मिजोरम में 40 सदस्यीय विधानसभा का चुनाव भाजपा के लिए महत्वपूर्ण है। पूर्वोत्तर का यह एकमात्र राज्य है जहां भाजपा की सरकार नहीं है।
40 सदस्यीय मिजोरम विधानसभा सीट के लिए होने वाले चुनाव में मुख्यमंत्री लाल थानहावला हैट्रिक लगाना चाह रहे हैं। उन्होंने दावा किया है कि उनकी सरकार के खिलाफ कोई सत्ता विरोधी लहर नहीं है।
मिजोरम में कांग्रेस के सत्ता में बरकरार रहने का विश्वास जताते हुए मुख्यमंत्री लल थनहवला ने सोमवार को कहा कि राज्य में अपना खाता खोलने के लिए भाजपा को पांच वर्ष और प्रतीक्षा करनी होगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि कांग्रेस द्वारा पूर्वोत्तर की संस्कृति का अपमान करने और पहनानवे को "विचित्र" कहने से उन्हें दुख हुआ।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को मिजोरम में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कांग्रेस पर जमकर हमला बोला।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार को मिजोरम में जनसभाओं को संबोधित किया।
बीजेपी ने अपने घोषणापत्र में वादा किया कि प्रदेश की राजकीय भाषा मिजो को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल किया जाएगा।
मिजोरम में ‘चुनावी मौसाम’ को हवा देने के लिए कांग्रेस और BJP, दोनों ने ही कमर कस ली है।
कांग्रेस 2008 से मिजोरम में सत्ता में हैं और वह लगातार तीसरी जीत पर नजर बनाए हुए है। निवर्तमान विधानसभा में कांग्रेस के 34 विधायक हैं जबकि एमएनएफ के पांच और मिजोरम पीपुल्स कांफ्रेंस का एक विधायक है।
अपनी तरह के पहले मामले में चुनाव आयोग ने किसी राज्य से अपने मुख्य निर्वाचन अधिकारी को पद से हटा दिया है। यह घटनाक्रम मिजोरम में सामने आया है।
मिजोरम में शनिवार रात को 5.3 तीव्रता के भूकंप के झटके महसूस किए गए।
मिजोरम के मुख्य चुनाव अधिकारी (सीईओ) एस एस शशांक को हटाने की बढ़ती मांग के बीच मुख्यमंत्री ललथनहवला ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर सीईओ को तुरंत पद से हटाने की मांग करते हुए कहा कि लोगों का उनके प्रति भरोसा खत्म हो चुका है
मिजोरम विधानसभा के अध्यक्ष हिफेई ने सोमवार को कहा कि उन्होंने अपने पद, सदन और कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया और भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए हैं।
भाजपा की अगुवाई वाले पूर्वोत्तर लोकतांत्रिक गठबंधन (नेडा) की घटक मिजो नेशनल फ्रंट (एमएनएफ) ने शुक्रवार को दोहराया कि 28 नवंबर को होने जा रहे मिजोरम विधानसभा चुनाव में वह भाजपा के साथ गठजोड़ नहीं करेगा।
नॉर्थ ईस्ट में मिजोरम कांग्रेस के लिए अंतिम राज्य है, जहां उसकी सरकार है। अगर यह राज्य भी कांग्रेस के हाथों से निकल जाता है तो पूरा नॉर्थ ईस्ट कांग्रेस मुक्त हो जाएगा।
मिजोरम में भाजपा नेताओं ने जोर देकर कहा है कि वह कांग्रेस को राज्य की सत्ता से उखाड़ फेंकने के लिए हरसंभव प्रयास करेंगे और पूर्वोत्तर को भगवा रंग में रंग देंगे।
अमित शाह ने कहा, अगर भाजपा मिजोरम में सरकार बनाती है, तो केंद्र सरकार के 100 से ज्यादा कार्यक्रमों को यहां सफलतापूर्वक लागू किया जाएगा।
चकमा के इस्तीफे के साथ हाल में कांग्रेस से इस्तीफा देने वाले विधायकों की संख्या तीन हो गई है। मौजूदा विधानसभा में विधायकों की संख्या घटकर 37 हो गई है।
5 राज्यों में 12 नवंबर से लेकर 7 दिसंबर के दौरान मतदान होगा और वोटों की गिनती 11 दिसंबर को होगी
विधानसभा चुनाव के लिए मिजोरम में 28 नवंबर को वोटिंग होगी और इसके बाद 11 दिसंबर को चुनाव परिणाम की घोषणा की जाएगी।
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