केएमएफ फिलहाल रोजाना 1 करोड़ लीटर दूध इकट्ठा करता है, जिसमें से स्थानीय खपत 60 लाख लीटर है। इससे नए बाजारों में विस्तार के लिए 40 लाख लीटर का एक्स्ट्रा दूध बच जाता है। हालांकि, मुख्यमंत्री ने 2500 किमी से ज्यादा दूरी तक दूध पहुंचाने की चुनौतियों को स्वीकार किया, जिसमें 50 से 54 घंटे लगते हैं।
Mother Dairy की ओर से दिल्ली एनसीआर में भैंस का दूध लॉन्च किया गया है। इसकी कीमत 70 रुपये प्रति लीटर निर्धारित की गई है।
भारत दुनिया का सबसे बड़ा दूध उत्पादक देश है। वर्ष 2021-22 में उत्पादन 22.1 करोड़ टन रहा, जो पिछले वर्ष के 20.8 करोड़ टन के उत्पादन से 6.25 प्रतिशत अधिक था।
देश में दूध की कमी के चलते इस साल एक बार फिर दूध की कीमतों में तीखी बढ़ोत्तरी देखने को मिल सकती है।
तमिलनाडु मिल्क प्रोड्यूसर्स वेलफेयर एसोसिएशन ने तमिलनाडु सरकार से मांग की है कि तमिलनाडु सरकार के अधीन काम करने वाले आविन द्वार खरीदे गए दूध के खरीद मूल्य में 7 रुपये प्रतिलीटर की बढ़ोत्तरी की जानी चाहिए।
Milk Price Hike Updates: दूध के दाम बढ़ने से सबसे अधिक असर आम जनता पर पड़ेगा। आज ही सुबह-सुबह गैस सिलेंडर के दाम में बढ़ोतरी की खबर आई थी। आइए जानते हैं कि अब एक लीटर दूध के लिए कितने रुपये देनें होंगे।
पाकिस्तान में महंगाई अब चरम पर पहुंच गई है और आशंका जताई जा रही है कि देश अब दिवालिया घोषित हो सकता है। दूध की कीमतें जहां 210 रुपये प्रति लीटर हो गई हैं, वहीं रोजाना के खाने-पीने की चीजों की कीमतें आसमान छू रही हैं।
आम बजट पेश होने के बाद दूध कंपनियां लगातार आम आदमी को झटके दे रही हैं। पराग से पहले अमूल कंपनी ने दूध के दामों में बढ़ोतरी की थी। वहीं अब पराग ने भी दाम बढ़ा दिए हैं। ये बढ़े हुए दाम आज 5 फरवरी से लागू हो जाएंगे।
दिल्ली-एनसीआर में मदर डेयरी का दूध खरीदने वाले ग्राहकों को अब ज्यादा कीमत चुकानी पड़ेगी। मदर डेयरी ने फुल क्रीम दूध और टोकन वाले दूध की कीमतें बढ़ा दी हैं। ये बढ़ी हुई कीमतें सोमवार से लागू होंगी।
पिछले कुछ महीनों से देश में महंगाई लगातर बढ़ रही है। पिछले महीने सरकार के द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, खुदरा महंगाई दर सितंबर में 7.41 प्रतिशत पर पहुंच गई थी। जबकि सितंबर 2021 में 4.35 प्रतिशत थी। खाद्य वस्तुओं की मुद्रास्फीति इस साल सितंबर में बढ़कर 8.60 प्रतिशत हो गई, जो अगस्त में 7.62 फीसद थी।
Milk Price Hike: दीपावली फेस्टिवल की तैयारियों के बीच दूध के दाम में बढ़ोतरी से उपभोक्ताओं की जेब पर और प्रभाव पड़ा है। अमूल के बाद अब मदर डेयरी ने भी दूध के दाम बढ़ा दिए हैं। कीमतों में ये बढ़ोतरी दिल्ली एनसीआर में हुई है। यह जानकारी मदर डेयरी के प्रवक्ता ने दी है।
Banas Dairy: हाल ही में एशिया की सबसे बड़ी डेयरी बनास डेयरी ने अपनी 54वीं वार्षिक सभा में सभी पशुपालकों में मूल्य वृद्धि को लेकर काफी उत्साह था। इसी उत्साह को बढ़ाते हुए बनास डेयरी के चेयरमैन ने दूध में फैट के भाव में 19.12% मूल्य वृद्धि की घोषणा की।
अमूल के बाद अब मदर डेयरी ने दूध की कीमतों में बढ़ोतरी कर दी है। कंपनी की ओर से 2 रुपये प्रति लीटर दाम बढ़ाने का एलान किया गया है। बढ़े दाम दिल्ली-एनसीआर में रविवार यानी 6 मार्च 2022 से प्रभावी होंगे।
कीमतों में बढ़ोतरी के साथ दूध की कीमत अब 48 रुपये प्रति लीटर से बढ़कर 50 रुपये हो जाएगी।
महंगाई की मार झेल रहे आम आदमी को दूध के बढ़े दाम के लिए भी अब ज्यादा पैसे देने होंगे। अमूल के बाद मदर डेयरी ने भी दूध के दाम 2 रुपये प्रति लीटर बढ़ाने का फैसला लिया है। नई कीमतें 16 अक्टूबर से लागू होंगी।
गोकुल दूध ब्रांड का स्वामित्व रखने वाली कोल्हापुर जिला सहकारी दुग्ध उत्पादक यूनियन ने रविवार से महाराष्ट्र में दूध के दाम दो रुपये लीटर बढ़ाने की घोषणा की है। हालांकि, यह मूल्यवद्धि कोल्हापुर, सांगली और कोंकण में लागू नहीं होगी।
पिछले 1. 5 वर्षों में अमूल ने अपने ताजा दूध के मूल्य में कोई वृद्धि नहीं की थी। इस दौरान ऊर्जा, पैकेजिंग, लॉजिस्टिक्स की कुल लागत में वृद्धि के कारण, परिचालन खर्च बढ़ गया है।
हिसार में एक खाप पंचायत ने शनिवार को तय किया कि वो कृषि कानूनों और बढ़े हुए पेट्रोल-डीजल और गैस के दाम के विरोध में दूध के दाम में बढ़ोतरी करेंगे। पंचायत के प्रवाक्ता ने कहा कि हमने 100 / लीटर की कीमत पर दूध देने का फैसला किया है। हम डेयरी किसानों से सरकारी सहकारी समितियों को समान मूल्य पर दूध बेचने का आग्रह करते हैं।
हरियाणा के हिसार में खाप पंचायत ने दूध के दाम बढ़ाने का फैसला किया है। यहां दूध को एक मार्च से 100 रुपये प्रति लीटर के दाम से बेचना का निर्णय लिया गया है। पंचायत ने कृषि कानूनों और तेल की कीमतों में बढ़ोत्तरी के खिलाफ दूध की कीमत में बढ़ोत्तरी का यह फैसला किया है।
आमतौर पर नवंबर-दिसंबर से दुधारू पशुओं में दूध बढ़ जाता है। मानसून के देरी से आने के कारण दूध बढ़ने का मौसम 1-2 महीने आगे खिसकने का अनुमान है।
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