियान की औपचारिक शुरुआत कर दी गई है।
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत तीन दिनों के मणिपुर प्रवास पर हैं। यहां एक सभा के दौरान उन्होंने कहा कि वह सरकार के मामलों में दखल नहीं देते हैं, लेकिन मणिपुर में सरकार अवश्य होनी चाहिए।
आरएसएस चीफ मोहन भागवत ने कहा कि विविधता का सम्मान करने वाला समाज हिन्दू समाज ही है। जो लोग भारत से अलग हुए, उनकी विविधताएं समाप्त होती गईं, जैसे पाकिस्तान में पंजाबी और सिंधी समाज अब उर्दू अपनाने पर विवश हैं।
संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि भारत को हिंदू राष्ट्र होने के लिए किसी आधिकारिक घोषणा की आवश्यकता नहीं है। साथ ही मोहन भागवत ने स्वतंत्रता संग्राम में आरएसएस स्वयंसेवकों की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला है।
जयपुर में एक कार्यक्रम में बोलते हुए मोहन भागवत ने कहा कि संघ को केवल दूर से देखकर नहीं समझा जा सकता है। इसके लिए प्रत्यक्ष अनुभव जरूरी है, जो संघ की गतिविधियों में भाग लेने से ही मिलता है।
RSS के सरसंघचालक मोहन भागवत ने हिंदू समाज को चेताया है कि कुछ लोग ऐसे हैं जो भारत को बढ़ने नहीं देता चाहते हैं। तभी ये शक्तियां हिंदुओं को तोड़ने का प्रयास करती हैं।
आरएसएस के पंजीकरण को लेकर लगातार कांग्रेस के द्वारा सवाल उठाए जाते रह हैं। कांग्रेस के इस सवाल पर आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि आरएसएस की स्थापना 1925 में हुई थी तो क्या हम अंग्रेजों से इसका रजिस्ट्रेशन करवाने जाते?
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