मिजोरम की सभी 40 विधानसभा सीटों के लिए 7 नवंबर को मतदान होना है। ऐसे में सभी सियासी दल अपनी-अपनी कमर कसने में लगे हुए हैं। इसी क्रम में भारतीय जनता पार्टी ने केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू को मिजोरम के लिए पार्टी का चुनाव प्रभारी नियुक्त कर दिया है।
चुनाव आयोग की घोषणा के अनुसार, 5 राज्यों मिजोरम, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, राजस्थान व तेलंगाना में विधानसभा चुनावों की शुरुआत 7 नवंबर से हो जाएगी। अब भारतीय जनता पार्टी ने इनमें से एक राज्य के लिए बड़ी नियुक्ति की है।
मिजोरम में सभी 40 विधानसभा सीटों के लिए मतदान 7 नवंबर को होना है। इससे पहले राज्य के सभी नेता जनता से चुनाव वादे करने में लगे हुए हैं। इसी क्रम में ZPM के नेता और उसके मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार लालदुहोमा ने कहा है कि अगर उनकी सरकार सत्ता में आई तो 5 सालों तक बिजली के दाम नहीं बढ़ाएंगे।
राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम में 7 नवंबर से 30 नवंबर तक चलने वाले विधानसभा चुनावों के लिए चुनाव आयोग की ओर से तैयारियां पूरी कर ली गई है। अब चुनाव में ड्यूटी देने वाले जवानों को लेकर भी बड़ा अपडेट सामने आया है।
चुनाव आयोग ने सोमवार को मिजोरम के लिए चुनाव कार्यक्रम की घोषणा कर दी है। मिजोरम की 40 सदस्यीय विधानसभा के लिए सात नवंबर को एक ही चरण में मतदान होगा और तीन दिसंबर को मतगणना होगी।
केंद्रीय निर्वाचन आयोग ने काम में ढिलाई को लेकर 5 चुनावी राज्यों में कई बड़े अफसरों का ट्रांसफर किया है और उन्हें अपना प्रभार तत्काल जूनिय अफसरों को सौंपने का आदेश दिया है।
मिजोरम चुनावों से ठीक पहले बीजेपी के लिए एक बड़ी खुशखबरी सामने आई है। MNF नेता और मिजोरम विधानसभा के स्पीकर ने विधायकी से इस्तीफा देते हुए कहा है कि वह बीजेपी में शामिल होंगे।
सत्तारूढ़ मिजो नेशनल फ्रंट (MNF) ने पिछले महीने राज्य की सभी 40 विधानसभा सीटों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा की थी लेकिन उसमें लालरिनलियाना सेलो का नाम नहीं था।
मिजोरम विधानसभा चुनाव के लिए जोरम पीपुल्स मूवमेंट (ZPM) ने तुइचावंग सीट शांति जीबन चकमा को कैंडिडेट बनाया है। ये वही सीट है जिसपर आखिरी प्रत्याशी की घोषणा बाकी थी। जेडपीएम ने जुलाई में बाकी की विधानसभा सीटों पर उम्मीदवार घोषित कर दिए थे।
ये नेता मूल रूप से जोरम पीपुल्स मूवमेंट (ZPM) से जुड़े थे, लेकिन 2018 में उन्होंने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा था। उस समय जेडपीएम पार्टी राजनीतिक दल के रूप में रजिस्टर्ड नहीं थी।
पांच राज्यों में चुनाव के लिए तारीख तय कर दी गई है। जिन पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव है उनमें मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम है। इन सभी राज्यों में चुनावी आचार संहिता की भी शुरुआत हो गई है।
चुनाव आयोग ने पांच राज्यों में इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव के तारीखों का एलान कर दिया है। मिजोरम में चुनाव की तारीख सात नवंबर है और वहीं वोटों की गिनती तीन दिसंबर को होगी।
इस साल मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, तेलंगाना और मिजोरम में विधानसभा चुनाव होने हैं। इन चुनावों के परिणाम अगले वर्ष होने वाले लोकसभा चुनावों पर बड़ा असर डालेंगे। इस लिहाज से यह चुनाव सभी पार्टियों के लिए बेहद ही महत्वपूर्ण होने वाले हैं।
मिजोरम के पूर्व मंत्री के. बेइचुआ ने राज्य विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। सत्तारूढ़ MNF ने बेइचुआ को पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था।
मिजोरम में हाल के कुछ ही हफ्तों में सैकड़ों करोड़ रुपये की ड्रग्स पकड़ी गई हैं और अक्सर इनकी तस्करी में म्यांमार के नागरिकों को लिप्त पाया गया है।
मिजोरम में अफ्रीकी स्वाइन बुखार की वजह से सुअरों की आफत आ गई है और उन्हें मारा जा रहा है। वहीं राज्य को पहली और दूसरी लहर के दौरान 534.42 करोड़ रुपए का नुकसान उठाना पड़ा है।
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने ज़ोरमथांगा सरकार को निर्देश दिए थे कि राज्य में शरण लेने वाले म्यांमार के शरणार्थियों का बायोमेट्रिक डेटा एकत्र किया जाए। लेकिन अब मिजोरम सरकार की कैबिनेट ने ये फैसला किया है कि राज्य सरकार इस आदेश का पालन नहीं करेगी।
बीते कुछ समय से मिजोरम में ड्रग्स का नेटवर्क बढ़ता जा रहा है। राज्य में प्रशासन द्वारा समय-समय पर कई लोगों को तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। अब असम राइफल्स और नारकोटिक्स ने ड्रग्स की एक बड़ी खेप पकड़ी है।
मिजोरम के चम्फाई जिले में एक बार फिर ड्रग्स की खेप पकड़ी गई है और एक विदेशी नागरिक को गिरफ्तार किया गया है। बता दें कि इस इलाके में विभिन्न विभागों की सक्रियता के चलते लगातार ड्रग्स की खेपें जब्त हो रही हैं।
मिजोरम में ड्रग तस्करों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए असम राइफल्स ने 30 करोड़ रुपये की मेथामफेटामाइन टैबलेट को जब्त किया है और एक विदेशी तस्कर को गिरफ्तार किया है।
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