कोरोना वायरस के कारण जारी लॉकडाउन के आलोक में देश के विभिन्न राज्यों में फंसे उत्तर प्रदेश के करीब 18 लाख लोगों को 1337 श्रमिक ट्रेनों के माध्यम से प्रदेश में वापस लाया जा चुका है ।
उद्धव ठाकरे की सरकार ने 145 ट्रेनों की मांग की थी और रेलवे ने इन ट्रेनों को तैयार भी रखा, लेकिन महाराष्ट्र सरकार की ओर से तैयारी नहीं थी। ट्रेन में जाने वाले यात्रियों की न तो पूरी लिस्ट तैयार थी और न ही मजदूरों को स्टेशन तक पहुंचाने के लिए बसों के इंतजाम थे।
महाराष्ट्र से 93 श्रमिक विशेष ट्रेनों से 1.35 लाख प्रवासी मजदूर अपने-अपने गंतव्य के लिए रवाना हो गये हैं। एक अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी।
गुजरात से आ रहे दरभंगा के लाल बाबू कामती की मौत मंगलवार को भागलपुर में हुई। मंगलवार को ही मुंबई से बेगूसराय आ रहे काजी अनवर की बरौनी में मौत हो गई।
सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में स्वत: संज्ञान लेते हुए प्रवासी मजदूरों की स्थिति पर चिंता जताई है।
कोरोना संकट के चलते महाराष्ट्र और अन्य राज्यों से प्रवासी श्रमिका का उत्तर प्रदेश आना जारी है। मंगलवार तक यूपी आने वाले श्रमिकों का आंकड़ा 26 लाख को पार कर गया है।
गोयल ने कहा कि मैं महाराष्ट्र सरकार से अपील करता हूं कि वह पूर्ण सहयोग करें ताकि मुश्किल में फंसे प्रवासियों को उनके घर तक पहुंचाना सुनिश्चित किया जा सके।
सोमवार को सिर्फ 532 घरेलू उड़ानों का संचालन किया गया और 39,231 यात्री अपनी मंजिल तक पहुंच पाए। यह लॉकडाउन से पहले रोजाना संचालित होने वाली लगभग 2500 घरेलू उड़ानों का पांचवा हिस्सा था।
देश में चार चरणों में लगाए गए लॉकडाउन के विफल रहने का आरोप लगाते हुए कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बताना चाहिए कि आगे कोरोना संकट से निपटने और जरूरतमंदों को मदद देने की उनकी रणनीति क्या है?
बिहार के बांका जिले के कटोरिया थाना क्षेत्र में सोमवार को एक क्वारंटाइन सेंटर के प्रवासी मजदूरों ने बेलहर के राजद विधायक रामदेव यादव के साथ हाथापई की।
उत्तर प्रदेश में अबतक ट्रेन और बस से 24 लाख से ज़्यादा प्रवासी मज़दूर लाये जा चुके है।
उत्तर पश्चिम रेलवे ने 24 मई तक 98 श्रमिक स्पेशल ट्रेनों से विभिन्न राज्यों के एक लाख 38 हजार से अधिक प्रवासियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाया।
प्रवासी लगातार रेलवे स्टेशनों के बाहर इस उम्मीद के साथ लाइन लगा रहे हैं कि वे आखिरकार अपने गृहनगर पहुंचेंगे।
इससे पहले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाराष्ट्र सरकार पर प्रवासी मजदूरों से छलावा करने का आरोप लगाते हुए कहा था कि एक भूखा बच्चा ही अपनी माँ को ढूंढता है। यदि महाराष्ट्र सरकार ने 'सौतेली माँ' बन कर भी सहारा दिया होता तो महाराष्ट्र
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि उत्तर प्रदेश के प्रवासियों को रोजगार देने के इच्छुक अन्य राज्यों को यूपी सरकार की मंजूरी लेनी होगी।
रेल मंत्री पीयूष गोयल ने महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे सरकार से एकबार फिर कल चलने वाली ट्रेनों के यात्रियों की लिस्ट मांगी है।
सीएम योगी ने राज्य वापस आने वाले सभी श्रमिकों को राज्य स्तर पर बीमा का लाभ देने की व्यवस्था करने के निर्देश देते हुए कहा कि इससे इनका जीवन सुरक्षित हो सकेगा।
मायावती ने कहा कि भाजपा और कांग्रेस दोनों ही प्रवासी मजदूरों के वर्तमान स्थिति के लिए जिम्मेदार हैं।
उत्तर प्रदेश सरकार राज्य के बाहर फंसे अपने लोगों की वापस लाने पर जोर दे रही है। रविवार तक राज्य में 23 लाख से अधिक कामगारों/श्रमिकों को वापस लाया गया है।
श्रमिक स्पेशल ट्रेनों के यात्रियों के बीच वितरण के लिए रखी स्नैक्स और पानी की बोतलों को पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन पर प्रवासियों श्रमिकों ने लूट लिया।
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