यह किसी एक प्रवासी के परिवार की कहानी नहीं है। हजारों प्रवासी अभी भी सड़कों पर हैं, सैकड़ों किलोमीटर पैदल चलकर अपने गांव जा रहे हैं।
दरअसल, झांसी में एक प्रवासी मजदूर महिला अपने बच्चे को लेकर अपने गृह जनपद को निकल पड़ी और रास्ते में बच्चा थककर ट्रॉली बैग में लटककर सो गया।
राष्ट्र भर में प्रवासियों के कोरोनोवायरस लॉकडाउन आंदोलन के रूप में, कुछ बहादुर अपने गांवों तक पहुंचने के लिए सैकड़ों किलोमीटर पैदल चलते दिखे। 8 महीने की गर्भवती पत्नी और बच्चे को प्रवासी मजदूर ने हाथगाड़ी में 700 किमी तक खींचा
लाचार और बेबस रामू अपनी गर्भवती पत्नी और दो साल की बेटी के साथ हैदराबाद से 800 किलोमीटर का सफर तय कर अपने गांव कुंडेमोह पहुंचे हैं।
उत्तर प्रदेश के जनपद मुज़फ्फरनगर और सहारनपुर के बॉर्डर कल देर रात एक दर्दनाक हादसा घट गया।
उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात जिले में आज दोपहर दर्दनाक हादसा घट गया। यहां हाइवे पर प्रवासी मजदूरों से भरा एक ट्रक दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
देश के तमाम हिस्सों से पैदल अपने घरों की तरफ निकले प्रवासी मजदूरों के साथ दुर्घटनाओं की खबरें सामने आती रही हैं।
बिहार सरकार के गृह विभाग ने यह आदेश जारी किया है कि अन्य राज्यों से रेल से आने वाले यात्रियों के लिए अलग से गाड़ी का पास बनवाने की जरूरत नहीं है। रेलयात्री का जो ई- टिकट होगा वही उसका मूवमेंट पास माना जाएगा और वह 12 घंटे तक के लिए मान्य होगा।
अगर सौ लोग कोरना वायरस को लेकर सरकार के निर्देशों का पालन करते हैं और उनमें से एक भी लापरवाही बरतता है, तो सारे प्रयास बेकार हो जाते हैं। सारे लोगों की मेहनत पर पानी फिर सकता है।
मध्यप्रदेश में अलग-अलग घटनाओं में पिछले 24 घंटे में दो विशेष ट्रेनों में यात्रा कर रहे दो यात्रियों की मौत हो गयी।
अभी तक चलाई गई 542 ट्रेनों में से 448 अपने गंतव्य पर पहुंच गई हैं और 94 रास्ते में हैं। गंतव्य पर पहुंची 448 ट्रेनों में से 221 उत्तर प्रदेश पहुंची।
केन्द्र ने सोमवार को कहा कि रेलवे प्रवासी श्रमिकों को तेजी से उनके गृह राज्य पहुंचाने के वास्ते अब प्रतिदिन 100 ‘श्रमिक विशेष’ रेलगाड़ियां चलायेगा।
पुणे से मध्यप्रदेश के लिए जाने वाली एक श्रमिक विशेष रेलगाड़ी के लिए 300 प्रवासी कामगारों ने रविवार को यात्रा के लिए रिपोर्ट नहीं की और उत्तराखंड जाने वाली रेलगाड़ी के लिए 80 श्रमिकों ने रिपोर्ट नहीं की।
लॉकडाउन के दौरान अधिक से अधिक प्रवासियों को घर पहुंचाने के प्रयास में रेलवे ने अब ‘श्रमिक विशेष’ गाड़ियों में 1200 की जगह 1700 यात्रियों को भेजने का निर्णय किया है और तीन स्थानों पर इन ट्रेनों का ठहराव होगा।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कई राज्यों में श्रम कानूनों में संशोधन किए जाने की आलोचना करते हुए सोमवार को कहा कि कोरोना संकट श्रमिकों के शोषण और उनकी आवाज दबाने का बहाना नहीं हो सकता।
बिहार में अन्य राज्यों से पहुंचे प्रवासी मजदूरों में कोरोना पॉजिटिव पाए जाने का मामला लगातार बढ़ता जा रहा है।
मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर जिले में नेशनल हाइवे-44 पर पाठा गांव के पास एक सड़क हादसे में 5 मजदूरों की मौत हो गई और 11 अन्य घायल हो गए।
पश्चिम बंगाल से झारखंड लौट रहे 20 प्रवासी श्रमिक उस समय बाल बाल बच गए जब वे रेल पटरियों पर पैदल जा रहे थे और एक नदी के ऊपर बने पुल पर रेलवे का निरीक्षण यान उनके सामने आ गया।
बिहार में सत्तारूढ़ जद (यू) ने शनिवार को आम आदमी पार्टी पर निशाना साधा और कहा कि उसने दिल्ली से प्रवासी कामगारों को बिहार भेजने पर आने वाला खर्च वहन करने का दावा किया है।
अवस्थी ने बताया कि अन्य प्रदेशों से प्रवासी श्रमिक लौट रहे हैं। वे वेबसाइट पर नाम दर्ज करा रहे हैं। विभिन्न माध्यमों से जो श्रमिक आ रहे हैं, उनकी समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने आदेश दिया है कि जो भी श्रमिक आयें, उन्हें सुरक्षित लाया जाए।
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