बांग्लादेश में हो रहे हिंदुओं के साथ अत्यचार को लेकर अमेरिका के न्यूयार्क शहर में एक आवाज उठाई गई है। आसमान में एक प्लेन के पीछे बैनर लगाया गया है, जिसमें बांग्लादेश में हिंदुओं के साथ हो रहे अत्याचार को बंद करने का आह्वान किया गया है।
बांग्लादेश में कट्टरता इस कदर उफान मार रही है कि अब हिंदू और अन्य अल्पसंख्यक कतई सुरक्षित नहीं हैं। हिंदुओं पर जबरन जुर्म ढाया जा रहा है। कट्टरवादियों ने 49 हिंदू और अल्पसंख्यक शिक्षकों से जबरन इस्तीफा ले लिया है। इससे हिंदुओं पर बड़े खतरे की आहट दिखाई दे रही है।
अमेरिका को लताड़ लगाते हुए भारत ने कहा कि अतीत की तरह, यह रिपोर्ट भी अत्यधिक पक्षपातपूर्ण है, इसमें भारत के सामाजिक ताने-बाने की समझ का अभाव है तथा यह स्पष्ट रूप से वोट बैंक की सोच और निर्देशात्मक दृष्टिकोण से प्रेरित है।
कांग्रेस के घोषणापत्र में कहा गया है कि पार्टी नौकरियों, शिक्षा और सरकारी योजनाओं में अल्पसंख्यकों सहित सभी पिछड़े वर्गों के लिए उचित आरक्षण सुनिश्चित करेगी।
पाकिस्तान के अहमदिया अल्पसंख्यकों पर जुल्म ढाया जा रहा है। पाकिस्तान की ही एक संस्था की रिपोर्ट के अनुसार इस वर्ष में अब तक कट्टरवादी इस्लामी मुसलमानों ने अहमदियों के 40 उपासना स्थलों पर घातक हमला किया है। पुलिस ने भी हमलावरों पर कोई कार्रवाई नहीं की, बल्कि अहमदियों के उपासना स्थलों को ढहा दिया।
Indian Citizenship to Minorities: गुजरात चुनाव से पहले सरकार ने फैसला लिया है कि राज्य के दो जिलों में पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश से आने वाले अल्पसंख्यकों को भारतीय नागरिकता दी जाएगी। इसके लिए कलेक्टरों को अधिकार दिए गए हैं।
पूर्व आईपीएस अधिकारी इकबाल सिंह लालपुरा को राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग का नया अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। सूत्रों ने बुधवार को यह जानकारी दी।
हम आपको सरकार की इस योजना के बारे में जानकारी दे रहे है ताकि आपकी बेटी की शादी में पैसों को लेकर अगर कोई परेशानी है तो आप इसका फायदा उठा सके।
उत्तर प्रदेश सरकार ने दावा किया है कि चार साल के कार्यकाल में जितना लाभ अल्पसंख्यकों को मिला है, उतना सपा सरकार के पांच साल या पिछली किसी और सरकार के कार्यकाल में नहीं मिला था।
मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान यह चलन और बढ़ा है। अमेरिका के विदेश मंत्रालय ने इस महीने पाकिस्तान को धार्मिक आजादी के उल्लंघन को लेकर खास चिंता वाला देश घोषित किया।
पाकिस्तान में इमरान खान सरकार के किए जा रहे मानवाधिकार उल्लंघन के खिलाफ पिछले 48 घंटों में दुनियाभर में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुए हैं।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने भारत में उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हुई हिंसा की निन्दा करते हुए बुधवार को आगाह किया कि पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों को निशाना बनाने वालों से सख्ती से निपटा जाएगा।
नागरिकता संशोधन कानून (CAA) को लेकर जिस वक्त देश में मुस्लिम समुदाय का एक तबका सड़कों पर है, ठीक उस दौरान पेश हुए बजट में मोदी सरकार ने अल्पसंख्यकों का खासा ख्याल रखा है।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचार की निंदा करते हुए शुक्रवार को कहा कि ऐसे कदम उठाए जाने चाहिए ताकि विश्व समुदाय इसका संज्ञान ले सके।
अखबार ने बताया कि हमले के वक्त महिला कार में पति और बेटे का स्कूल से आने का इंतजार कर रही थी तभी मोटरसाइकिल पर सवार आए हमलावर गोली मारकर भाग गए।
अल्पसंख्यक समुदाय द्वारा सोशल मीडिया पर जारी की गई सूची में पहले नंबर पर कोमल का नाम है, जोकि पाकिस्तान के टैंडो अलियार इलाके की रहने वाली है। इसके बाद कराची से लक्ष्मी व सोनिया का नाम है। इसमें पाकिस्तान के विभिन्न प्रांतों की रहने वाली लड़कियों का जिक्र है।
आपको बता दें कि पाकिस्तान में मुल्तान बार एसोसिएशन के इस कदम की आलोचना करने वालों की भी कोई कमी नहीं है।
पिछले सप्ताह एक निजी टीवी चैनल पर शो के दौरान स्वाति ने कहा कि वह और प्रधानमंत्री इमरान खान दोनों ‘‘कादियानियत पर लानत भेजते हैं’’।
केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने सोमवार को कहा कि भारत अल्पसंख्यकों के लिए स्वर्ग है तो दूसरी तरफ पाकिस्तान नर्क साबित हुआ है।
पाकिस्तान से लगातार ही धर्म परिवर्रतन की खबर सामने आ रही हैं। पिछले दस दिनों में सिख और हिंदू लड़की के जबरन धर्म परिवर्तन की खबरों के बाद अब पाकिस्तान से एक ईसाई लड़की के जबरन धर्म परिवर्तन कराए जाने की खबर आई है।
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