मल्टीनेशनल कंपनियों को अपनी ग्लोबल उपस्थिति, मजबूत ब्रांड और रिसर्च एंड डेवलपमेंट क्षमताओं के साथ, अक्सर घरेलू कंपनियों पर कुछ बढ़त का लाभ मिलता है।
MNC ने कर्मचारी को बाहर का रास्ता दिखा दिया था जिसके बाद उसने ऑफिस में बम रखने की फर्जी बात बोल दी थी।
पिछले कुछ सालों में भारत से कई मल्टीनेशनल कंपनियों ने अपना कारोबार बंद कर दिया है। इसके पीछे सरकार की ये दो योजनाएं हैं। दोनों का भारतीय बाजार पर क्या असर पड़ा है, आइए जानते हैं।
Quit Quitting: इस समय दुनियाभर में Quit quitting का कल्चर तेजी से अडॉप्टशन किया जा रहा है। विश्वभर में युवा बढ़ती तनाव और काम के दबाव के कारण जॉब छोड़ रहे हैं।
शराब को लेकर दिल्ली में एक शख्स अपनी पत्नी elsewhere,driver,months,work,wife,escapes,scolding,delhi के तानों से इस कदर तंग आ गया कि उसने मल्टीनेशनल कंपनी की अच्छी खासी नौकरी छोड़ दी। नौकरी छोड़ने के बाद वह हरियाणा के मेवा में जाकर कैब ड्राइवर बन गया...
हरियाणा के गुरुग्राम स्थित बहुराष्ट्रीय कंपनियों, बीपीओ और सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) कंपनियों को अपने कर्मचारियों को जुलाई के अंत तक घर से काम करने की अनुमति देनी चाहिए।
दिल्ली पुलिस ने गुरुवार को सुबह से ही राष्ट्रीय राजधानी जाने वाली ज्यादातर सड़कों पर अवरोध खड़े कर जांच पड़ताल शुरू कर दी थी। इससे नोएडा और गुड़गांव से आने जाने वाली सड़कों पर भारी जाम लग गया।
यह फंड ओपेन एंडेड इक्विटी स्कीम है जो एमएनसी थीम का पालन करती है और इसका उद्देश्य भारतीय और वैश्विक बहुराष्ट्रीय कंपनियां जो भारतीय बाजार में सूचीबद्ध हैं, से लाभ कमाना है।
इससे अमेरिकी बहुराष्ट्रीय कंपनियों की भारतीय अनुषंगी इकाइयों द्वारा सीबीसी रिपोर्ट स्थानीय स्तर पर जमा करने की जरूरत नहीं होगी।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के द्वारिका इलाके में एक मल्टिनेशनल कंपनी में काम करने वाली युवती के साथ गैंगरेप का मामला सामने आया है।
KVIC प्रोडक्ट की डिमांड तेजी से बढ़ती जा रही है। यही कारण है कि, देश में खादी और विलेज प्रोडक्ट की बिक्री 50,000 करोड़ रुपए को पार कर गई है।
देश में रोजमर्रा के उपयोग के उपभोक्ता सामान (FMCG) बनाने वाली सात प्रमुख घरेलू कंपनियों की आय 2015-16 में विदेशी कंपनियों ने बेहतर रही है।
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