बालों सिल्की बनाने के लिए दूध से बने कंडीशनर का इस्तेमाल करना एक बेहतर विकल्प हो सकता है। जानें इसे बनाने का आसान तरीका।
गोकुल दूध ब्रांड का स्वामित्व रखने वाली कोल्हापुर जिला सहकारी दुग्ध उत्पादक यूनियन ने रविवार से महाराष्ट्र में दूध के दाम दो रुपये लीटर बढ़ाने की घोषणा की है। हालांकि, यह मूल्यवद्धि कोल्हापुर, सांगली और कोंकण में लागू नहीं होगी।
मदर डेयरी के मुताबिक दूध की कीमतों में 2 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गयी है। नई कीमतें 11 जुलाई से लागू होंगी। मदर डेयरी के मुताबिक दूध की कीमतों में डेढ़ साल के बाद बढोतरी की गयी है।
क्या आपको पता है गुणों का खजाना होने के बावजूद भी काले चने को खाने के बाद अगर आपने कुछ चीजों का सेवन किया तो ये आपकी सेहत पर भारी पड़ सकता है।
पिछले 1. 5 वर्षों में अमूल ने अपने ताजा दूध के मूल्य में कोई वृद्धि नहीं की थी। इस दौरान ऊर्जा, पैकेजिंग, लॉजिस्टिक्स की कुल लागत में वृद्धि के कारण, परिचालन खर्च बढ़ गया है।
दिग्गज गोल्फर और दिवंगत मिल्खा सिंह के बेटे जीव मिल्खा सिंह ने सोमवार को इस महान धावक को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि अपने सबसे अच्छे मित्र और मार्गदर्शक को गंवाने से निपटने के लिए जीवन भर के जज्बे की जरूरत होगी।
पंजाब सरकार ने इससे पहले महान एथलीट के सम्मान में एक दिन का राजकीय शोक और सार्वजनिक अवकाश घोषित किया था।
मिल्खा सिंह का शुक्रवार की रात निधन हो गया था। ऊषा ने इस दिग्गज एथलीट से कोरिया में अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता के दौरान हुई मुलाकात को याद किया।
मिल्खा सिंह की यादों में 1940-50 की फिल्में हुआ करती थीं जिनमें उनके दोस्त राज कपूर की “आवारा” और “श्री 420” थी।
मिल्खा के परिवार में पुत्र गोल्फर जीव मिल्खा सिंह और तीन बेटियां हैं। पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने उनके निधन पर शोक जताया है।
बचपन से ही दौड़ने का शौक रखने वाले मिल्खा सिंह ने अपने भाई मलखान सिंह के कहने पर सेना में भर्ती होने का निर्णय लिया और चौथी कोशिश के बाद साल 1951 में सेना में भर्ती होने में सफल रहे।
फरहान अख्तर ने 'भाग मिल्खा भाग' फिल्म में मिल्खा सिंह का किरदार निभाया था। उनके निधन के बाद अभिनेता ने इमोशनल नोट लिखा है।
फ्लाइंग सिख के नाम से मशहूर मिल्खा पिछले कुछ समय से कोरोनावायरस से संक्रमित थे। इस महामारी से भी बखूबी लड़े, लेकिन अंत में उनकी रफ्तार धीमी पड़ गई और वह जिंदगी की जंग हार गए।
पद्मश्री मिल्खा सिंह 91 वर्ष के थे। एक महीने तक कोरोना संक्रमण से जूझने के बाद उनका निधन हो गया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत के महान धावक मिल्खा सिंह के निधन पर शोक जताते हुए कहा कि भारत ने ऐसा महान खिलाड़ी खो दिया जिनके जीवन से उदीयमान खिलाड़ियों को प्रेरणा मिलती रहेगी।
भारत के महान धावक मिल्खा सिंह को कोरोना के चलते निधन हो गया है। मिल्खा सिंह पिछले कई दिनों से कोरोना स जूझ रहे थे
मिल्खा सिंह का कोविड-19 परीक्षण बुधवार को नेगेटिव आया था जिसके बाद उन्हें कोविड आईसीयू से सामान्य आईसीयू में शिफ्ट कर दिया गया था और डाक्टरों की एक टीम उनके स्वास्थ्य पर नजर रख रही है।
भारत के महान धावक मिल्खा सिंह के परिवार ने बुधवार को कहा कि उनकी हालत स्थिर है और उन्हें कोविड आईसीयू से निकालकर पीजीआईएमईआर अस्पताल की दूसरी इकाई में शिफ्ट किया गया है।
डाइबिटीज के मरीज दूध का सेवन करते समय इन बातों का ध्यान रखें तो दूध लेने पर भी उनका शुगर लेवल नहीं बढ़ेगा।
मिल्खा को कोविड-निमोनिया के कारण मोहली के फोर्टिस अस्पताल में भर्ती कराया या था। उसी अस्पताल में दो दिन बाद 26 मई को निर्मल को भी भर्ती कराया गया था।
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