यूक्रेन ने अमेरिकी हथियारों का इस्तेमाल करने के 2 दिन बाद अब ब्रिटिश क्रूज मिसाइलों से रूस पर बड़ा हमला किया है। बताया जा रहा है कि मास्को पर यूक्रेन ने एक साथ कई मिसाइलें दागीं। यूक्रेन के इस कदम से युद्ध अब एक नई दिशा में मुड़ चुका है।
रूस ने यूक्रेन के पावर ग्रिड पर पिछले 3 महीनों के दौरान सबसे बड़ा हवाई हमला किया है। पहले रात पर ड्रोन हमले किए। फिर सुबह मिसाइल हमले। इस दौरान रूस ने यूक्रेन पर 120 मिसाइलों और 90 ड्रोन से भयानक हमला किया।
इजरायली सेना ने लेबनान पर भीषण हवाई हमला किया है। इसमें हिजबुल्लाह के कई ठिकाने तबाह हो गए हैं। साथ ही इस हमले में 20 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है।
इजरायल और ईरान के बीच बढ़ते तनाव के बीच ईरान के सुप्रीम लीडर खामेनेई की परेशानी बढ़ गई है। एक्स ने उनके हिब्रू भाषा में बनाए गए नए अकाउंट को सस्पेंड कर दिया है।
तेहरान पर हमले के 24 घंटे बाद ईरानी सेना ने फिर एक ऐसा ट्वीट किया है, जिससे पलटवार के उसके खतरनाक ईरादे प्रदर्शित हो रहे हैं। अमेरिका से लेकर ब्रिटेन तक भले ही अब ईरान और इजरायल से अब शांति बनाए रखने की अपील कर रहे हों, लेकिन ईरान का इरादा इजरायल में तबाही मचाने का है।
इजरायल ने उत्तरी गाजा में फिर भीषण हमला किया है। इस हमले में कम से कम 22 लोग मारे गए हैं। वहीं ईरान ने अब गाजा समेत लेबनान में युद्ध विराम घोषित किए जाने की मांग की है।
इजरायल ने ईरान पर आज तड़के एक साथ 100 से ज्यादा फाइटर जेटों से हमला कर दिया। इससे ईरान में हाहाकार मच गया। ईरान में जगह-जगह हवाई हमले के सायरन बजने लगे। तस्वीरें बताई रही हैं कि हमले में ईरान को भारी नुकसान हुआ है। हालांकि ईरान ने बड़े नुकसान से इन्कार किया है।
इजरायल ने ईरान पर बड़ा जवाबी हमला किया है। इसमें ज्यादातर ईरान के मिलिट्री ठिकानों को निशाना बनाया गया है। इजरायल के ताबड़तोड़ हमलों से ईरान दहल गया है। तेहरान पर अभी भी इजरायल के हमले जारी हैं।
हमास चीफ याह्या सिनवार की मौत के बाद इजरायली सेना ने गाजा पर अपने हमलों को तेज कर दिया है। गाजा के सबसे बड़े शरणार्थी शिविर जबालिया में बीते 24 घंटे में 93 लोगों की इजरायली हमले में मौत हुई है।
ईरान और इजरायल एक दूसरे पर हवाई हमला कर रहे हैं। ईरान के पास अत्याधुनिक 'हाइपरसोनिक मिसाइलें' हैं, जो मात्र कुछ सेकेंड में इजरायल के ठिकानों को निशाना बना रही हैं। ईरान ने अपनी इन हाइपरोसोनिक मिसाइलों का नाम 'फतह' रखा है।
रूस ने यूक्रेन पर बीती रात घातक ड्रोन और मिसाइलों से बड़ा हमला किया है। इसमें यूक्रेन के कई अहम ऊर्जा ठिकाने ध्वस्त हो गए हैं और हमले में एक व्यक्ति की मौत हो गई है।
ईरान के सुप्रीम लीडर खामेनेई ने शुक्रवार को पहली बार इजरायल पर ईरान के किए गए हमले के बारे में अपना बयान दिया। उन्होंने इजरायल को चेतावनी दी और कहा कि अब ना हम जल्दबाजी करेंगे, ना देर करेंगे।
इजरायल पर ईरान के बैलिस्टिक मिसाइल हमले के जवाब में अगर नेतन्याहू की सेना तेहरान के न्यूक्लियर साइट को निशाना बनाती है तो अमेरिका साथ नहीं देगा। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने साफ तौर पर कह दिया है कि वह इस मामले में इजरायल का समर्थन नहीं करेगा।
ईरान के हमले में इजरायल में कितनी मौतें हुई या क्या-क्या नुकसान हुआ, इस पर अभी तक इजरायल का कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया था। मगर अब इजरायली विदेश मंत्रालय ने पहली बार ईरान के हमले से हुए नुकसान को लेकर अपना आधिकारिक बयान जारी किया है।
ईरान ने इजरायल पर भारी हमला किया है। इस कारण जंग के आसार बढ़ गए हैं। ऐसे में भारत की राजधानी नई दिल्ली में स्थित इजरायली दूतावास की भी सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
ईरान और इजराइल की दूरी करीब 2100 किमी है और ईरान से इजराइल तक पहुंचने में दो देश इराक और जॉर्डन को पार करना होता है। ऐसे में ये चर्चाएं तेज हो गई हैं कि ईरान की मिसाइल क्षमता कितनी उन्नत और आधुनिक है। ईरान ने दावा किया है कि उसकी 90 फीसदी मिसाइलें इजरायल में अपने सही ठिकानों पर गिरी हैं।
मध्य पूर्व एशिया में एक और जंग शुरू हो गई है। ईरान ने इजरायल के ऊपर मिसाइलों की बरसात कर दी है। ईरान ने 200 से भी ज्यादा मिसाइलों से हमला किया है। इस हमले के वीडियो भी सामने आए हैं।
इजरायल में हिजबुल्लाह के मिसाइल हमले के बाद सार्वजनिक समारोहों और समुद्री तटों को बंद कर दिया गया है। इन जगहों पर अक्सर भीड़ जुटती है। ऐसे में सतर्कता के तौर पर इजरायल ने यह कदम उठाया है। ताकि हमला होने पर नुकसान कम से कम हो।
इजरायली हमले में हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह के मारे जाने का दावा किया गया है। इजरायली सेना की ओर से कहा गया है कि उसने नसरल्लाह को हवाई हमले में ढेर कर दिया है।
इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू अमेरिका यात्रा को अचानक बीच में ही छोड़कर स्वदेश लौट आए हैं। हिजबुल्लाह के मुख्यालय पर इजरायली हमले के बाद उन्होंने अपनी यात्रा को बीच में ही रद्द कर दिया। हिजबुल्लाह भी भीषण पलटवार कर सकता है। इजरायल में पहले से ही 30 सितंबर तक इमरजेंसी लागू है।
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