यूपी सरकार द्वारा लॉकडाउन के मानदंडों में कुछ ढील दिए जाने के बाद मंगलवार को दिल्ली-गाजियाबाद बॉर्डर पर भारी संख्या में प्रवासी कामगारों की भीड़ उमड़ी |
बिहार में प्रवासी मजदूरों के आने के बाद कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या में तेजी से वृद्धि दर्ज की गई। अब कहा जा रहा है कि आने वाले प्रवासी मजदूरों को उनके गृह राज्यों में भेजे जाने के पहले ही उनकी जांच हो जाती और उनका इलाज हो जाता, तो शायद कोरोना संक्रमण की रफ्तार को रोका जा सकता था।
मुंबई में बांद्रा रेलवे स्टेशन के बाहर भारी संख्या में प्रवासी मजदूरों की भीड़ एकत्रित हुई | केवल वे लोग जिन्होंने अपना पंजीकरण कराया था उन्हें ही ट्रेन में घुसने की अनुमति दी गई, बाकी को बाद में पुलिस ने भेज दिया।
भारत में कोरोना वायरस के मामलों की कुल संख्या सोमवार रात को एक लाख की सीमा को पार कर गई। इसके साथ ही पब्लिक हेल्थ प्लानिंग से जुड़े लोगों की चिंताएं भी बढ़ गई हैं।
लॉकडाउन के चलते पैदल घरों को लौट रहे मजदूरों की विचलित करने वाली तस्वीरें लगातार सामने आने के बाद जिले की एक छात्रा ने निस्वार्थ भाव से मदद कर कई जरूरतमंदों का काम बनाने की मिसाल पेश की...
सीतारमण ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से भी हाथ जोड़कर अपील करते हुए कहा कि प्रवासी मजदूरों के मसले पर जिम्मेदारी से बोलें।
मध्य प्रदेश के बड़वानी में एक प्रवासी मजदूर, उसकी पत्नी और 2 अन्य लोगों की टैंकर ट्रक से कुचलकर मौत हो गई। चारों लोग महाराष्ट्र से इंदौर लौट रहे थे।
दिल्ली में मिले बेघर बुजुर्ग जगदीश यादव को 19 वर्षीय रिक्शाचालक मुकेश अपने पैतृक गांव खेड़ा ले जाएगा जो उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में स्थित है।
भारतीय रेलवे ने एक मई से अब तक 1,074 श्रमिक विशेष ट्रेनों का परिचालन किया। इनसे लॉकडाउन के कारण देश के विभिन्न हिस्सों में फंसे 14 लाख से अधिक प्रवासी श्रमिकों को उनके गृह राज्य पहुंचाया गया है।
इन दिनों राजधानी दिल्ली से सटे नोएडा में पुलिस का एक अलग ही चेहरा देखने को मिल रहा है। दरअसल, लॉकडाउन के बीच रास्ते में पैदल चल रहे मजदूरों को नोएडा पुलिस फल-फूल, बिस्किट और पानी की बोतल उपलब्ध करा रही है।
मध्य प्रदेश के छतरपुर में हुए एक सड़क हादसे में 5 मजदूरों की मौत हो गई है। रिपोर्ट्स के मातबिक, इस घटना में लगभग 20 मजदूर घायल भी हुए हैं।
मुजफ्फरनगर-सहारनपुर बॉर्डर के पास यूपी रोडवेज की बस की चपेट में आने से कम से कम 6 प्रवासियों की मौत हो गई है और 4 अन्य गंभीर रूप से घायल हैं। घायलों को मेरठ मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया।
देश के तमाम हिस्सों से पैदल अपने घरों की तरफ निकले प्रवासी मजदूरों के साथ दुर्घटनाओं की खबरें सामने आती रही हैं।
महाराष्ट्र से ट्रक में प्लास्टिक की एक बड़ी शीट के नीचे छुपकर उत्तर प्रदेश जा रहे कम से कम 30 प्रवासियों ने सभी चौकियों पर पुलिस को चकमा देते हुए 1,500 किमी यात्रा कर ली।
कोविड-19 लॉकडाउन के कारण दुनिया के विभिन्न देशों में फंसे भारतीयों को वापस लाने में महिलाएं भी लगातार महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं और शनिवार को ही मलेशिया और ओमान से अपने लोगों को लेने गए दोनों विमानों की कप्तान महिलाएं हैं।
‘‘पूरी दुनिया में’’ हजारों की संख्या में प्रवासी फंसे हुए हैं, जहां उन्हें कोविड-19 के संक्रमण का काफी खतरा है। प्रवास मामलों के लिए संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी ‘अंतरराष्ट्रीय शरणार्थी संगठन’ (आईओएम) के प्रमुख ने यह कहा है।
दिल्ली में फंसे बिहार और उत्तर प्रदेश के प्रवासी श्रमिकों को उनके गृह राज्य भेजने के लिए दिल्ली सरकार इन दोनों राज्यों की सरकार से भी बातचीत कर रही है।
बिहार में लॉक डाउन के दौरान दूसरे राज्यों से आये लोगों में अब तक 65 लोग संक्रमित मिले हैं। बिहार के 21 जिलों में ऐसे सभी लोग मिले हैं। कुछ प्रमुख जिलों का आंकड़ा इस तरह है।
राज्य या केंद्र शासित प्रदेश के भीतर उनकी आवाजाही के लिए कुछ दिशा-निर्देशों का पालन करना होगा। जो प्रवासी मजदूर राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के राहत शिविरों में रह रहे हैं, उनका पंजीकरण संबंधित स्थानीय प्राधिकरण को करना होगा।
माइग्रेंट फ्लेमिंगो के झुंड का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
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