कांग्रेस 2008 से मिजोरम में सत्ता में हैं और वह लगातार तीसरी जीत पर नजर बनाए हुए है। निवर्तमान विधानसभा में कांग्रेस के 34 विधायक हैं जबकि एमएनएफ के पांच और मिजोरम पीपुल्स कांफ्रेंस का एक विधायक है।
अपनी तरह के पहले मामले में चुनाव आयोग ने किसी राज्य से अपने मुख्य निर्वाचन अधिकारी को पद से हटा दिया है। यह घटनाक्रम मिजोरम में सामने आया है।
मिजोरम के मुख्य चुनाव अधिकारी (सीईओ) एस एस शशांक को हटाने की बढ़ती मांग के बीच मुख्यमंत्री ललथनहवला ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर सीईओ को तुरंत पद से हटाने की मांग करते हुए कहा कि लोगों का उनके प्रति भरोसा खत्म हो चुका है
मिजोरम विधानसभा के अध्यक्ष हिफेई ने सोमवार को कहा कि उन्होंने अपने पद, सदन और कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया और भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए हैं।
भारतीय जनता पार्टी ने मिजोरम विधानसभा चुनावों के लिए अपने 24 उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी है।
भाजपा की अगुवाई वाले पूर्वोत्तर लोकतांत्रिक गठबंधन (नेडा) की घटक मिजो नेशनल फ्रंट (एमएनएफ) ने शुक्रवार को दोहराया कि 28 नवंबर को होने जा रहे मिजोरम विधानसभा चुनाव में वह भाजपा के साथ गठजोड़ नहीं करेगा।
नॉर्थ ईस्ट में मिजोरम कांग्रेस के लिए अंतिम राज्य है, जहां उसकी सरकार है। अगर यह राज्य भी कांग्रेस के हाथों से निकल जाता है तो पूरा नॉर्थ ईस्ट कांग्रेस मुक्त हो जाएगा।
राज्य में 28 नवंबर को मतदान होगा और 11 दिसंबर को नतीजे घोषित किए जाएंगे। अगले महीने 2 नंबर को चुनाव अधिसूचना जारी होगी
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